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जय श्री राम!
Akhand Gyan - Hindi
|September 2020
प्रशन गुरु महाराज जी, आपके प्रश्न आश्रमों व सत्संग स्थलों पर संगत 'जय श्री राम' का जयघोष करती सुनाई देती है। क्या यह जयकारा इस बात का प्रमाण नहीं कि आपकी संस्था साम्प्रदायिक है? कहीं आप व आपके अनुयायी केवल हिंदू मत के समर्थक और पैरवीकार तो नहीं?
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This story is from the September 2020 edition of Akhand Gyan - Hindi.
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'सुख' 'धन' से ज्यादा महंगा!
हेनरी फोर्ड हर पड़ाव पर सुख को तलाशते रहे। कभी अमीरी में, कभी गरीबी में, कभी भोजन में, कभी नींद में कभी मित्रता में! पर यह 'सुख' उनके जीवन से नदारद ही रहा।
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यदि तुम नास्तिकों के सामने ईश्वर प्रत्यक्ष भी हो जाए, तुम्हें दिखाई भी दे, सुनाई मी, तुम उसे महसूस भी कर सको, अन्य लोग उसके होने की गवाही भी दें, तो भी तुम उसे नहीं मानोगे। एक भ्रम, छलावा, धोखा कहकर नकार दोगे। फिर तुमने ईश्वर को मानने का कौन-सा पैमाना तय किया है?
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