वह फूलगोभी ही क्यों ले गया?
Akhand Gyan - Hindi|March 2020
अक्सर देखा गया है, शिष्य अपने गुरु द्वारा कहे वचनों में छिपे रहस्यों को आसानी से नहीं समझ पाता। इसलिए गुरु को शिष्य के ही स्तर पर उतरकर उसे समझाना पड़ता है।
वह फूलगोभी ही क्यों ले गया?

गुरुदेव! देखिए, मैं आपके लिए भेंट लाया हूँ!... इन छह बड़ी-बड़ी फूलगोभियों को मैंने अपने हाथों से खेत में लगाया था और इनकी देखभाल उसी ममता से की जैसे एक माँ अपने बच्चे की देखभाल करती है।' इतना कहकर मुकुन्द (योगानंद परमहंस का पूर्व नाम) ने बड़े भावों के साथ गोभियों की टोकरी श्री युक्तेश्वर जी के समक्ष रख दी।

This story is from the March 2020 edition of Akhand Gyan - Hindi.

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'सुख' 'धन' से ज्यादा महंगा!
Akhand Gyan - Hindi

'सुख' 'धन' से ज्यादा महंगा!

हेनरी फोर्ड हर पड़ाव पर सुख को तलाशते रहे। कभी अमीरी में, कभी गरीबी में, कभी भोजन में, कभी नींद में कभी मित्रता में! पर यह 'सुख' उनके जीवन से नदारद ही रहा।

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April 2021
कैसा होगा तृतीय विश्व युद्ध?
Akhand Gyan - Hindi

कैसा होगा तृतीय विश्व युद्ध?

विश्व इतिहास के पन्नों में दो ऐसे युद्ध दर्ज किए जा चुके हैं, जिनके बारे में सोचकर आज भी मानवता काँप उठती है। पहला था, सन् 1914 में शुरु हुआ प्रथम विश्व युद्ध। कई मिलियन शवों पर खड़े होकर इस विश्व युद्ध ने पूरे संसार में भयंकर तबाही मचाई थी। चार वर्षों तक चले इस मौत के तांडव को आगामी सब युद्धों को खत्म कर देने वाला युद्ध माना गया था।

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April 2021
भगवान महावीर की मानव-निर्माण कला!
Akhand Gyan - Hindi

भगवान महावीर की मानव-निर्माण कला!

मूर्तिकार ही अनगढ़ पत्थर को तराशकर उसमें से प्रतिमा को प्रकट कर सकता है। ठीक ऐसे ही, हर मनुष्य में प्रकाश स्वरूप परमात्मा विद्यमान है। पर उसे प्रकट करने के लिए परम कलाकार की आवश्यकता होती है। हर युग में इस कला को पूर्णता दी है, तत्समय के सद्गुरुओं ने!

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March 2021
ठंडी बयार
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ठंडी बयार

सर्दियों में भले ही आप थोड़े सुस्त हो गए हों, परन्तु हम आपके लिए रेपिड फायर (जल्दी-जल्दी पूछे जाने वाले) प्रश्न लेकर आए हैं। तो तैयार हो जाइए, निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए। उत्तर 'हाँ' या 'न' में दें।

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February 2021
इंतजार!
Akhand Gyan - Hindi

इंतजार!

ज्यों ही पलकें उठीं, तो बाबा बुढन शाह ने अद्वितीय दिव्य नज़ारा देखा। उनके सामने साक्षात् गुरुदेव खड़े थे। उनका मुखमण्डल कभी गुरु नानक देव जी का दर्शन दे रहा था और कभी वर्तमान गुरु श्री हरगोबिंद सिंह जी का।

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February 2021
कैसे साधक की उन्नति होती रहेगी?
Akhand Gyan - Hindi

कैसे साधक की उन्नति होती रहेगी?

भगवान बुद्ध अपने सहस्रों भिक्षुओं के साथ कौशाम्बी के घोषिताराम में ठहरे हुए थे। सायंकाल सभी भिक्षु महाबुद्ध के समक्ष अर्ध-चंद्राकार में बैठ गए।

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February 2021
अंगूठा छाप विद्वान!
Akhand Gyan - Hindi

अंगूठा छाप विद्वान!

जिन उपदेशों को तुम पढ़-गुन कर गर्व करते हो, उनका सार स्वयं श्री भगवान इस युवक की चेतना में उतारते हैं। अहो! गुरु-आज्ञा के पालन से कितना मधुर फल पाया है इसने!

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February 2021
साकार शिव किसका ध्यान करते हैं?
Akhand Gyan - Hindi

साकार शिव किसका ध्यान करते हैं?

जिस आयु में बालक मिट्टी में खेलते हैंउसमें यह श्यामा मिट्टी को भभूति की तरह तन पर रमाकर बड़ेबड़े संन्यासियों जैसे ध्यान कर रहा है! मानो साक्षात् शिव की प्रतिमा हो!... सच! अद्भुत है, मेरा श्यामा!

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February 2021
आओ, संकल्प लें!
Akhand Gyan - Hindi

आओ, संकल्प लें!

आओ, हम संकल्प लें कि हम सभी श्री गुरु महाराज जी के शिष्य, उनके आदर्शों और आज्ञाओं को भूल से भी नहीं भूलेंगे। हर श्वास में सतर्क रहेंगे। ताकि, किसी भी फिसलन भरे मोड़ पर हम डिगे नहीं।

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January 2021
वानर-साधकों की खोज-यात्रा!-(रामचरितमानस से व्यक्तित्व-निर्माण के सूत्र!)
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वानर-साधकों की खोज-यात्रा!-(रामचरितमानस से व्यक्तित्व-निर्माण के सूत्र!)

एक खिलाड़ी को दौड़ते हुए दो तरह के स्वर सुनाई देते हैं। एक स्वर नकारात्मक होता है, उसके आलोचकों का! दूसरा स्वर सकारात्मक होता है, उसके मार्गदर्शक का! किस स्वर को तूल देनी है, यह खिलाड़ी का निर्णय होता है।

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January 2021