Religious_Spiritual

Jyotish Sagar
प्रकृति का अनुपम उपहार है 'तुलसी'
तुलसी की पत्तियाँ, फूल, फल, जड़, शाखाएँ, तना आदि सभी कुछ पवित्र होता है। तुलसी के पौधे के नीचे की भूमि भी पवित्र मानी जाती है।
5 min |
October-2023

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समय का फेर जब मारे पलटी, कर दे सब ढेर!
जब जीवनचक्र में शुभ समय चल रहा होता है, तो वह शुभ समय जातक को स्वतः ही शुभ कर्म भी कराता रहता है। वहीं जब समय अशुभ चलता है, तो वह पापकर्म कराता है।
3 min |
October-2023

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ये तेरा घर, ये मेरा घर!
'एक अपना घर हो', ऐसा सपना प्रत्येक व्यक्ति देखता है। अपने भविष्य को सुरक्षित रखने, सफल जीवन और पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने में अपने घर की भूमिका सदैव से अहम रही है।
3 min |
October-2023

Jyotish Sagar
घर में कोई भी समस्या हो, तो करें ये अचूक उपाय!
हमारी किस्मत पर केवल ग्रह ही असर नहीं डालते, कभी कभी हमारे घर में छोटी-छोटी समस्याओं से भी हमारे जीवन में बड़ी-बड़ी मुश्किलें पैदा हो जाती हैं। आज बात करेंगे कि आपके जीवन में कौनसी चीजें हैं, जिनको आप नजरंदाज कर रहे हैं और जिस वजह से आपकी जिन्दगी में मुश्किलें बढ़ रही हैं और अगर घर में छोटी-छोटी समस्याएँ हैं, तो उनका समाधान क्या है?
3 min |
October-2023

Jyotish Sagar
विशेष सिद्धिदायक हैं शक्तिपीठ
हृदय से ऊर्ध्व भाग के अंग जहाँ गिरे, वहाँ वैदिक और दक्षिण मार्ग की सिद्धि होती है और हृदय से निम्न भाग के अंग जहाँ गिरे, वहाँ वाममार्ग की सिद्धि होती है।
2 min |
October-2023

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चन्द्रयान-3 का खुलासा - चन्द्रमा पर रह सकेगा इंसान! चाँद पर भी बन सकती है 'बस्ती!'
चाँद की सतह ऊष्मा को रोकने वाली है और यहाँ कि मिट्टी के अन्दर ऑक्सीजन मौजूद है।
2 min |
October-2023

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पितरों का सम्मान करना हमारा नैतिक कर्त्तव्य
हमें भारतीय संस्कृति पर पूर्ण विश्वास करते हुए अपना नैतिक कर्त्तव्य समझकर अपने पूर्वजों के प्रति कर्त्तव्यपालन करना चाहिए, क्योंकि पितरों का सम्मान करना हमारा नैतिक कर्त्तव्य है।
4 min |
September 2023

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जीवन प्रबन्धन के देवता श्रीगणेश!
भारत में आदिकाल से ही गणेश पूजा की परम्परा चली आ रही है। कोई भी शुभ कार्य श्रीगणेश पूजन से ही आरम्भ होता है। चाहे वह विवाह हो अथवा भवन निर्माण आदि।
2 min |
September 2023

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श्रीगणेशपञ्चरत्नम्
आद्य शंकराचार्य ने भगवान् गणेश की स्तुति हेतु 'श्रीगणेशपञ्चरत्नम्’ नामक सुन्दर स्तोत्र की रचना की। इस स्तोत्र में छह पद हैं। अन्तिम पद में फलश्रुति का वर्णन करते हुए कहा गया है कि प्रतिदिन इस स्तोत्र का प्रात:काल पाठ करने पर आरोग्य, निर्दोषत्व, सत्साहित्य में उपलब्धि, सुपुत्र लाभ, लम्बी आयु और आठों विभूतियाँ प्राप्त हो जाती हैं। इसी कारण इस स्तोत्र का पाठ विद्यार्थियों, कलाविदों, साहित्यकारों, विद्वानों, शिक्षकों, लेखकों आदि को करने की सलाह दी जाती है।
2 min |
September 2023

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शुक्र एवं शनि का फल
कैसे करें सटीक फलादेश (भाग-194) मीन लग्न के अष्टम भाव में स्थित
7 min |
September 2023

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महान् दार्शनिक, शिक्षाविद् और कुशल प्रशासक डॉ. राधाकृष्णन
डॉ. राधाकृष्णन प्रेरक, मनस्वी और उदात्त शिक्षक के रूप में सदैव व्यक्ति, समाज, राष्ट्र की चेतना को 'सत्यम्, शिवम्, सुन्दरम्' सिद्धि के लिए स्पन्दित करते रहे। वास्तव में आज मानव को उन जैसे ही स्वभाव की आवश्यकता है।
2 min |
September 2023

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वृक्षों पर होता है अलौकिक शक्तियों का निवास
एक धार्मिक विधि सम्पन्न हो रही थी। वृद्धा ने आशीर्वाद दिया 'घर में लक्ष्मी का निवास हो, वंश को केले के पेड़ के अनुसार फूल दो, दूर्वांकर के समान वंश विस्तार हो, वट-वृक्ष एवं पीपल के समान तपस्वी बनकर सबको छाया का सुख दो।'
5 min |
September 2023

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मूलसंज्ञक नक्षत्र में जन्म कहीं अशुभ कर्मों का फल तो नहीं
कोई वृन्दावन में प्रथम बार आते ही भक्ति पा जाता है और कोई 15 वर्षों से वहाँ रह रहा है, तब भी उसे भक्ति नहीं मिल पाती है, क्योंकि सबके कर्म अलग-अलग हैं और फल भी अलग-अलग प्रकार से प्राप्त होते हैं।
4 min |
September 2023

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स्टूडियो के वास्तुदोष भी हैं नितिन देसाई की सुसाइड कारण!
वास्तुदोषों के कारण ही एन. डी. स्टूडियो जब से बना, तभी से ही नुकसान में चल रहा था। ज्यों-ज्यों स्टूडियो में नये-नये फ्लोर बनते गये, त्यों-त्यों नुकसान घटने की जगह बढ़ता ही गया।
3 min |
September 2023

Jyotish Sagar
प्रतीकों से जानिए कृष्ण स्वरूप
बाँसुरी अथवा मुरली के बिना कृष्ण की कल्पना नहीं की जा सकती। इसी तरह कृष्ण का मोर मुकुट, गायें, माखन के प्रति उनका लगाव, नृत्य और रास उनके व्यक्तित्व से जुड़े हैं।
2 min |
September 2023

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जब राधा जी ने दी श्रीकृष्ण को चुनौती!
जब भक्त को अपने भगवान् के सिवाय और कुछ नहीं दिखाई देता, जब उसे अपने भगवान् से इतना प्रेम हो जाता है कि उसे अपना भी भान नहीं रहता कि वह कौन है? तब वह अपने असली स्वरूप को ही भूल जाता है। ऐसा ही एक बार राधा जी के साथ भी हुआ।
3 min |
September 2023

Jyotish Sagar
मणिपुर में हो रही हिंसा में वास्तुदोषों की भूमिका!
आग्नेय कोण में नीचाई हो, तो शत्रुओं से कष्ट होता है और विवाद होते हैं। मणिपुर एक अण्डाकार घाटी में स्थित है, इस भौगोलिक स्थिति के कारण मणिपुर में गरीबी है और यहाँ के लोगों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
2 min |
September 2023

Jyotish Sagar
जानें कुण्डली में छिपा कर्म रहस्य!
गलत कर्मों को करने से मनुष्य को डरना चाहिए, क्योंकि यदि नहीं डरें और गलत कर्म किए, तो यही कर्मा जब मनुष्य को पीड़ित करेगा, तो वह बड़ी भय वाली स्थिति होगी और फिर कर्ज का वह भोग लाचारी के साथ करना ही होगा।
4 min |
September 2023

Jyotish Sagar
दिव्य ज्योति है राधा!
भक्ति, प्रेम और रस की त्रिवेणी जब हृदय में बहने लगती है तो मन 'तीर्थ' बन जाता है। मन में जगे इस महाभाव को ही 'राधाभाव' कहते हैं। श्रीकृष्ण जिनके लिए परम आराध्य हैं। जो भक्त उन्हें अपना सर्वस्व मानते हैं उनके लिए श्रीकृष्ण ही आनंद का मूर्तिमान स्वरूप है और उनके प्रति प्रेम की सर्वोच्च अवस्था ही 'राधाभाव' है।
2 min |
September 2023

Jyotish Sagar
चाँद पर भारत के कदम ...'मैं अपनी मंजिल पर पहुँच गया और आप भी...'
यह संदेश चाँद से आया है और भेजने वाला है भारत के चन्द्रयान-3 मिशन का ‘विक्रम लैंडर'। 23 अगस्त, 2023 को चन्द्रमा की सतह पर पहुँचने के बाद उसने यह संदेश भेजा और उसके साथ ही चाँद की सतह की एक तस्वीर भी भेजी।
4 min |
September 2023

Jyotish Sagar
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत ...
वसुदेव 'विशुद्ध चित्त' और देवकी 'निष्काम बुद्धि' थीं। ये दोनों मिलते हैं, तभी तो भगवान् का जन्म होता है।
4 min |
September 2023

Jyotish Sagar
चारधाम यात्रा की अधूरी है बिना नैमिषारण्य धाम
सनातन धर्म में प्रत्येक मनुष्य की इच्छा होती है कि वह एक बार चार धाम की यात्रा करे। यही कारण है कि प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में लोग चार धाम की यात्रा पर निकलते हैं। चार धाम यात्रा करने पर पुण्य की प्राप्ति होती है। हालाँकि उत्तरप्रदेश में। एक ऐसा पवित्र तीर्थस्थल है, जहाँ दर्शन नहीं करने पर चारधाम की यात्रा अधूरी मानी जाती है।
5 min |
August 2023

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विश्व हॉकी में भारतीय पताका फहराने वाले हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चन्द
1928 से 1936 तक तीन बार ओलम्पिक हॉकी प्रतियोगिता में भारत को सोने का तमगा दिलाने के बाद तो ध्यानचन्द की पूरे विश्व में जैसे धूम ही मच गई थी। खचाखच भरे स्टेडियम में लोग सिर्फ ध्यानचन्द को देखने आते थे।
6 min |
August 2023

Jyotish Sagar
आस्था और विश्वास की यात्रा अमरनाथ यात्रा
बाहर की ओर जल की मोटी धारा में से थोड़ा-थोड़ा जल प्रसाद के रूप में एक व्यक्ति सबको देता है। यहीं पर यात्रा की समाप्ति के पश्चात् यात्री वापस लौटना आरम्भ कर देते हैं।
5 min |
August 2023

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रक्षाबन्धन महान् घटनाओं का संगम दिवस!
देवों और दानवों के युद्ध में जब देवता हारने लगे, तब वे देवराज इन्द्र के पास गए। देवताओं को भयभीत देखकर इन्द्राणी (देवराज इन्द्र की पत्नी) ने उनके हाथों में रक्षासूत्र बाँध दिया।
2 min |
August 2023

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सच्चरित्र तथा कुलवधिंनी स्त्री प्राप्ति के योग
सभी ऐश्वर्य स्त्री के बिना अपूर्ण होते हैं। यानि एक स्त्री ही पुरुष को पूर्ण करती है और समस्त ऐश्वर्य नहीं होने पर भी सद्गुणी स्त्री की प्राप्ति इस खामी की कमी खलने तक नहीं देती है।
2 min |
August 2023

Jyotish Sagar
कालजयी हैं तुलसीदास जी
लोकमंगल की भावना से तुलसी ने भक्ति, ज्ञान और कर्म की ऐसी त्रिधारा बहाई, जिसमें गोता लगाकर मन को शान्ति और आनन्द मिलता है। जहाँ राम हैं, वहीं तुलसी का नाम भी सहज ही स्मरण हो जाता है।
3 min |
August 2023

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परम शान्ति मिलती है भगवान् शंकर को जल चढ़ाने से
भगवान् शंकर को जल चढ़ाने से परम शान्ति मिलती है। दूध एवं दही की धारा चढ़ाने से सन्तान प्राप्ति, गन्ना के रस चढ़ाने से लक्ष्मी की प्राप्ति, मधु धारा के चढ़ाने से कोष की वृद्धि, घी के चढ़ाने से ऐश्वर्य की प्राप्ति और तीर्थ जल चढ़ाने से मोक्ष मिलता है।
4 min |
August 2023

Jyotish Sagar
आई तीज बिखेर गई बीज
राजस्थान का सांस्कृतिक वैभव अतुलनीय है। कहीं मेले-उत्सव, तीज-त्योहार की उमंग है, तो कहीं धोरों में गूँजती स्वर लहरियाँ हैं।
2 min |
August 2023

Jyotish Sagar
क्या आप प्रतियोगिता परीक्षा में सफल हो पाएँगे?
प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता का विचार करते समय लग्न, तृतीय, पंचम, षष्ठ, सप्तम, नवम एवं एकादश भाव का विचार मुख्य रूप से करना चाहिए।
8 min |