Religious_Spiritual
Jyotish Sagar
रोमांच और उतार-चढ़ाव युक्त जीवनगाथा
एक योद्धा, सेना का स्वामी, किंगमेकर, जेल और 7 विवाह
9 min |
August 2025

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पाचन तन्त्र को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है "योग"
अपने व्यस्त जीवन के बीच हम अक्सर अपने पाचन तन्त्र के महत्त्व को नजरंदाज कर देते हैं। वह मुख्य कार्यकर्ता जो हमारे द्वारा उपभोग किए जाने वाले पोषक तत्वों को अथक रूप से संसाधित करता है। हालाँकि, जब हमारा पाचन स्वास्थ्य लड़खड़ाता है, तो यह हमारे समग्र स्वास्थ्य पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव डालता है।
2 min |
August 2025

Jyotish Sagar
सुख-सम्पत्ति का रहस्य और नवग्रहों का प्रभाव
गृहसुख अर्थात् वह आनन्द और सन्तोष जो किसी व्यक्ति को अपने निवास स्थान, परिवार, जीवनसाथी, सन्तान और भौतिक सम्पत्ति से प्राप्त होता है। यह जीवन की अत्यन्त महत्त्वपूर्ण जरूरत है।
5 min |
August 2025

Jyotish Sagar
आत्मकारक ग्रह बनाम कर्मों की गठरी
शनि के आत्मकारक ग्रह होने की स्थिति में जातक को जीवनभर कठिन मेहनत करके संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है। विशेषकर शनि की महादशा में अत्यधिक संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है।
9 min |
August 2025
Jyotish Sagar
पूर्व दिशा में निर्मित भवन और उसका वास्तुशास्त्रीय महत्त्व
पूर्व दिशा में सात्विक कर्म करना शुभ माना गया है। इसलिए इस दिशा में मन्दिर निर्माण, पूजाघर, बच्चों की पढ़ाई का कमरा ( स्टडी रूम) इत्यादि का निर्माण करना शुभ माना गया है।
4 min |
August 2025

Jyotish Sagar
थिरुवरप्पु श्रीकृष्ण मन्दिर दक्षिण की द्वारका में दर्शाती है चमत्कारी उपस्थिति
भारतभूमि अनेक ऋषि- मुनियों, देवी-देवताओं और अवतारों की लीलास्थली रही है। सतयुग से लेकर द्वापर युग तक भारतभूमि पर अनेक अवतार हुए हैं। इन्हीं अवतारों ने भारतभूमि पर कई चमत्कारी लीला रची हैं।
2 min |
August 2025

Jyotish Sagar
बुद्धि जाग गई!
पूर्वजन्मों में किए कर्मों के आधार पर मिला वर्तमान जन्म, अपने उस कर्म को सिद्ध करके ही रहता है, जिसके लिए जातक का जन्म हुआ है और बुरा, कष्टदायक, शुभ और सफलतादायक समय उसके लिए ही परिचायक होता है।
2 min |
August 2025

Jyotish Sagar
9 को है रक्षाबन्धन जानें कब बँधेगी राखी?
भारत में रक्षाबन्धन का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
2 min |
August 2025
Jyotish Sagar
जोहरान ममदानी अमेरिका में उभरता भारतीय मूल का राजनेता
भारतीय मूल एवं युगाण्डा में जन्मे अमेरिकन राजनेता जोहरान ममदानी इन दिनों चर्चा में हैं।
5 min |
August 2025
Jyotish Sagar
श्रीराधा और कृष्ण दिव्य युगल का दिव्य प्रेम
भारत की सांस्कृतिक परम्परा में राधा और कृष्ण का प्रेम, मात्र एक लौकिक सम्बन्ध नहीं, वरन् आध्यात्मिक स्तर पर सर्वोच्च प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
4 min |
August 2025
Jyotish Sagar
सन्तानगोपालस्तोत्र और गर्भगौरी रुद्राक्ष
हिन्दू धर्म में पितृऋण से उऋण होने के लिए सन्तान की उत्पत्ति पर बल दिया गया है। सन्तति के बिना जीवन अधूरा है। सन्तान का जन्म वंश परम्परा की सत्ता के लिए भी आवश्यक है, तो वहीं लौकिक एवं पारलौकिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए भी सन्तति की आवश्यकता होती है। पुरुष और महिला के जीवन की पूर्णता बिना सन्तति के सम्भव नहीं है। सन्तानहीनता एक 'अभिशाप' के रूप में देखा जाता है। सन्तानहीन दम्पती के मन को यह बात आजीवन कचोटती रहती है कि वह पिता और माता नहीं बन पाए। आधुनिक युग में चिकित्सकीय उपचार एवं प्रक्रियाओं (आईवीएफ आदि) के माध्यम से सन्तानहीन दम्पतियों को खुशियाँ मिलने लगी हैं, परन्तु उनकी सफलता का प्रतिशत अत्यन्त न्यून रहता है। यह देखा गया है कि आध्यात्मिक उपायों के साथ चिकित्सकीय उपचार लिया जाए, तो उसकी सफलता का प्रतिशत बढ़ जाता है।
3 min |
August 2025
Jyotish Sagar
जन-जन के आराध्य गणेश और उनकी कुछ रोचक कथाएँ
गणेशजी का रूप बड़ा ही मनभावन और कौतूहलपूर्ण है। गजमुखी, लम्बोदर, शूपकर्ण, लम्बी सूँड, छोटी आँखें, गहरी नाभि तथा उनका नन्हा-सा वाहन मूषक अनायास ही सबका ध्यान खींचता है।
6 min |
August 2025

Jyotish Sagar
द्वादश भाव एक आध्यात्मिक विवेचना
जन्मकुण्डली का द्वादश भाव मोक्ष त्रिकोण के तीन भावों यथा; चतुर्थ, अष्टम और द्वादश में से एक है।
10 min |
August 2025

Jyotish Sagar
भगवान् श्रीकृष्ण के धाम में जन्माष्टमी पर्व
भगवान् श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का आनन्द लेना है, तो मथुरा, वृन्दावन के मुख्य मन्दिरों की झाँकी जरूर देखें। यहाँ का नजारा ही कुछ और होता है।
5 min |
August 2025

Jyotish Sagar
श्रीकृष्ण के विराट् स्वरूप
भगवान् श्रीकृष्ण ने मुख्यरूप से चार बार अपना विराट् स्वरूप दिखलाया था।
4 min |
August 2025
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लोक कल्याणकारी मनीषी गोस्वामी तुलसीदास
गोस्वामी तुलसीदास जयन्ती (31 जुलाई, 2025) पर विशेष
3 min |
July 2025

Jyotish Sagar
वास्तुदोषों के कारण हमेशा संघर्ष करते रहेंगे इजराइल और हमास
प्रा चीन काल में जब से इजराइल में यहूदियों का निवास था, उसी समय से यह महत्त्वपूर्ण रहा है।
3 min |
July 2025

Jyotish Sagar
प्रकृतिप्रिया हमारी आश्रम संस्कृति
प्राचीनकाल से वर्तमान तक भारत में अध्ययन-अध्यापन को पुण्यकर्म माना जाता है।
3 min |
July 2025

Jyotish Sagar
कर्क लग्न के नवम भाव में स्थित शुक्र एवं शनि के फल
प्रस्तुत लेखमाला 'कैसे करें सटीक फलादेश?' के अन्तर्गत विगत तीन अंकों से कर्क लग्न के नवम भाव में स्थित ग्रहों के फलों का विवेचन किया जा रहा है, जिसमें अभी तक सूर्य से गुरु तक के फलों का विवेचन कर चुके हैं। उसी क्रम में प्रस्तुत आलेख में कर्क लग्न के नवम भाव में शुक्र और शनि के फलों का राशिगत, नक्षत्रगत, दृष्टिजन्य एवं युतिजन्य फलों का वर्णन कर रहे हैं।
8 min |
July 2025
Jyotish Sagar
शिवलिंग पर जल चढाने का माहात्म्य
कुछ लोगों को पता नहीं होता कि शिवलिंग पर जल क्यों चढ़ाया जाता है? शिवलिंग पर जल कौनसे बर्तन से चढ़ाना चाहिए? जल चढ़ाते समय मुँह किस ओर होना चाहिए? शिवलिंग पर जल चढ़ाने का सही तरीका क्या है और जल चढ़ाते समय कौनसा मन्त्र बोलना चाहिए? अतः यहाँ यही जानकारी प्रस्तुत है-
2 min |
July 2025

Jyotish Sagar
युद्ध का दूसरा दिन मूच्छिंत हुए लक्ष्मण जी
गगातट पर चल रही रामकथा का 26वाँ दिन आज से आरम्भ हो रहा है। स्वामी जी की प्रसिद्धि अब चारों तरफ फैल चुकी है, जिसके चलते श्रोताओं की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है।
5 min |
July 2025

Jyotish Sagar
श्रावण मास में शिवोपासना
श्रावण मास शिवोपासना का प्रमुख महीना माना गया है।
3 min |
July 2025

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देवाधिदेव महादेव की नगरी काशी
का शी मन्दिरों की नगरी है। हर घर शिवालय और चौराहा किसी देवी-देवता का 'देवरा' या 'चैरा' है।
3 min |
July 2025
Jyotish Sagar
कुण्डली का रहस्यमयी अष्टम भाव
ॐ द्यौः शान्तिरन्तरिक्ष : शान्तिः पृथिवी शान्तिरापः शान्तिरोषधयः शान्तिः। वनस्पतयः शान्तिर्विश्वे देवाः शान्तिर्ब्रह्म शान्तिः सर्व : शान्तिः, शान्तिरेव शान्तिः सा मा शान्तिरेधि॥
10 min |
July 2025

Jyotish Sagar
ट्रम्प और मस्क की दोस्ती में दरार! अब क्या कहते हैं सितारे?
मस्क ने ट्रम्प के खिलाफ लगातार कई पोस्ट किए और उन्हें 'अहसान फरामोश' तक कहा। मस्क ने लिखा, “मेरे बिना ट्रम्प चुनाव हार जाते।” इस पर ट्रम्प ने कहा कि वे “मस्क के बिना भी चुनाव जीते जाते।”
5 min |
July 2025

Jyotish Sagar
मृत्यु और पुनर्जन्म
मृत्यु के पश्चात् जीवात्मा के साथ 18 तत्त्व जाते हैं। ये हैं— पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ, पाँच कर्मेन्द्रियाँ, पाँच प्राण, मन, बुद्धि एवं अहंकार। ये सब आध्यात्मिक तत्त्व सूक्ष्म शरीर में समाविष्ट हो जाते हैं।
4 min |
July 2025
Jyotish Sagar
वास्तुशास्त्र में पंचतत्त्वों का महत्त्व
सृष्टि में हमेशा पृथ्वी, अग्नि, वायु, जल एवं आकाश इन पंचतत्त्वों की आवश्यकता रहती है तथा इन्हीं तत्त्वों से शरीर का निर्माण होता है। सारिणी के अनुसार पंचतत्त्वों के गुण एवं इन्द्रियाँ निम्नानुसार हैं-
4 min |
July 2025
Jyotish Sagar
सिकन्दर महान्
और उनकी प्रचलित जन्मपत्रिकाएँ : एक विश्लेषण
10+ min |
July 2025

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षष्ठ भाव भौतिक एवं आध्यात्मिक भाव
यदि द्वादशेश षष्ठ भाव में अच्छी स्थिति में होता है, तो जातक का आध्यात्मिकता तथा भोग-विलासिता में अच्छा सन्तुलन होता है। जातक विदेश में नौकरी कर सकता है। यह स्थिति विपरीत राजयोग निर्माण करती है।
10 min |
July 2025

Jyotish Sagar
जन्मपत्रिका में नीचराशिस्थ ग्रहों के फल : एक विस्तृत अध्ययन नीचराशिस्थ चन्द्रमा के फल
प्रस्तुत श्रृंखला 'जन्मपत्रिका में नीचराशिस्थ ग्रहों के फल' के अन्तर्गत अप्रैल, 2025 अंक से नीचराशिस्थ चन्द्रमा के फलों का विवेचन आरम्भ किया गया है, जिसमें नीचराशिस्थ चन्द्रमा के भावेश के रूप में फलों का वर्णन किया जा रहा है, जिसमें कन्या लग्न तक की जन्मपत्रिकाओं में नीचराशिस्थ चन्द्रमा का सोदाहरण वर्णन किया जा चुका है।
9 min |