Rishi Prasad Telugu
అందరికి తినిపించే తాపించేవాడు అందరి హృదయాలలో దాగి ఉన్నాడు.
అక్టోబరు 21న స్వామీ రామతీర్థుని జయంతి అలాగే పుణ్యతిథి కూడా. వారి జీవితంలోని ఒక సంఘటన గురించిన వర్ణన పూజ్య బాపూజీ గారి సత్సంగ-వచనా మృతంలో వస్తుంది :
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October 2025
Jyotish Sagar
प्रसिद्धि से भय तक केप्स कैफे की अनोखी कहानी
कनाडा के सरे नामक शहर के न्यूटन एरिया में प्रसिद्ध कॉमेडियन कपिल शर्मा ने 4 जुलाई, 2025 को 'केप्स कैफे' खोला। कैफे की अन्दरूनी साज-सज्जा हल्के गुलाबी रंग से हुई है, जिसमें सुन्दर सोफे और झूमर शामिल हैं, जो इसे एक खास और आकर्षक 'लुक' देते हैं। कैफे खुलने के बाद से ही स्थानीय लोगों के बीच यह कैफे काफी लोकप्रिय हुआ। खुलने के बाद से ही हमेशा इस कैफे पर चहल-पहल रहती थी।
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November 2025
Jyotish Sagar
अन्नपूर्णेश्वरी मन्त्र प्रयोग!
माता अन्नपूर्णा साधक को धन-धान्य से परिपूर्ण करती हैं। शिव की अर्धांगिनी (शक्ति) अन्नपूर्णा के वाराणसी में निवास के कारण वहाँ कोई व्यक्ति भूखा नहीं मरता। धन-धान्य की प्राप्ति के लिए माँ अन्नूपर्णा की साधना की जाती है। प्रस्तुत है माँ अन्नपूर्णा की मंत्र साधना।
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November 2025
Jyotish Sagar
और जब हनुमान जी ने ताम्रपत्र निकाल कर दिया !
अचानक से मनुष्य के आकार-प्रकार का एक बन्दर घने वृक्ष से बावड़ी में कूद गया और कुछ पलों में बाहर आकर उसने एक...
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November 2025
Jyotish Sagar
बिना तोड़फोड़ वास्तुदोष निवारण का उपाय
वास्तुदोषनाशक यन्त्र पैकेज
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November 2025
Jyotish Sagar
तन्त्र में पुरश्चरण विधान
मन्त्र का पुरश्चरण सामान्य क्रिया नहीं है, वरन् विशेष क्रिया है, जो गुरु की आज्ञा एवं उनकी कृपा पर निर्भर करती है। यह दीर्घकालिक और श्रमसाध्य प्रक्रिया है । इस सम्बन्ध में जानकारों का कहना है कि पुरश्चरण के आरम्भ में अनेक प्रकार की विघ्न और बाधाएँ आती हैं।
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November 2025
Jyotish Sagar
गुजरात की आस्था का अद्भुत तीर्थ डाकोर का रणछोड़राय मन्दिर
भारत भूमि पर अनगिनत तीर्थस्थल हैं, जहाँ केवल दर्शन ही नहीं वरन् आत्मा का शुद्धिकरण और आस्था का साक्षात्कार होता है। ऐसा ही एक पवित्र धाम है गुजरात के खेड़ा जिले में स्थित डाकोर का श्री रणछोड़राय जी मन्दिर। भगवान् श्रीकृष्ण को 'रणछोड़राय' के रूप में यहाँ पूजित किया जाता है। इसलिए इस धार्मिक स्थल का इतिहास भक्ति और लोकजीवन का अनूठा संगम है। मान्यता है कि श्री रणछोड़राय जी मन्दिर के दर्शन मात्र से भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
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November 2025
Jyotish Sagar
सूक्ष्म शरीर एवं उसकी असीम शक्ति
भारतीय दर्शन के अनुसार देह के तीन भेद हैं—(1) स्थूल देह, (2) सूक्ष्म देह और (3) कारण देह। दिखाई देने वाला पार्थिव शरीर ही स्थूल शरीर है। इससे परे सूक्ष्म शरीर है। सूक्ष्म शरीर कैसा है? किन तत्त्वों से बना हुआ है और उनमें क्या विशेषताएँ हैं? उसके चारों ओर फैला आभामण्डल कैसा है? आदि विषयों पर विद्वानों ने विभिन्न मत प्रस्तुत किए हैं। विश्व के प्रायः सभी धर्म और सम्प्रदाय सूक्ष्म शरीर के अस्तित्व पर विश्वास करते हैं।
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November 2025
Jyotish Sagar
तन्त्रसारोक्त महागणेश मन्त्र साधना
यूँ तो गणेशजी के अनेक मन्त्र मिलते हैं। उनमें से कुछ अधिक लोकप्रिय हैं और प्रभावशाली माने जाते हैं। ऐसा ही एक मन्त्र 'महागणेश मन्त्र' है। यह मन्त्र 28 अक्षरों का है। इस मन्त्र-साधना से मनोकामना की पूर्ति होती है, समृद्धि में वृद्धि होती है तथा राजा भी वश में हो जाता है। यह मन्त्र-साधना गणेश चतुर्थी, दीपावली आदि विशेष मुहूर्तों से आरम्भ करनी चाहिए। इस का पुरश्चरण 4 लाख 44 हजार मन्त्र जप है। जिस दिन से साधना आरम्भ करनी है, उस दिन मन्त्र जप का संकल्प लेना चाहिए।
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November 2025
Jyotish Sagar
मन्त्र साधना में न्यास का महत्त्व
साधना तब ही सफल हो सकती है, जब साधक स्वयं देवता बनकर जप करे। कहा गया है कि न्यास से देवत्व प्राप्त होता है और देवत्व प्राप्त होने के बाद जब मन्त्र साधना की जाती है, तब शीघ्र ही मन्त्र सिद्धि की प्राप्ति होती है। बिना न्यास के किए गए जप को आसुर जप तथा निष्फल कहा गया है। बिना न्यास करने पर की गई मन्त्र साधना में विघ्न बाधाएँ आती हैं। कुलप्रकाशतन्त्र में कथन है कि जो न्यास और कवच से सुरक्षित होकर मन्त्र जप करता है, उसको देखकर ही समस्त विघ्न भाग जाते हैं—
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November 2025
Jyotish Sagar
ज्योतिष की प्रमुख अवधारणा 'तिथि'
एकादशी का व्रत करने से क्रोध पर काबू पाया जा सकता है, क्योंकि मंगल क्रोध देने वाला ग्रह होने के साथ-साथ एकादशी का स्वामी भी है।
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November 2025
Jyotish Sagar
नीचराशिस्थ मंगल के फल
जन्मपत्रिका में नीचराशिस्थ ग्रहों के फल : एक विस्तृत अध्ययन
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November 2025
Jyotish Sagar
जानें वह गुप्त हनुमत्साधना, जिसे श्रीकृष्ण ने अर्जुन को दिया
महाभारत युद्ध से पूर्व श्रीकृष्ण जानते थे कि पाण्डवों का पक्ष निर्बल है, क्योंकि कौरवों के पक्ष में अजेय योद्धा भीष्म और द्रोणाचार्य के अलावा महारथी कर्ण, कृपाचार्य आदि भी थे, जिन्हें सामान्य शस्त्रों से पराजित करना सम्भव नहीं था।
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November 2025
Jyotish Sagar
भूत-वर्तमान-भविष्य की जानकारी देने वाली कर्णपिशाची मन्त्र साधना
भविष्यवक्ता के रूप में प्रसिद्धि चाहने वाले लोग इस देवी की उपासना करते हैं ताकि वे भी भूत, वर्तमान एवं भविष्य की बातें जानकर न केवल अपनी आजीविका प्राप्त कर सकें वरन् लोगों को चमत्कृत भी कर सकें।
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November 2025
Jyotish Sagar
सावित्री उपासना से विजय और कीर्ति प्राप्ति साधना विधान
सावित्री धनुर्वेद का महान् अंग हैं।
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November 2025
Jyotish Sagar
॥ आत्मदीपो भव ।।
दीपक ज्ञान एवं प्रकाश का सदैव से प्रतीक रहा है। दीपोत्सव पूर्व वैदिक काल से भारत ही नहीं, वरन् विश्व के अधिकांश भागों में मनाया जाता रहा है। आज से लगभग 3,000 वर्षों पूर्व विश्व की आदिम जातियाँ प्रकृति पूजक ही रही हैं। अग्नि ऊर्जा का रूप है, जिसका अधिदेवता सूर्यदेव को माना गया है। दीपोत्सव प्रकाशमय पर्व है। ज्योति अर्थात् प्रकाश की उपासना का उल्लेख भारतीय वाङ्मय वेदों में भी हुआ है। यथा;
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November 2025
Jyotish Sagar
तन्त्र का विज्ञान और उसके तत्त्व
जहाँ धर्म मौन है, वहाँ तन्त्र बोलता है, जहाँ विज्ञान ठहर जाता है, वहाँ तन्त्र चलता है। भारतीय संस्कृति के गर्भ में तन्त्र एक ऐसा रहस्यमय विज्ञान है, जिसे केवल ग्रन्थों से नहीं, अपितु अनुभूतियों से जाना जाता है। तन्त्र कोई अन्धविश्वास नहीं है, न ही यह केवल तान्त्रिकों की साधना का विषय है। यह एक ऐसा व्यवस्थित ज्ञान-विज्ञान है, जिसमें सृष्टि, शक्ति और साधक तीनों की गहराई में उतरने की क्षमता है। तन्त्र का शाब्दिक अर्थ है- 'तन्' (विस्तार) + 'त्र' (मुक्ति) अर्थात् 'विस्तार के माध्यम से मुक्ति'। यही तन्त्र का आधारभूत विज्ञान है।
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November 2025
Jyotish Sagar
रावण ने किस मुहूर्त में किया सीता जी का अपहरण और हो गया नष्ट?
'विन्द मुहूर्त' और उसके फल
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November 2025
Jyotish Sagar
सिंह लग्न के नवम भाव में स्थित बुध एवं गुरु के फल
प्रस्तुत लेखमाला 'कैसे करें सटीक फलादेश?' के अन्तर्गत विगत दो अंकों से सिंह लग्न के नवम भाव में स्थित ग्रहों के फलों का विवेचन किया जा रहा है, जिसमें अभी तक सूर्य से मंगल तक के फलों का विवेचन कर चुके हैं। अब उसी क्रम में प्रस्तुत आलेख में सिंह लग्न के नवम भाव में स्थित बुध एवं गुरु के भावजन्य, राशिगत, नक्षत्रगत, दृष्टिजन्य एवं युतिजन्य फलों का विवेचन किया जा रहा है।
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November 2025
Jyotish Sagar
शत्रुबाधा शमन हेतु श्रीबगला-मृत्युंजय प्रयोग
कई बार शत्रु-बाधा इतनी घातक होती है कि व्यक्ति के शरीर एवं स्वास्थ्य के लिए परेशानीदायक हो जाती है। तन्त्र-मन्त्र के हानिकारक प्रयोग से भी इस प्रकार की समस्याएँ शत्रु उत्पन्न कर देता है। ऐसी स्थिति में ईशाराधना के अलावा अन्य कोई विकल्प व्यक्ति के पास नहीं होता। शास्त्रों में इस प्रकार की समस्याओं के निवारण हेतु श्रीबगलामुखी महाविद्या एवं मृत्युंजय भगवान् को प्रभावशाली माना गया है। यदि इन दोनों की संयुक्त साधना की जाए, तो समस्या जड़मूल से समाप्त होती है। तन्त्रज्ञों के अनुसार इसके लिए त्रयक्षरी मृत्युंजय मन्त्र को श्रीबगलामुखी देवी के बीज मन्त्र से सम्पुटित कर जप करना चाहिए। साथ ही, मृत्युंजय स्तोत्र का भी इस मन्त्र को सम्पुटित कर पाठ करना चाहिए। संक्षेप में इसकी विधि निम्नानुसार है :
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November 2025
Jyotish Sagar
गुलजार जीवन यात्रा, ग्रह-योगों और दशाओं का साथ
समान्यतः माना जाता है कि परिवार का जैसा माहौल होता है, वैसा ही व्यक्ति का आचार-विचार, व्यवहार और यहाँ तक कि कॅरिअर भी बनता है।
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November 2025
Jyotish Sagar
नवांश से विवाह विवेचन
विहंगमः पक्षद्वयेन भूषितः उड्डीयते व्योम्नि सुखेच्छ्या यथा। तथा गृहस्थस्य गृहस्य शोभा प्रजायते यत्र द्वयो अस्ति सौहृदः॥ अर्थात् जिस प्रकार एक पक्षी अपने दोनों पंखों के सहारे आकाश में सुखपूर्वक उड़ता है, उसी तरह पति और पत्नी दोनों के परस्पर प्रेम और सहयोग से ही गृहस्थ जीवन शोभायमान होता है।
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November 2025
Jyothisharatnam
ഓങ്കാര പൊരുൾ തേടി
കണ്ണൂരിൽ നിന്നും കൂത്തുപറമ്പിലേക്കുള്ള വഴിയിലാണ് പെരളശ്ശേരി സുബ്രഹ്മണ്യസ്വാമിക്ഷേത്രം സ്ഥിതിചെയ്യുന്നത്. ഈ സുബ്രഹ്മണ്യക്ഷേത്ര വുമായി ബന്ധപ്പെട്ട് ഈ ദേശത്തിന് രണ്ടുപേരുകളുണ്ട്. ഒന്ന്, പെരളശ്ശേരി എന്നാണെങ്കിൽ മകരി എന്നാണ് മറ്റൊരു പേര്.
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October 16-31, 2025
Jyothisharatnam
ഒരു കാര്യം വിധിക്കും മുമ്പ് പലവട്ടം ആലോചിക്കുക
വഴിപോക്കരെ ഉപദ്രവിക്കുന്നത് നിർത്തലാക്കുകയും ക്ഷേമഭരണ സംവിധാനങ്ങളിലേക്ക് ശ്രദ്ധ തിരിക്കുകയും ചെയ്തു
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October 16-31, 2025
Jyothisharatnam
സപ്തമാതൃക്കളും വ്യാളീമുഖവും
ശിവ ക്ഷേത്രം, മഹാവിഷ്ണു ക്ഷേത്രം ഒഴിച്ച് മറ്റെല്ലാ ക്ഷേത്രങ്ങളിലും വ്യാളീമുഖം 'കിംപുരുഷരൂപം സ്ഥാപിക്കപ്പെട്ടു കാണുന്നു
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October 16-31, 2025
Jyothisharatnam
നിറങ്ങളുടെ ഉത്സവം
എവിടെയും ആഹ്ലാദത്തിമിർപ്പിന്റെയും സന്തോഷത്തിന്റെയും ആരവങ്ങളുടെയും അലയടികൾ. കുട്ടികളും യുവാക്കളും പ്രായമായവരുമെല്ലാം സന്തോഷത്തിന്റെ നിറവിൽ തങ്ങളുടെ വർണ്ണങ്ങളുടെ ഉത്സവമായ ദീപാവലിയെ എതിരേൽക്കാൻ സജ്ജമായിക്കഴിഞ്ഞു. നാടും നഗരവും ഒരു പ്രത്യേക ഉണർവിന്റെ ലോകത്തിലേക്ക് വഴുതിവീണ പ്രതീതി. വീടും പരിസരവും ഒരുത്സവത്തിന്റെ അതിരറ്റ ആവേശത്തോടെ ദീപാവലിയെ സ്വീകരിക്കുവാൻ തയ്യാറായിക്കഴിഞ്ഞു.
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October 16-31, 2025
Jyothisharatnam
കർപ്പൂരപ്രിയന് ഹരഹരോഹര
സന്താനഭാഗ്യത്തിന് ഏറെ ഗുണകരമാണ് ഷഷ്ഠിവ്രതം. മാറാ രോഗങ്ങൾ കൊണ്ട് ദുരിതം അനുഭവിക്കുന്നവർക്കും ഷഷ്ഠിവ്രതം എടുത്താൽ രോഗശാന്തി ഉണ്ടാകും. വെളുത്തപക്ഷത്തിലെ ഷഷ്ഠിയാണ് ഉത്തമം.
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October 16-31, 2025
Jyothisharatnam
വാക്കുകൾ വാസനപ്പൂക്കൾ
കവികൾക്കും കലാകാരന്മാർക്കും വാക്കുകൾ തോക്കിന് തുല്യമാണ്.
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October 16-31, 2025
Muhurtham
രാഹുദോഷം തീരാൻ തിരുവെഴുന്നള്ളത്ത് കാണണം
വെട്ടിക്കോട് ശ്രീനാഗരാജസ്വാമി ക്ഷേത്രം
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September 2025
Muhurtham
ദാമ്പത്യസന്തോഷം ലഭിക്കുമോ നിങ്ങൾക്ക്
ജ്യോതിഷ വിധി...
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