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देशभक्ति की भावना भरेंगे 'योद्धा' सिद्धार्थ मल्होत्रा
सिद्धार्थ मल्होत्रा, राशि खन्ना और दिशा पटानी अभिनित ऐक्शन फिल्म 'योद्धा' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। यह फिल्म एक विशेष टास्क फोर्स अधिकारी अरुण कात्याल (सिद्धार्थ मल्होत्रा) की यात्रा की कहानी पर आधारित है, जो देश को आतंकवादियों से बचाने के लिए कुछ भी करेगा।
धोनी का जलवा बरकरार!
आईपीएल के अपने पहले ही मैच में विस्फोटक बल्लेबाजी से जीता दिल
समुद्री डकैतों के लिए खौफ बन कर उभर रही भारतीय नौसेना
हिंद महासागर के कई इलाकों में समुद्री डकैती जारी है । सोमालिया, इथोपिया, इरिट्रिया और जिबूती जैसे देशों के समुद्री डकैत समंदर में सामानों से भरे जहाज लूटने में लगे हैं और अब भारतीय नौसेना इनके लिए एक काल बनके उभरी है। भारतीय नौसेना ने अरब सागर और अदन की खाड़ी जैसे क्षेत्रों में मैरीटाइम सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए 35 समुद्री लुटेरों को पकड़कर उन्हें मुंबई लेकर आई। इस कार्यवाही को आईएनएस कोलकाता ने अंजाम दिया है।
यूपी में पेंडुलम की तरह झूलते ओबीसी वोटर!
केन्द्र में मोदी को शीर्ष तक पहुंचाने में ओबीसी की बड़ी भूमिका रही है। राज्यों में मुलायम, लालू एवं नीतीश की राजनीति भी ओबीसी की फैक्ट्री से ही निकली। आज भी कई राज्यों में राजनीतिक दलों का भविष्य ओबीसी वोटरों के मूड पर निर्भर करता है। यह तब है जबकि चुनाव आयोग के पास ऐसा कोई आंकड़ा नहीं है, जो बता सके कि किस वर्ग ने किस दल को वोट किया।
पश्चिमी यूपी के मुसलमान इस बार किसके साथ?
पश्चिमी यूपी की 27 सीटों पर पहले तीन चरणों में मतदान होना है, जहां मुस्लिम वोटर की बड़ी आबादी किसी भी चुनाव का परिणाम बदलने का माद्दा रखती है। सपा, बसपा ने पिछले चुनाव में इसी समीकरण के जरिए आठ सीटें जीती थीं। वर्ष 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के बाद जाटों और मुस्लिमों के बीच जो दूरी बढ़ी, वह रालोद के लगातार प्रयास से कम हुई थी।
धामी के कंधों पर उत्तराखंड का मिथक तोड़ने की चुनौती
प्रदेश की धामी सरकार ने पिछले दो साल में कई अभूतपूर्व कार्य किए हैं। इसमें सबसे पहले आता है समान नागरिक संहिता कानून जो लागू होने जा रहा है। बताते चलें कि यूसीसी से महिला सशक्त होगी, उनकी सुरक्षा होगी, बच्चों की सुरक्षा होगी, लिव इन रिलेशनशिप का भी ध्यान रखा गया है। इसके बाद दूसरा नंबर आता है नकल रोकने के लिए सख्त नकल विरोधी कानून भी राज्य सरकार लेकर आयी है।
लोकतंत्र को धारदार बनाने के लिए जरूरी है शत-प्रतिशत मतदान
भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में मतदान महज वोट करने के लिए चुनावी बटन को प्रेस करने की प्रक्रिया का ही नाम नहीं है। मतदान एक ऐसी प्रक्रिया है जो देश में जन आकांक्षा को मूर्तमान बनाने का माध्यम है, शासन को सुशासन तक पहुंचाने वाला उपकरण है, प्रतिनिधि मूलक लोकतंत्र को मजबूत करने का आधार है, देश की सत्ता में जन साझेदारी का आयाम है। भारत जैसे देश में शत-प्रतिशत मतदान की आवश्यकता है क्योंकि मतदान का स्तर जितना बढ़ेगा, राजनीतिक अधिकारों के प्रति जागरूक लोगों के द्वारा उतनी ही अच्छी सरकार का चयन किया जाएगा।
बोपन्ना ने देश को किया गौरवान्वित
भारतीय स्टार रोहन बोपन्ना ने पहली बार आस्ट्रेलियन ओपन का ग्रैंड स्लैम जीतकर देश को गौरवान्वित कर दिया। बोपन्ना-एब्डेन ने इटली के सिमोन और एंड्रिया को 7-6, 7-5 से पराजित किया। इस जीत के साथ बोपन्ना ने युगल में ग्रैंड स्लैम जीतने सपने को पूरा कर लिया। यह उनके पेशवर करियर का युगल में पहला बड़ा खिताब है। इससे पहले पिछले साल बोपन्ना एब्डेन के साथ ही यूएस ओपन के उपविजेता रहे थे।
भारतीय संस्कृति में वसंत पंचमी का महत्व
वसंत पंचमी को पर्व के रूप में मनाए जाने के पीछे कई तरह की मान्यताएं हैं। ऐसा माना जाता है कि वसंत पंचमी के दिन ही देवी सरस्वती का अवतरण हुआ था। मान्यता है कि ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना करने के बाद मनुष्य की रचना की। इसके बाद उन्होंने अनुभव किया कि मनुष्य की रचना मात्र से ही सृष्टि की गति को संचालित नहीं किया जा सकता।
चौवालीस साल के सशस्त्र संघर्ष का हुआ अंत
अल्फा हुआ अतीत, जातीय विकास मंच के जरिए करेंगे विकास
'पलटीमार' फिर भी नीतीश सरकार
यह पहली बार नहीं है, जब नीतीश कुमार ने ऐसा किया। इससे पहले वे 2013 में लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से अलग हुए थे। तब उन्होंने भाजपा की ओर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने पर यह निर्णय लिया था। भाजपा के साथ चल रही सरकार से अलग होने के बाद कांग्रेस, सीपीआइ व निर्दलीय के भरोसे अपनी सरकार बचाई थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को महज दो सीटें मिलने पर पद छोड़ जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया था। कुछ महीने बाद ही उन्हें हटा दोबारा सीएम बन गए थे।
राममय हुआ भारत
अयोध्या और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मध्य 135 किमी का फासला है। इस लम्बे मार्ग के किनारे-किनारे श्रद्धालुओं की भीड़ 'जय श्रीराम' का नारा लगा रही थी। सबके चेहरे पर उल्लास और उत्साह। सब आनंदित और सब प्रसन्न। देश और विदेश के तमाम क्षेत्रों में भी अपने-अपने ढंग से उल्लास व्यक्त करने वालों की भीड़ आश्चर्यजनक थी।
देवभूमि उत्तराखंड का श्रीराम से गहरा नाता
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर शासन ने कुमाऊं क्षेत्र में स्थित पवलगढ़ कंजर्वेशन रिजर्व का नाम बदलकर सीतावनी कंजर्वेशन रिजर्व करने की अधिसूचना जारी कर दी है। यह क्षेत्र महर्षि वाल्मीकि, माता सीता और लव-कुश से जुड़ा माना जाता है। वहां स्थित मंदिर की देखरेख का जिम्मा पुरातत्व विभाग के पास है। धामी सरकार ऐसी पहली सरकार है, जिसने किसी संरक्षित क्षेत्र का नामकरण माता सीता के नाम पर किया है।
मैं हूं, आदि-अनंत प्रभु श्रीराम की अलौकिक नगरी अयोध्या
मोदी अयोध्या को बनाना चाहते हैं 'हिन्दुओं की वेटिकन सिटी'
व्यास तहखाने में पूजा की 30 साल बाद मिली अनुमति
एक ओर जहां धार्मिक राजधानी काशी में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिसर से सटे ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में एएसआई सर्वे के दौरान हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियों के अवशेष बरामद हुए, वहीं अब व्यास तहखाने में पूजा-पाठ पर लगी रोक समाप्त करने के मामले में भी हिंदू पक्ष की एक और जीत हासिल हो गई है।
उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव - सीएम धामी के मिशन को पूरा करेंगी राधा रतूड़ी
युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राधा रतूड़ी को शासन का नया बॉस बनाना खास मिशन का हिस्सा माना जा रहा है। हर मंच पर उत्तराखंडियत की बात करने वाले सीएम पुष्कर सिंह धामी अब उत्तराखंडियत से जुड़े हर मुद्दे को अंजाम तक पहुंचाना चाहते हैं। उत्तराखंडियत व लोक कल्याण से जुड़े 4 बड़े संकल्प ऐसे हैं, जो सीएम धामी की प्राथमिकता में हैं और इन्हें पूरा करने में सीएम देरी करने के पक्ष में कतई नहीं हैं।
बेरोजगारी पर कड़ा प्रहार, धामी सरकार में रोजगार की भरमार
बीते वर्ष धामी सरकार ने बेरोजगारी को नियंत्रित करने में ऐतिहासिक सफलता हासिल की, मगर अब आने वाले एक से दो वर्षों में उत्तराखंड में रोजगार का नया रिकॉर्ड बनने के आसार हैं। दरअसल, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दिसंबर 2023 में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में 3.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश एमओयू हस्ताक्षर किए थे, अब उनकी ग्राउंडिंग होनी शुरू हो गई है। इससे प्रदेश में उद्योग व सेवा क्षेत्र का तेजी से विकास एवं विस्तार हो रहा है। इनसे निजी क्षेत्र में लाखों की संख्या में रोजगार व स्वरोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। इसके लिए सीएम धामी निवेश की ग्राउंडिंग की हर महीने समीक्षा भी कर रहे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा निवेश को धरातल पर उतारा जा सके। वहीं, 'डेस्टिनेशन उत्तराखंड' भी कई अवसर पैदा करेगा।
'गुड गवर्नेस' ने परिवहन निगम को घाटे से उबारा
किसी ने ठीक कहा है कि 'कौन कहता है कि आसमां में छेद नहीं हो सकता, एक पत्थर तबीयत से तो उछालो यारो..' यह वाक्य मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार पर फिट बैठता है।
उत्तराखंड में यूसीसी धामी सरकार का 'मास्टर स्ट्रोक'
विधानसभा से यूसीसी विधेयक पारित होने के बाद अब इसे राज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है। राज्यपाल व राष्ट्रपति की मंजूरी मिलते ही धामी सरकार यूसीसी को प्रदेश में लागू कर देगी। इसी के साथ स्वतंत्र भारत में यूसीसी का कानून बनाकर लागू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बनेगा। धामी सरकार ने यूसीसी को लाकर इतिहास तो रचा ही, आगामी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ऐसा 'मास्टर स्ट्रोक' चला है, जिससे विपक्ष चारों खाने चित्त है। केन्द्र सरकार ने पहले कश्मीर में अनुच्छेद 370 पर निर्णय, बाद में राम मंदिर का निर्माण और अब उत्तराखंड में यूसीसी कानून लागू करने की पहल करके धामी सरकार ने राष्ट्रीय परिदृश्य में भी लीड ले ली है।
इंडिया गठबंधन का 3 अस्तित्व खतरे में!
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने साफ कह दिया है कि वह अपने राज्य में कांग्रेस और में वामदलों के लिए कोई भी सीट नहीं छोड़ेंगी और अकेले ही चुनाव मैदान में जायेंगी। उधर, पंजाब और दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने भी कांग्रेस के दावे को सिरे से नकार दिया है। आप ने पंजाब और दिल्ली की सभी सीटों पर अकेले ताल ठोंकने की बात कह दी है। उधर, यूपी में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कांग्रेस को 11 सीटों से ज्यादा देने को तैयार नहीं है जबकि यहां कांग्रेस कम से कम 20 सीटें मांग रही है।
सरकार का चरखा दांव
कुश्ती संघ के चुनाव में मिली हार पर महिला पहलवान साक्षी मलिक ने पहले संन्यास लेने का ऐलान किया, उसके बाद पहलवान बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का ऐलान कर दिया। सारे घटनाक्रम और उसकी गंभीरता को देखते हुए केन्द्र सरकार ने चरखा दांव लगाते हुए कुश्ती संघ की नयी इकाई को निलंबित कर दिया।
अटल जी ने राष्ट्र सर्वोपरिता की सगुण जीवनदृष्टि दी
अटल जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे। उन्होंने मिलकर चुनाव लड़ने के लिए गैर-कांग्रेसी दलों को सहमत किया। 1977 के आम चुनाव में जनता पार्टी जीती। सरकार भी बनी । वे विदेश मंत्री बने। दिल्ली में भारतीय जनसंघ का अधिवेशन हुआ। जनसंघ की विकास यात्रा में उपाध्याय, अटल जी आदि अनेक नेताओं, कार्यकर्ताओं ने अपना श्रम तप लगाया था।
वक्फ बोर्ड के सहारे फलती-फूलती मुस्लिम तुष्टीकरण की सियासत
केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री सेंट्रल वक्फ बोर्ड का पदेन अध्यक्ष होता है। ज्यादातर किसी मुसलमान को ही अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बनाया जाता है। मोदी सरकार में पहले मुख्तार अब्बास नकवी इस पद पर थे, उनके हटने के बाद से स्मृति ईरानी अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हैं। वो पारसी अल्पसंख्यक समुदाय से हैं, मगर खास बात यह है कि सेंट्रल वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष तो गैर-मुस्लिम हो सकता है, लेकिन सारे सदस्य मुस्लिम ही होते हैं।
अपनी तरह का पहला सैन्य विद्रोह था पेशावर कांड
उत्तराखंड के जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में आने के बाद मामला रुक गया, लेकिन परिजन अब उक्त जमीन को अपने नाम पर कराने या उत्तराखंड में जमीन दिलाने की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग जायज इसलिये है कि देशप्रेम की मिसाल पेश करने और अदम्य साहस दिखाने पर अंग्रेज सरकार ने चन्द्रसिंह की जमीन जायदाद जब्त कर ली थी।
2023 में फतह किया चुनौतियों का 'पहाड़'
2024 में 'नई उड़ान' भरेगा उत्तराखंड
मिशन कश्मीर अब एक विधान, एक निशान
अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले को देश की सबसे बड़ी अदालत यानि सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी गयी लेकिन लम्बी सुनवाई और बहस के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने केन्द्र सरकार के फैसले पर मुहर लगा दी। सुप्रीम कोर्ट ने 5 अगस्त 2019 के केंद्र सरकार के फैसले को सही ठहराया। कोर्ट ने कहा कि 30 सितंबर 2024 तक जम्मू कश्मीर में ही चुनाव हों, राज्य का दर्जा जल्द से जल्द बहाल हो।
2024 में भी चलेगी मोदी की गारंटी!
पीएम मोदी लोकसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाने को लेकर आश्वस्त हैं। हाल ही में तीन राज्यों में भाजपा की जीत ने पार्टी का हौसला और बढ़ा दिया है। भाजपा ने 400 प्लस सीटों का लक्ष्य रखा है। भाजपा भले ही इस बार भी बहुमत का आंकड़ा हासिल कर ले परंतु 400 प्लस का लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं होगा। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए भाजपा इस बार भी 'मोदी मैजिक' पर ही निर्भर रहेगी।
'रोमांसिंग विद लाइफ' जिंदादिली की मिसाल थे देवानंद
वर्ष 1948 में प्रदर्शित फिल्म 'जिद्दी' देवानंद के फिल्मी कैरियर की पहली हिट फिल्म साबित हुई। इस फिल्म से वह बड़े अभिनेता के रूप में स्थापित हो गए। इसके बाद उन्हें कई फिल्में मिलीं। इस फिल्म की कामयाबी के बाद उन्होंने फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कदम रखा और नवकेतन बैनर की स्थापना की। नवकेतन के बैनरतले उन्होंने वर्ष 1950 में अपनी पहली फिल्म 'अफसर' का निर्माण किया जिसके निर्देशन की जिम्मेदारी उन्होंने अपने बड़े भाई चेतन आनंद को सौंपी।
...चूक गए 'चौहान'
आईसीसी विश्व कप-2023 का फाइनल मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया। ऑस्ट्रेलिया रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम को हराकर 6ठी बार विश्व विजेता बनी। फाइनल मैच में हार के साथ रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम का तीसरी बार का विश्व विजेता बनने का सपना फिलहाल सपना ही रह गया।
सत्कर्मों से उत्पन्न होता है यज्ञ
यज्ञ कई तरह के हैं। कुछ लोग अपनी भौतिक सम्पत्ति व योगाभ्यास से अर्जित शक्ति को यज्ञ में अर्पित करते हैं। उपनिषदों के समय सभी कर्मों को बंधनकारी माना जाता था। कर्मबंधन में बंधे व्यक्ति का पुनर्जन्म होता है। केवल यज्ञ ही बंधन में नहीं डालता। श्रीकृष्ण अर्जुन को बताते हैं, 'प्राचीन काल में प्रजापति ने यज्ञ से प्राणी उत्पन्न किए थे और कहा था कि, 'यज्ञ तुम्हारी सभी इच्छाओं को पूरा करेगा।' श्रीकृष्ण कहते हैं, 'तुम यज्ञ के द्वारा देवताओं का पोषण करो।