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बोल्ड फैसलों ने धामी को बनाया गुड एडमिनिस्ट्रेटर
DASTAKTIMES
|May 2023
जब कई राज्य धर्मांतरण के मुद्दे पर कानूनी स्तर पर विचार कर ही रहे थे, ऐसे में धामी अग्रणी मुख्यमंत्री के रूप में सामने आए और तत्काल धर्मांतरण निरोधक कानून बना दिया। मोदी सरकार ने देश में अवैध अतिक्रमणों को रोकने का मंत्र राज्य सरकारों को दिया तो धामी ने मुस्तैदी से लैंड जिहाद को खत्म करने पर निर्णय लेने में देर नहीं लगाई। प्रधानमंत्री मोदी ने एग्जाम वारियर बुक लिखी है और परीक्षा पर चर्चा कर युवाओं की सोच को एक नई दिशा दी तो मुख्यमंत्री धामी ने भी देश का सबसे कठोर नकलविरोधी कानून बनाते हुए उत्तराखंड के युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में कार्य किया है। ये कुछ ऐसे कार्य हैं जो उन्हें देश के कई मुख्यमंत्रियों से अलग बनाते हैं और प्रधानमंत्री मोदी से विशेष कनेक्शन बनने की कड़ी बन गए हैं।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री बनने के साथ ही नवीन जिम्मेदारियों का निर्वहन बेहतर अंदाज में किया है। उसकी राजनीतिक गलियारों में तो तारीफ हो ही रही है, साथ ही उन्होंने अपने अल्पकालिक शासन में प्रशासनिक कौशल की भी नयी छाप छोड़ी है। पहली बार मुख्यमंत्री की शपथ लेते ही कुछ मिनटों में ही भ्रष्ट छवि के नौकरशाह ओम प्रकाश को हटाकर अपनी सख्त कार्यप्रणाली का पहला संकेत दे दिया था। दूसरी बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद उत्तराखंड की ब्यूरोक्रेसी में यह स्पष्ट संदेश दिया कि अच्छे कार्यों पर पुरस्कार और गलतियों पर दंड भुगतने को तैयार रहें। उनकी इस शालीनताभरी आक्रामक शैली ने ब्यूरोक्रेसी के कान खड़े कर दिए। मुख्यमंत्री धामी अपने सधे हुए फैसलों से यह साबित करने में कामयाब हुए हैं कि विनम्रतापूर्वक सबको साथ लेकर चलने की मनमोहक शैली के साथ कड़े निर्णय लेकर उन्हें सख्ती से कैसे लागू किया जा सकता है । यह उन्होंने सिर्फ कहा ही नहीं, करके भी दिखाया है। यही कारण है कि उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से तय मुलाकात कब समय सीमा पार कर जाती है, पता ही नहीं चलता। अभी हालिया मुलाकात में भी पौने दो घंटे के लगभग चली वार्ता से यह यह साबित होता है कि उत्तराखंड के नेतृत्वकर्ता धामी और देश के शीर्ष नेतृत्व नरेंद्र मोदी के बीच एक शानदार केमेस्ट्री काम करती है जो उनकी मुलाकातों में झलकती आत्मीयता से जाहिर हो जाता है। इससे पता चलता है कि धामी द्वारा किए गए कार्यों व उनकी शैली से शीर्ष नेतृत्व कितनी रुचि रखता है। एक बेहतर प्रशासक के रूप में मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री मोदी से ही गवर्नेस डिलिवरी सिस्टम को धार देना सीखा है। प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड को एक मजबूत राज्य बनाने के जो आयाम सोचे, उन्हें पूरा करने की दिशा में मुख्यमंत्री धामी को सदैव तत्पर पाया। प्रधानमंत्री मोदी को इस बात का अहसास है कि कैसे एक युवा होनहार मुख्यमंत्री अपने राज्य में चौबीसों घंटे और सातों दिन गुड गवर्नेंस देने के साथ-साथ ०
This story is from the May 2023 edition of DASTAKTIMES.
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