Try GOLD - Free
पूज्य नारायण साँईंजी का धरा पर दिव्य अवतरण
vishvaguru ojaswi
|January 2021
'संत न होते जगत में तो जल मरता संसार' ।
-

पूज्य साँईंजी का व्यक्तित्व ऐसा है जैसे कोई दिव्य शांतचित्त महात्मा योगी हों । ब्रह्मत्व प्राप्त महापुरुषों को समझना अत्यंत कठिन होता है। पूज्य साँईंजी का व्यक्तित्व बड़ा सरल है, ब्रह्मत्व को प्राप्त आध्यात्मिक तेज से परिपूर्ण । पूज्यश्री बापूजी एवं पूजनीया मैयाजी श्री लक्ष्मी देवीजी के इकलौते सुपुत्र होने के बावजूद भी उनमें इतनी स
This story is from the January 2021 edition of vishvaguru ojaswi.
Subscribe to Magzter GOLD to access thousands of curated premium stories, and 9,500+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
MORE STORIES FROM vishvaguru ojaswi

vishvaguru ojaswi
भारत की सबसे कम हाइट की वकील
सफलता हासिल करने के लिए हाइट नहीं बल्कि हौसले बड़े होने चाहिए।
1 min
June 2021

vishvaguru ojaswi
गृहस्थ धर्म क्या है ?
माता-पिता, समाज के ऋणानुबंध से मुक्त होने का माध्यम गृहस्थाश्रम है ।
1 min
June 2021

vishvaguru ojaswi
संगीत जीवन की ध्वनि है...
जो रस की सृष्टि से उत्पन्न होता है, वह संगीत कहलाता है ।
1 min
June 2021

vishvaguru ojaswi
सत्शिष्य के लक्षण
परम शांत अवस्था से बढ़कर व शांति के अनुभव से बढ़कर और कोई जगत में श्रेष्ठ अनुभव नहीं माना गया।
1 min
July 2021

vishvaguru ojaswi
वर्तमान शिक्षा में परिवर्तन की आवश्यकता
ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चे पढ़ जरूर रहे हैं, पर उन्हें उचित ज्ञान प्राप्त नहीं हो रहा है।
1 min
July 2021

vishvaguru ojaswi
स्वामी श्री लीलाशाहजी जीवन दर्शन
साधु-संग मनुष्य जीवन को कुंदन (सोना) बनानेवाला है।
1 min
July 2021

vishvaguru ojaswi
कैदियों के उज्ज्वल जीवन का आधार : योग !
योग से न सिर्फ कैदियों की फिटनेस में सुधार हुआ बल्कि इससे उनमें हिंसा की प्रवृत्ति घटी ।
1 min
May 2021

vishvaguru ojaswi
पूज्य श्री साँईंजी का रामनवमी पर विशेष संदेश
रामजी ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझा और बुराई के विरुद्ध संघर्ष किया।
1 min
May 2021

vishvaguru ojaswi
वर्तमान शिक्षा में परिवर्तन की आवश्यकता
उत्तम भोजन से उत्तम आरोग्य और उत्तम आरोग्य से उत्तम शिक्षा प्राप्त होगी।
1 min
May 2021

vishvaguru ojaswi
वर्तमान शिक्षा में परिवर्तन की आवश्यकता
उद्यमिता कई चीजों से मिलकर बनी एक बड़ी आर्थिक-सामाजिक व्यवस्था है ।
1 min
April 2021
Translate
Change font size