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कैसा रहेगा भारत के लिए मिथुन का गुरु ?
Jyotish Sagar
|May 2025
जनता की सक्रियता इस गोचरावधि में बढ़ी हुई दिखाई देगी।
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जन चेतना के चलते अनेक मामलों में सरकार को जनहित सम्बन्धी कार्यों के लिए बाध्य होना पड़ सकता है।
प्रतीत होगी।
संसदीय व्यवस्था की दृष्टि से भी यह गोचरावधि विगत गोचरावधि की भाँति रहनी चाहिए। संसद एवं विधानसभाओं पर कार्यपालिका की प्रधानता तो रहेगी, परन्तु विपक्ष की बली स्थिति और उसकी सक्रियता के चलते सत्ता पक्ष पर कुछ हद तक अंकुश भी रहेगा, जिससे संसदीय लोकतन्त्र की शक्ति का अहसास भी होगा।
जनता की सक्रियता इस गोचरावधि में बढ़ी हुई दिखाई देगी। जन चेतना के चलते अनेक मामलों में सरकार को जनहित सम्बन्धी कार्यों के लिए बाध्य होना पड़ सकता है।
कुल मिलाकर भारतीय राजनीतिक व्यवस्था की दृष्टि से गुरु का मिथुन राशि में गोचर विगत गोचरावधि की भाँति ही रहने की सम्भावना है।
अर्थव्यवस्था
भारतीय अर्थव्यवस्था की दृष्टि से गुरु का मिथुन राशि में गोचर प्रायः शुभ नहीं कहा जा सकता। यद्यपि
सकल घरेलू उत्पाद की दर में वृद्धि होगी, परन्तु औद्योगिक एवं कृषिक्षेत्र पिछड़ा रह सकता है। असंगठित क्षेत्रों में भी वृद्धि दर के लक्षण देखने को नहीं मिल पाएँगे। गुरु की इस गोचरावधि में अन्तरराष्ट्रीय व्यापार में नवीन समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं, हालांकि उन चुनौतियों का सामना करने के लिए सरकार को पर्याप्त जनसमर्थन भी प्राप्त होगा।
Denne historien er fra May 2025-utgaven av Jyotish Sagar.
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