Prøve GULL - Gratis

जोहरान ममदानी

Jyotish Sagar

|

December 2025

न्यूयॉर्क मेयर बनने के बाद की चुनौतियाँ और ग्रहस्थिति

जोहरान ममदानी

“आप सबके सामने खड़ा होकर मुझे जवाहर लाल नेहरू के शब्द याद आते हैं। इतिहास में कभी-कभी ऐसा क्षण आता है, जब हम पुराने से नए की ओर कदम बढ़ाते हैं, जब एक युग समाप्त होता है और जब किसी राष्ट्र की लम्बे समय से दबाई गई आत्मा अपनी अभिव्यक्ति पाती है। आज रात हमने पुराने से नए की ओर कदम बढ़ा लिया है।”

4 नवम्बर, 2025 को न्यूयॉर्क के मेयर का चुनाव जीतने के बाद ज़ोहरान ममदानी ने अपने भाषण में पं. जवाहर लाल नेहरू के प्रसिद्ध भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' का जिक्र करते हुए अपनी जीत को नए युग में प्रवेश के रूप में लिया है। न्यूयॉर्क सिटी के मेयर का चुनाव जीतकर उन्होंने इतिहास रच दिया। वे शहर के पहले मुस्लिम और भारतीय-युगाण्डाई मूल के मेयर हैं, और सबसे युवा मेयर भी हैं। लोकतांत्रिक समाजवादी के रूप में ममदानी की जीत ने अमेरिकी राजनीति में भूकम्प ला दिया है, खासकर जब उन्होंने पूर्व गवर्नर एंड्रयू क्यूमो को जून 2025 के प्राइमरी में हराया और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की न्यूयॉर्क को केन्द्रीय सहायता रोकने की धमकी के बावजूद उनके समर्थक उम्मीदवार को हराया।

इस समय जोहरान ममदानी का जीतना अपने-आपमें एक बड़ी घटना है। आइए देखते हैं कि अब उनके सितारे क्या कहते हैं?

जोहरान ममदानी

जन्म दिनांक : 18 अक्टूबर, 1991

जन्म समय : 01:15 बजे

जन्म स्थान : कंपाला (युगाण्डा)

जोहरान क्वामे ममदानी का जन्म 18 अक्टूबर 1991 को युगाण्डा की राजधानी कंपाला में कर्क लग्न और सिंह नवांश में हुआ। वे अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं। उस समय उनके पिता महमूद ममदानी युगाण्डा में कार्यरत थे।

FLERE HISTORIER FRA Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

सिंह लग्न के नवम भाव में स्थित शुक्र एवं शनि के फल

प्रस्तुत लेखमाला 'कैसे करें सटीक फलादेश?' के अन्तर्गत विगत तीन अंकों से सिंह लग्न के नवम भाव में स्थित ग्रहों के फलों का विवेचन किया जा रहा है, जिसमें अभी तक सूर्य से गुरु तक के फलों का विवेचन कर चुके हैं।

time to read

8 mins

December 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

जीवनपथ प्रदर्शक ग्रन्थ 'श्रीमद्भगवद्गीता'

गीता जयन्ती मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी को मनाई जाती है। इसे 'मोक्षदा एकादशी' भी कहा जाता है।

time to read

3 mins

December 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

लंकाकाण्ड : छठे दिन का युद्ध राम-रावण युद्ध

गंगातट पर चल रही रामकथा का 26वाँ दिन चल रहा है, जिसमें लंकाकाण्ड की कथा चल रही है और युद्ध का प्रकरण चल रहा है।

time to read

8 mins

December 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

जोहरान ममदानी

न्यूयॉर्क मेयर बनने के बाद की चुनौतियाँ और ग्रहस्थिति

time to read

6 mins

December 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

जब दूध ने बदल लिया रंग राहुस्थलम् का अद्भुत रहस्य !

भारतीय ज्योतिष में राहु को नवग्रहों में अत्यन्त प्रभावशाली ग्रह माना गया है। यह ग्रह अदृश्य होते हुए भी मनुष्य के जीवन में आश्चर्यजनक घटनाएँ उत्पन्न करता है।

time to read

2 mins

December 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

दसवीं बार मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार राजनीतिक यात्रा ग्रह- योग और दशाओं के साथ

नीतीश कुमार की जन्मपत्रिका में बन रहे राजयोगों और उपयुक्त समय पर उनकी दशाओं के प्रभाव में रहने से उन्हें सन् 1990 से लगातार सत्ता का सुख मिलता रहा है और वे 20 नवम्बर, 2025 को दसवीं बार बिहार से मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले रहे हैं।

time to read

7 mins

December 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

तन्त्र में पुरश्चरण विधान

मन्त्र का पुरश्चरण सामान्य क्रिया नहीं है, वरन् विशेष क्रिया है, जो गुरु की आज्ञा एवं उनकी कृपा पर निर्भर करती है। यह दीर्घकालिक और श्रमसाध्य प्रक्रिया है । इस सम्बन्ध में जानकारों का कहना है कि पुरश्चरण के आरम्भ में अनेक प्रकार की विघ्न और बाधाएँ आती हैं।

time to read

8 mins

November 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

नवांश से विवाह विवेचन

विहंगमः पक्षद्वयेन भूषितः उड्डीयते व्योम्नि सुखेच्छ्या यथा। तथा गृहस्थस्य गृहस्य शोभा प्रजायते यत्र द्वयो अस्ति सौहृदः॥ अर्थात् जिस प्रकार एक पक्षी अपने दोनों पंखों के सहारे आकाश में सुखपूर्वक उड़ता है, उसी तरह पति और पत्नी दोनों के परस्पर प्रेम और सहयोग से ही गृहस्थ जीवन शोभायमान होता है।

time to read

14 mins

November 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

गुलजार जीवन यात्रा, ग्रह-योगों और दशाओं का साथ

समान्यतः माना जाता है कि परिवार का जैसा माहौल होता है, वैसा ही व्यक्ति का आचार-विचार, व्यवहार और यहाँ तक कि कॅरिअर भी बनता है।

time to read

13 mins

November 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

ज्योतिष की प्रमुख अवधारणा 'तिथि'

एकादशी का व्रत करने से क्रोध पर काबू पाया जा सकता है, क्योंकि मंगल क्रोध देने वाला ग्रह होने के साथ-साथ एकादशी का स्वामी भी है।

time to read

8 mins

November 2025

Listen

Translate

Share

-
+

Change font size