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दसवीं बार मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार राजनीतिक यात्रा ग्रह- योग और दशाओं के साथ
Jyotish Sagar
|December 2025
नीतीश कुमार की जन्मपत्रिका में बन रहे राजयोगों और उपयुक्त समय पर उनकी दशाओं के प्रभाव में रहने से उन्हें सन् 1990 से लगातार सत्ता का सुख मिलता रहा है और वे 20 नवम्बर, 2025 को दसवीं बार बिहार से मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले रहे हैं।
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14 नवम्बर, 2025 को जैसे-जैसे बिहार चुनाव के नतीजे आने लगे, वैसे-वैसे नीतीश कुमार की प्रबल राजनेता के रूप में पुनस्स्थापना होने लगी। जो राजनीतिक विश्लेषक उन्हें चुनावों में तीसरे नंबर की पार्टी के नेता के रूप में देख रहे थे, उनके लिए इस चुनाव के परिणाम से करारा झटका लगा। अधिकतर राजनीतिक विश्लेषकों ने मान लिया था कि भले ही एनडीए इस चुनाव में विजयी हो जाए, परन्तु नीतीश दसवीं बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाएँगे। कुछ राजनीतिक विश्लेषक तो उन्हें 25 से कम सीटें दे रहे थे और मुख्यमंत्री पद के लिए उनके नाम को एक प्रकार से निरस्त ही कर रहे थे, परन्तु आज नीतीश उस स्थिति में हैं, जहाँ भाजपा को उन्हें मुख्यमंत्री का पद देना मजबूरी है।
इन पंक्तियों के लिखे जाने तक यह सुनिश्चित हो चुका है कि नीतीश कुमार दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। आइए देखते हैं कि ऐसे कौनसे योग हैं, जिनके चलते वे सन् 2005 से ही बिहार के मुख्यमंत्री बने हुए हैं?
नीतीश कुमार
जन्म दिनांक : 01 मार्च, 1951
जन्म समय : 13:20 बजे
जन्म स्थान : बख्तियारपुर (बिहार)
नीतीश कुमार के उपलब्ध जन्म विवरण के अनुसार उनका जन्म 01 मार्च, 1951 को मिथुन लग्न एवं मीन नवांश में बिहार के बख्तियारपुर नामक स्थान पर हुआ। जन्मपत्रिका में लग्नेश बुध सप्तमेश-कर्मेश गुरु के साथ युति सम्बन्ध से नवम भाव में राजयोग का निर्माण कर रहा है। इन दोनों से तृतीयेश सूर्य और राहु की भी युति है।
नवमस्थ राहु के साथ युति सम्बन्ध राजयोगकारक है, तो वहीं तृतीयेश सूर्य के साथ लग्नेश बुध का युति सम्बन्ध पराक्रम योग का निर्माण कर रहा है। राजयोगकारक ग्रहों के साथ युत होने के चलते सूर्य भी राजयोग के समान फल देने वाला बना हुआ है।
कर्मभाव में शुक्र उच्च राशिस्थ है, जो मालव्यसंज्ञक पंचमहापुरुष योग का निर्माण कर रहा है। पंचमेश शुक्र के साथ षष्ठेश-आयेश मंगल की युति है तथा इन दोनों का भाग्येश शनि के साथ परस्पर दृष्टि सम्बन्ध है। यह योग कॅरिअर में सहायक रहा।
Denne historien er fra December 2025-utgaven av Jyotish Sagar.
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