कोशिश गोल्ड - मुक्त
एनडीए का बढ़ता साम्राज्य भगवा होता भारत
DASTAKTIMES
|March 2025
पूरे भारत पर भगवा रंग चढ़ने लगा है। दिल्ली जीत के साथ देश के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भाजपा या गठबंधन की सरकार है। यानी देश की 70 फीसदी आबादी पर बीजेपी और उसके सहयोगी दलों का शासन है।

बीजेपी के लिए पूरे देश में अपने एजेंडे 'एक राष्ट्र एक चुनाव' और 'समान नागरिक संहिता' को लागू करने की राह आसान होती जा रही है। धुर दक्षिणपंथी पार्टी मानी जाने वाली बीजेपी की स्वीकायर्ता बढ़ने के कारणों की पड़ताल कर रहे हैं 'दस्तक टाइम्स' के संपादक दयाशंकर शुक्ल सागर।
अमेरिकी लेखक होरेस जैक्सन ब्राउन ने कहीं लिखा है- 'अवसर उन लोगों के साथ नृत्य करता है जो पहले से ही डांस फ्लोर पर हैं।' 2014 में जब नरेन्द्र दामोदर दास मोदी पहली बार भारतीय राजनीति के डांस फ्लोर पर उतरे तब किसी ने कल्पना नहीं की थी कि अवसर उनके साथ ऐसे झूम के नाचेगा। 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में हुए आम चुनाव में केवल दो सीट जीतने वाली बीजेपी 31 (28 राज्य और 3 केन्द्र शासित राज्यों) में से 21 राज्यों में एकछत्र राज कर रही है। यह दिलचस्प इत्तेफाक है कि 1984 में कांग्रेस ने आखिरी बार देश जीता था। तब कांग्रेस के हिस्से 404 सीटें आई थीं। इसके बाद कांग्रेस के पतन का जो दौर शुरू हुआ, वो अगले 40 सालों तक नहीं थमा। 2017 में पंजाब, 2018 में छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश, राजस्थान, 2022 में हिमाचल प्रदेश और 2023 में कर्नाटक व तेलंगाना को छोड़ दें तो बीते दस वर्षों में लोकसभा और विधानसभाओं के पचास से ज्यादा चुनाव हुए जिसमें 90 फीसदी चुनाव कांग्रेस हार गई। यानी इस समय केवल तीन राज्यों में कांग्रेस के मुख्यमंत्री हैं। जबकि दिल्ली, अरुणाचल प्रदेश, असम, छत्तीसगढ, गुजरात, गोवा, हरियाणा, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बीजेपी के मुख्यमंत्री ड्राइविंग सीट पर बैठे हैं। कुछ दिन पहले तक मणिपुर में भी बीजेपी का राज था। अब बीजेपी के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद राष्ट्रपति शासन लगाया गया है।
यह कहानी DASTAKTIMES के March 2025 संस्करण से ली गई है।
हजारों चुनिंदा प्रीमियम कहानियों और 9,500 से अधिक पत्रिकाओं और समाचार पत्रों तक पहुंचने के लिए मैगज़्टर गोल्ड की सदस्यता लें।
क्या आप पहले से ही ग्राहक हैं? साइन इन करें
DASTAKTIMES से और कहानियाँ

DASTAKTIMES
सबका चहेता, सदाबहार हीरो संजीव कुमार
87वीं सालगिरह पर विशेष
8 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
जहां मिलते हैं एक सींग वाले गैंडे
असम की वादियों में काजीरंगा भले टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट घोषित किया गया हो लेकिन बरसों से इसकी पहचान यहां के एक सींग वाले गैंडे को लेकर रही है। एक सींगी गैंडे के साथ काजीरंगा केएनपी हाथी, जंगली जल भैंसों और दलदली हिरणों का प्रजनन स्थल भी है।
8 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
पेसा पर फंसा पेच
झारखंड आदिवासी बहुल राज्य है, इसके बावजूद यहां अब तक पेसा कानून लागू नहीं हो पाया है। अब कांग्रेस इसे मुद्दा बना रही है, वहीं बीजेपी इस पूरे मामले को हवा दे रही है। सोरन सरकार ने इस कानून की नियमावली तैयार कर ली है जिसका विरोध भी शुरू हो गया है।
3 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
जीवन की सभी बाधाओं से मुक्ति दिलाते हैं गुरु
श्री रामचरितमानस में गुरु की वन्दना करते हुए गोस्वामी तुलसीदासजी ने लिखा है कि गुरु 'नर' के रूप में 'नारायण' होता है और उसका स्वभाव 'कृपासिन्धु' का होता है।
3 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
आस्था से अर्थव्यवस्था को मिली नई रफ्तार
चारधाम यात्रा 2025
7 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
बोइंग-विमान हादसों की फेहरिस्त
भारत में अब तक नौ बड़े विमान हादसे हो चुके हैं। इनमें ज्यादातर हादसे बोइंग के हुए हालांकि इन हादसों में मानवीय चूक ज्यादा थी।
2 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
जनता के दरबार में सीएम
मॉर्निंग वॉक के बहाने हर सुबह खुद जनता की नब्ज टटोलते हैं धामी
4 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
बोइंग के बुरे दिन
दुनिया की सबसे भरोसेमंद एविएशन कंपनी रही बोइंग के बुरे दिन आ गए हैं। दुनिया में बहुत से विमान उड़ते हैं और हादसे भी होते हैं। अजब लेकिन दुखद संयोग है कि पिछले दस सालों में अलग-अलग विमान हादसों में कोई तीन हजार लोगों की मौत हुई, इनमें करीब आधे बोइंग के एयरक्राफ्ट में सवार थे। भारत में ही पिछले 10 साल में दो बड़े जानलेवा प्लेन क्रैश हुए और दोनों ही विमान बोइंग कंपनी के थे। बोइंग विमान पिछले दो दशक से विवादों में हैं। अहमदाबाद हादसे ने कंपनी की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। मुसीबतों में घिरी अमेरिकी एविएशन कंपनी बोइंग पर 'दस्तक टाइम्स’ के प्रमुख संपादक रामकुमार सिंह की एक रिपोर्ट।
7 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
वृंदावन कॉरिडोर का विरोध क्यों?
अयोध्या-काशी की तर्ज पर वृंदावन में प्रस्तावित बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर का विरोध नहीं थम रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने बांके बिहारी मंदिर के इर्द गिर्द 5 एकड़ जमीन अधिगृहीत करने की मंजूरी दे दी है, इसके बावजूद मंदिर की देखरेख करने वाला गोसाईं परिवार जिद पर अड़ा है, लेकिन योगी सरकार भी पीछे हटने को तैयार नहीं। आखिर क्या है यह विवाद, बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार
7 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
श्रीनगर तक ट्रेन यानी एक तीर से कई निशाने
दुनिया का सबसे ऊंचा 'चिनाब रेलवे ब्रिज' बनने के बाद कश्मीर घाटी आजादी के 76 साल बाद देश के रेलवे से अब सीधे जुड़ गई है।
10 mins
July - 2025
Listen
Translate
Change font size