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किताबें पढ़ने के फायदे
Sarita
|June First 2023
किताबों का इंसान के जीवन में अहम योगदान होता है. उन में बातें छपी होती हैं, इसलिए वे लंबे समय तक याद रहती हैं और भविष्य में सबक सरीखी साबित होती हैं.
'दिल की किताब कोरी है', 'किताबें बहुत सी पढ़ी होंगी तुम ने, मगर कोई चेहरा क्या तुम ने पढ़ा है...' हिंदी फिल्मों के ऐसे कई गाने किताबों के जरिए ही प्यार की गहराई को, प्रेमी जोड़े एकदूसरे को जाहिर करते आ रहे हैं. यह सभी जानते भी हैं. लेकिन आज फिल्मों के साथसाथ लोगों ने भी किताबों को पढ़ना कम कर दिया है. इसी वजह से विश्व में लोगों के बीच में किताब पढ़ने के सिलसिले को जारी रखने के लिए हर साल 23 अप्रैल को वर्ल्ड बुक डे मनाया जाता है.
बचपन में पहले पेरैंट्स बच्चों को किताबें पढ़ने पर जोर दिया करते थे, क्योंकि किताबें पढ़ना अच्छी बात मानी जाती है. इस से बच्चे में एकाग्रता, याद्दाश्त, नई खोज को जानने की इच्छा आदि विकसित हुआ करती है. पैरेंट्स से ले कर डाक्टर, टीचर्स और लाइब्रेरियन तक, सभी हमें यही एडवाइस करते थे कि हमें बुक्स पढ़नी चाहिए. बुक्स इंसान की हैल्थ और वैलनैस के लिए भी फायदेमंद होती हैं.
This story is from the June First 2023 edition of Sarita.
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