Go Unlimited with Magzter GOLD

Go Unlimited with Magzter GOLD

Get unlimited access to 10,000+ magazines, newspapers and Premium stories for just

$149.99
 
$74.99/Year

Try GOLD - Free

जहां मिलते हैं एक सींग वाले गैंडे

DASTAKTIMES

|

July - 2025

असम की वादियों में काजीरंगा भले टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट घोषित किया गया हो लेकिन बरसों से इसकी पहचान यहां के एक सींग वाले गैंडे को लेकर रही है। एक सींगी गैंडे के साथ काजीरंगा केएनपी हाथी, जंगली जल भैंसों और दलदली हिरणों का प्रजनन स्थल भी है।

- गुवाहाटी के वरिष्ठ संवाददाता संजीब कलीता।

जहां मिलते हैं एक सींग वाले गैंडे

जब देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों की बात होती है तो काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) का नाम सबसे पहले आता है। यह नेशनल पार्क एक सींग वाले गैंडों के संरक्षण और इनकी बड़ी आबादी के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। लेकिन यहां कई अन्य वन्यजीव भी पाए जाते हैं। उद्यान की विविधता के कारण इसे देश में 'जैव विविधता का हॉटस्पॉट' भी कहा जाता है। इसे वर्ष 1985 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया था। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान करीब 430 वर्ग किलोमीटर के रेंज में फैला हुआ है। और यह क्षेत्र हाथी, घास के मैदानों, दलदली लैगून और घने जंगलों से भरा हुआ है और यहां 2200 से अधिक एक सींग वाले भारतीय गैंडे रहते हैं। यह दुनिया में उनकी कुल आबादी का लगभग 2/3 है।

मैरी कर्जन की सिफारिश पर 1908 में बना यह पार्क पूर्वी हिमालयी जैव विविधता वाले हॉटस्पॉट- गोलाघाट और नगांव जिले के किनारे पर स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि भारत के वायसराय- केडलस्टन के लॉर्ड कर्जन की पत्नी मैरी कर्जन ने एक सींग वाले भारतीय गैंडे को देखने के लिए पार्क का दौरा किया था। यहां से लौटने के बाद उसने अपने पति को एक सींग वाले गैंडे की घटती प्रजातियों की रक्षा के लिए तत्काल उपाय करने के लिए राजी किया। सन् 1905 में 232 किमी (90 वर्ग मील) क्षेत्रफल वाला प्रस्तावित काजीरंगा रिजर्व फॉरेस्ट बनाया गया।

प्रतिष्ठित एक सींगी गैंडे के साथ केएनपी हाथी, जंगली जल भैंसों और दलदली हिरणों का प्रजनन स्थल भी है। समय के साथ काजीरंगा में बाघों की आबादी भी बढ़ी है, और यही कारण है कि काजीरंगा को सन् 2006 में टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट घोषित किया गया। साथ ही पार्क को बर्डलाइफ इंटरनेशनल द्वारा एविफैनल प्रजातियों के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र के रूप में मान्यता दी गई। लेसर व्हाइट-फ्रंटेड गूज, फेरुगिनस डक, बेयर पोचर्ड डक और लेसर एडजुटेंट, ग्रेटर एडजुटेंट, ब्लैक-नेक्ड स्टॉर्क और एशियन ओपनबिल स्टॉर्क जैसे पक्षी विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में मध्य एशिया से यहां के लिए पलायन करते हैं। निस्संदेह रिजर्व जानवरों की अच्छी आबादी के लिए जाना जाता है, लेकिन इससे भी ज्यादा रिजर्व यहां होने वाले वन्यजीव संरक्षण पहल के लिए लोकप्रिय है।

MORE STORIES FROM DASTAKTIMES

DASTAKTIMES

DASTAKTIMES

अमेरिकी एच-1बी वीज़ा का खेल

एच-1बी वीज़ा की फीस करीब 50 गुना बढ़ाकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नया दांव खेला है। इस एक फैसले ने लाखों भारतीय युवा प्रोफेशनलों के भविष्य में अमेरिका जाने की राह में मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। अमेरिका को एक सर्वशक्तिमान देश बनाने में इन अप्रवासी प्रोफेशनलों की बड़ी भूमिका रही है। इस फैसले से सिलिकॉन वैली की कंपनियों और भारतीय प्रतिभाओं पर क्या असर पड़ेगा? क्या फीस बढ़ाकर अमेरिका ने अपने पांव पर कुल्हाड़ी दे मारी है ? इसका अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा? अमेरिका के लोकप्रिय एच-1बी वीज़ा पर दस्तक टाइम्स के संपादक दयाशंकर शुक्ल सागर की रिपोर्ट।

time to read

12 mins

October 2025

DASTAKTIMES

DASTAKTIMES

अब जनजाति पहचान की जंग

कुड़मी समाज, आदिवासी दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर सड़कों पर है जबकि इस मांग के खिलाफ तमाम आदिवासी संगठन एकजुट हो गए हैं

time to read

7 mins

October 2025

DASTAKTIMES

DASTAKTIMES

जेन ज़ी क्रांति के बाद नेपाल

नेपाल में जेन जी की क्रांति से तख्तापलट हुए एक महीना बीत चुका है लेकिन लोगों के मन में बहुत सारे सवाल है जैसे अचानक हुए इन विरोध प्रदर्शनों का कारण क्या था? नेपाल की युवा पीढ़ी आखिर इतनी नाराज़ क्यों हो गई? अब वहां कैसे हालात है? इस घटनाक्रम के बाद पड़ोसी देश भारत के साथ नेपाल के रिश्ते कैसे होंगे? इन सभी सवालों पर 'दस्तक टाइम्स' के संपादक दयाशंकर शुक्ल सागर की एक रिपोर्ट।

time to read

6 mins

October 2025

DASTAKTIMES

DASTAKTIMES

कौन होगा सीएम, सब हैं खामोश!

एनडीए और महागठबंधन में तनाव और चुनौतियां

time to read

8 mins

October 2025

DASTAKTIMES

DASTAKTIMES

कंगारुओं के देश के टीम इंडिया

अक्टूबर में कंगारूओं के देश में क्रिकेट का एक महा मुकाबला होने जा रहा है। भारत के दो धुरंधर खिलाड़ियों की यह विदाई सीरीज़ है। ऑस्ट्रेलिया इस सीरीज़ को एक मेगा इवेंट में बदलने जा रही है। टीम इंडिया का यह दौरा क्यों अहम है, बता रहे हैं युवा खेल समीक्षक अधृत पांडेय।

time to read

5 mins

October 2025

DASTAKTIMES

DASTAKTIMES

प्रकृति का रास्ता रोकने की सजा

जाते-जाते भी मानसून उत्तराखंड पर कहर बन कर टूटा। देहरादून के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सहस्त्रधारा में बादल फटने से बाढ़ आ गई, जिसमें दुकानें बह गईं और कई लोग लापता हो गए। इस बार ऐसा क्या हुआ कि उत्तराखंड में जगह-जगह आई प्राकृतिक आपदाओं से इतना ज्यादा जान-माल का नुकसान हुआ? क्या ये प्रकृति से छेड़छाड़ की सजा है? इन सब सवालों का जवाब तलाशती देहरादून से गोपाल सिंह पोखरिया की रिपोर्ट

time to read

10 mins

October 2025

DASTAKTIMES

DASTAKTIMES

एकतरफा इतिहास का सच

इतिहास हमारे समाज का आईना होता है, इस पर भविष्य की नींव रखी जाती है... लेकिन अगर नींव मिलावटी हो तो... भारत के इतिहास खासकर मध्यकालीन इतिहास को जिस तरह तोड़-मरोड़कर, मुगल शासकों का महिमा मंडन कर स्कूल कॉलेज में सालों से पढ़ाया जाता रहा है, अब उसकी पोल खुल चुकी है। मीडिया से जुड़े सीनियर जर्नलिस्ट, विजय मनोहर तिवारी ने एक खुला खत लिखकर इरफान हबीब और रोमिला थापर से कड़े सवाल किये हैं और उनसे गलत इतिहास लिखकर लोगों को गुमराह करने को लेकर जवाब मांगा है।

time to read

14 mins

October 2025

DASTAKTIMES

DASTAKTIMES

उदास कर गया जुबिन का यूं चले जाना

देहरादून में जन्मे लोकप्रिय लोक गायक जुबिन गर्ग का एक हादसे में यूं चले जाना न केवल पूर्वोत्तर राज्य असम नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक बहुत तकलीफदेह घटना है। असम आज भी रो रहा है। वरिष्ठ पत्रकार अवंतिका की रिपोर्ट।

time to read

5 mins

October 2025

DASTAKTIMES

DASTAKTIMES

सीएम धामी ने जीता युवाओं का दिल

आंदोलनकारी छात्रों के बीच पहुंच विपक्ष को किया चित सीबीआई जांच की सिफारिश

time to read

5 mins

October 2025

DASTAKTIMES

DASTAKTIMES

कौन भड़का रहा है युवाओं को?

नेपाल में हुई जेन-ज़ी क्रांति की तर्ज पर देश के कई राज्यों जैसे लद्दाख, उत्तराखंड और यूपी में अराजकता फैलाने के प्रयास किए जा रहे हैं, आखिर इसके पीछे कौन है?

time to read

9 mins

October 2025

Listen

Translate

Share

-
+

Change font size