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भोग के लिए नहीं है योग
Aha Zindagi
|June 2025
योग न तो शरीर को आकर्षक बनाने का साधन है, न ही पाचन सुधारने का ज़रिया कि दूसरों को लुभा सकें और ख़ूब खा सकें। 21 जून, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर यह आलेख योग के वास्तविक अर्थ से परिचित कराते हुए आपको योग की चिरंतन यात्रा पर ले चलेगा।

योग शब्द से हर भारतीय बचपन से ही सुपरिचित होता है, किंतु योग का अर्थ कम लोग ही जान और समझ पाते हैं। इसे अनुभूत कर पाने का सौभाग्य तो और भी कम लोगों को मिलता है। योग को समझने से पहले यह जानना आवश्यक है कि योग क्या नहीं है!
• योग कसरत नहीं है। मांसपेशियां बनाना योग नहीं है। यदि आपका लक्ष्य 'सिक्स पैक एब्स' बनाना है तो योग आपके लिए उपयुक्त माध्यम नहीं है।
• योग एरोबिक्स भी नहीं है, जिसमें केवल शरीर को लचीला बनाए रखने पर ज़ोर होता है।
• योग केवल शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नहीं है। हालांकि, योगाभ्यास से शरीर स्वस्थ रहता है, क्योंकि चयापचय सुचारु होता है।
• योग कई प्रकार की शारीरिक बीमारियों से निजात पाने में भी मदद करता है, परंतु यह महज़ रोगियों का उपचार नहीं है।
• योग अहंकार को पुष्ट करने का साधन नहीं है कि 'मैं योग करता हूं, मैं ख़ास हूं, औरों से अलग हूं।' एक सच्चा योगी अहंकार की पुष्टि के लिए योगाभ्यास नहीं करता।
तो फिर योग क्या है?
This story is from the June 2025 edition of Aha Zindagi.
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