Religious-Spiritual

Rishi Prasad Hindi
आप आत्मशिव को जगाओ
हे जीवात्मा! तुम चैतन्य हो, अमर हो । अपने को जानकर मुक्त हो जाना तुम्हारा कर्तव्य है ।
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February 2021

Rishi Prasad Hindi
नारी का सम्मान व अपमान कब ?
बड़े-में-बड़ा पाप है शरीर को मैं मानना ।
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February 2021

Rishi Prasad Hindi
विद्यार्थी संस्कार...तो जो भी काम तुम करोगे उसमें सफलता मिलेगी
जो व्यक्ति ईश्वर के रास्ते चलता है वह धैर्य न छोड़े तो पहुँच जायेगा।
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February 2021

Rishi Prasad Hindi
विश्वमाता है श्रीमद्भगवद्गीता
जिसके चित्त में समता होती है, उसके जीवन की कीमत होती है।
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January 2021

Rishi Prasad Hindi
यह है संसार की पोल !
संसारी चीज में कहीं भी प्रीति की, आसक्ति की तो फँसना है।
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January 2021

Rishi Prasad Hindi
...तो ३३ करोड़ देवता भी हो जायें नतमस्तक!
जो सदा प्राप्त है वह कभी हमें छोड़ता नहीं और जो प्रतीत होता है वह सदा हमारे पास टिक नहीं सकता।
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January 2021

Rishi Prasad Hindi
भाइयों ने मुख मोड़ा लेकिन भगवान का चिंतन न छोड़ा
सत्यस्वरूप परमात्मा को पाने की जिज्ञासा तीव्र हो गयी तो समझो आपके भाग्य में चार चाँद लग गये।
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January 2021

Rishi Prasad Hindi
सेवा का रहस्य
अपनी वासना मिटाने के लिए जो करते हो वह सेवा है।
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January 2021

Rishi Prasad Hindi
तुम भी बन सकते हो अपनी २१ पीढ़ियों के उद्धारक
प्राचीन काल की बात है। नर्मदा नदी जहाँ से निकलती है वहाँ अमरकंटक क्षेत्र में सोमशर्मा नामक एक ब्राह्मण रहता था। उसकी पत्नी का नाम था सुमना । सुमना के पुत्र का नाम था सुव्रत । सुव्रत जिस गुरुकुल में पढ़ता था वहाँ के कुछ शिक्षक, आचार्य ऐसे पवित्रात्मा थे कि वे उसे ऐहिक विद्या पढ़ाने के साथ योगविद्या और भगवान की भक्ति की बातें भी सुनाते थे।
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December 2020

Rishi Prasad Hindi
तुम्हारे जीवन की संक्रांति का भी यही लक्ष्य होना चाहिए
जब तक सर्व दुःखों की निवृत्ति एवं परमानंद की प्राप्ति का लक्ष्य नहीं है तब तक राग-द्वेष की निवृत्ति नहीं होती।
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December 2020

Rishi Prasad Hindi
तुलसी-पूजन से होती सुख-समृद्धि व आध्यात्मिक उन्नति
अच्छी बात जो ठान लें उसको पूरा करें और बुरी बात को निकालने की ठान लें, आपकी आत्मशक्ति बढ़ जायेगी।
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December 2020

Rishi Prasad Hindi
बल एवं पुष्टि वर्धक तिल
सत्संग का अमृत पीने से व्यक्ति संयमी और योगी बनता है।
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December 2020

Rishi Prasad Hindi
हर संबंध से बड़ा है गुरु-शिष्य का संबंध
जो सुख के दाता हैं उनका नाम है सद्गुरु'।
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December 2020

Rishi Prasad Hindi
चंचल मन से कैसे पायें अचल पद ?
नित्य की स्मृति अगर नित्य रहे तो परमात्मप्राप्ति सुलभ हो जाती है।
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November 2020

Rishi Prasad Hindi
मेरे गुरुदेव की महिमा अवर्णनीय है
अपने आत्मा-परमात्मा के साथ नाता जोड़ने की सहायता जो पुरुष देते हैं, वे चिरआदरणीय होते हैं।
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November 2020

Rishi Prasad Hindi
ध्यान की जितनी प्रगाढ़ता उतना लाभ
बार-बार ध्यान-समाधि का सुख भोगने से व्यक्ति विकारों के सुख से ऊपर उठ जाता है।
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November 2020

Rishi Prasad Hindi
ऐसा इंटरव्यू जो न कभी देखा न सुना
अपनी योग्यता विकसित करने के लिए अपने को तत्परता से कार्य करना चाहिए।
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November 2020

Rishi Prasad Hindi
इस पर कभी आपने सोचा है ?
जो मरने के बाद भी साथ नहीं छोड़ता, थोड़ा समय अकेले रहकर उस (परमात्मा) के विषय में विचारें।
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November 2020

Rishi Prasad Hindi
ॐकार का महत्त्व क्या और क्यों ?
जप करते-करते रजो-तमोगुण शांत हो जाता है और सात्त्विक सुख का द्वार खुलता है।
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October 2020

Rishi Prasad Hindi
विद्यार्थी संस्कार - जिसे दुनिया ने ठुकराया उसे संत ने अपनाया
दुनिया में ऐसा कोई हितैषी नहीं जितने हमारे सद्गुरु हितैषी होते हैं।
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October 2020

Rishi Prasad Hindi
जीवन बदलने का सामर्थ्य
जैसे बीज में वटवृक्ष छुपा है ऐसे ही आपके अंदर ब्रह्मांडीय ऊर्जा का बीज परमात्मा' छुपा है।
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October 2020

Rishi Prasad Hindi
ब्रह्मवेत्ता संत ने क्यों किये ३ कुटियाओं को प्रणाम ?
जो रब की मस्ती में रहते हैं उनके सुमिरन-दर्शन से हम पवित्र होते हैं।
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September 2020

Rishi Prasad Hindi
असावधानी से की हुई भलाई बुराई का रूप ले लेती है
परिणाम में दुःख आये ऐसा काम बुद्धिमान नहीं करते ।
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September 2020

Rishi Prasad Hindi
ईमानदारी सत्यस्वरूप ईश्वर को संतुष्ट करती है
आज विद्यालय-महाविद्यालयों में ऐसी पढ़ाई होती है कि बस रटारटी करके प्रमाणपत्र लो और फिर नौकरी के लिए भटकते रहो। विद्यार्थियों की आत्मशक्ति, आत्मचेतना जागृत ही नहीं होती।
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September 2020

Rishi Prasad Hindi
थोड़े समय में ध्यान का ज्यादा लाभ कैसे पायें ?
'ध्यान के लिए आवश्यक है अभ्यास' गतांक से आगे
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September 2020

Rishi Prasad Hindi
शरद ऋतु में कैसे रहें स्वस्थ ?
बाहर से सुखी होने की इच्छा ही दुःख का मूल है।
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September 2020

Rishi Prasad Hindi
ॐकार का महत्त्व क्या और क्यों ?
ॐकार-जप से सकारात्मक ऊर्जा के साथ-साथ भगवत्प्रीति, भगवत्प्रसादजा मति उत्पन्न होती है।
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September 2020

Rishi Prasad Hindi
अपने प्यारे साधकों के लिए पूज्य बापूजी का संदेश
मौन वे ही रह पाते हैं, गहरे भी वे ही उतर पाते हैं जिनका लक्ष्य परमात्मा होता है।
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August 2020

Rishi Prasad Hindi
गणपति-पूजन का तात्त्विक रहस्य
अपने-आपमें (आत्मस्वरूप में) 'मैं पना होना ही मुक्ति का मार्ग है।
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August 2020

Rishi Prasad Hindi
पाचनतंत्र ठीक करने की रहस्यमय कुंजी
शरीर में जितने अंश में वीर्य होगा उतने अंश में प्रसन्नता होगी।
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