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आदिपुरुष: धार्मिक आस्था पर चोट
DASTAKTIMES
|July 2023
ओम राउत के निर्देशन में बनी एपिक रामायण पर आधारित फिल्म 'आदिपुरुष' विवादों में फंसी हुई है। फिल्म के स्तरहीन संवाद और किरदारों के खराब चित्रण को लेकर पूरे देश में इस फिल्म का विरोध हो रहा है और इसके बैन की मांग भी हो रही है। वास्तव में 'आदिपुरुष' को रिलीज होने के बाद से ही नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले साल दिसंबर में फिल्म की रिलीज पर रोक की मांग वाली जनहित याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर की गई थी।

जब 'आदिपुरुष' का टीजर लांच हुआ था तभी इसे लेकर विवाद हुआ था। लोगों को इस फिल्म के किरदारों की पोशाक, रावण के किरदार का मेकअप आदि में कमियां ही नहीं, यह धर्म का उपहास उड़ाने सरीखा था। तभी तो एक साल पहले यानि 2022 में ही उत्तर प्रदेश के जौनपुर में इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर बकायदा न्यायालय में वाद दाखिल किया गया था। जिसके बाद कहा जाता है कि फिल्म के निर्माताओं ने आपत्तिजनक दृश्यों को हटाने आदि की बात कही थी। वैसे इस फिल्म को इसी साल जनवरी में रिलीज होना था लेकिन अज्ञात कारणों से इसकी रिलीज टालकर 16 जून 2023 को इसे सुनहरे परदे पर उतारा गया। लेकिन रिलीज के साथ ही विवादों का नए सिरे से 'श्रीगणेश' हो गया। विवाद बढ़ने पर पहले से फिल्म से जुड़े तमाम लोगों ने कहा कि यह रामायण नहीं बल्कि रामायण से प्रेरित मात्र है। उसके बाद भी जब विवाद नहीं थमा तब फिल्म के बड़बोले पटकथा लेखक मनोज मुंतशिर ने तो अपने एक साक्षात्कार में यहां तक कह दिया कि जिन लोगों को भगवान राम से घृणा है, वही लोग इसका विरोध कर रहे हैं। इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि जिन्हें फिल्म पसन्द आ रही है, वह थियेटर में 'जय श्रीराम' का उद्घोष कर रहे हैं। लेकिन जब फिल्म को लेकर विरोध के स्वर और मुखर हुए तो मनोज ने अंजनीपुत्र हनुमान को भगवान मानने से ही इनकार दिया। मनबढ़ मनोज मुंतशिर यहीं नहीं रुके, उन्होंने संवादों को लेकर किसी भी प्रकार की माफी मांगने से भी इनकार कर दिया। हालांकि बाद में विरोध बढ़ता देख न सिर्फ फिल्म के संवादों को बदलने की बात पर 'आदिपुरुष' की यूनिट तैयार हुई बल्कि बड़बोले मनोज ने संभावित खतरे को देख सुरक्षा की भी मांग मुम्बई पुलिस से की, जिसके बाद उन्हें सुरक्षा मुहैया भी करा दी गयी।
このストーリーは、DASTAKTIMES の July 2023 版からのものです。
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