CATEGORIES
युवा पीढ़ी को सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने का सार्थक प्रयास
कलोत्सव के पहले दिन से ही एक से एक बेहतरीन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कलोत्सव में पहले दिन के पहले सत्र में कला सृजन नाट्य लेखन कार्यशाला का आयोजन किया गया।
थोड़ा सख्त हुआ- प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
उद्योगों को पर्यावरण नियमों के पालन हेतु जारी किए नोटिस
मुख्यमंत्री ने बस्तर और सरगुजा में आदिवासियों के उत्थान के लिए की कई महत्वपूर्ण घोषणाएं
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जगदलपुर और सरगुजा जिले के सीतापुर में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।
सुरक्षा और शांति बनाए रखने में पुलिस सेवा की अहम भूमिका : मुख्यमंत्री श्री बघेल
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज राजधानी रायपुर के माना स्थित पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में आधुनिक कंपोजिट इंडोर फायरिंग रेंज 'लक्ष्य' का उद्घाटन किया।
'रोम जल रहा था' मणिपुर जल रहा है!
76 साल के हमारे स्वतंत्र देश के इतिहास में अनेक राज्यों में हिंसक, अलगाववादी, आतंकवादी, नक्सलवादी, जातीय संघर्ष की घटनाएं होती रही हैं।
न्यायालय के निर्णय को 'समझने की समझ' बढ़ाईए
सर्वप्रथम, उच्चतम न्यायालय ने बहस के दौरान विपरीत दिशाओं में जाने वाली दो प्रमुख बातें कही।
राहुल गांधी! क्या 'पुनः निष्कासन की तैयारी'?
भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (यौन उत्पीड़न) का अवलोकन करें। संसद में अविश्वास प्रस्ताव के बहस के दौरान राहुल गांधी द्वारा स्मृति ईरानी के प्रति अभद्र तरीके से \"अनुचित इशारा\" (तथाकथित फ्लाइंग किस) के संबंध में केन्द्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने एनडीए की 20 सांसदों के हस्ताक्षर युक्त एक लिखित शिकायत स्पीकर को दी।
वैचारिक स्वतंत्रता का जनतंत्र में महत्व
सन् 2015 की बात है। देश के कुछ साहित्यकारोंकलाकारों ने देश में बढ़ती असहिष्णुता से दुखी होकर साहित्य अकादमी द्वारा दिये गए सम्मानों को लौटाने की घोषणा कर दी थी।
राजस्थान में मोदी के नाम पर चुनाव लड़ेगी भाजपा!
पिछले विधानसभा चुनाव में तो वसुंधरा राजे के खिलाफ जनता का आक्रोश इतना अधिक हो गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में आयोजित चुनावी जनसभाओं में जनसमूह मोदी तुझसे बैर नहीं वसुंधरा तेरी खैर नहीं के नारे लगाता था।
जनजातीय लोक संस्कृति को मिली देश-दुनिया में नई पहचान
थाईलैंड के युवा कलाकार एक्क लक नूनगोन थाई ने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के आयोजन के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की सराहना करते हुए कहा था कि जनजाति समुदाय की अपनी कला, संस्कृति होती है, इसकी पहचान आवश्यक है। जनजाति समुदाय एक कस्बे या इलाकों में निवास करते हैं, ऐसे में उनकी कला, संस्कृति की पहचान एक सीमित क्षेत्र में सिमट कर रह जाती है। जनजाति समाज की कला और संस्कृति के संरक्षण में ऐसे आयोजनों की बड़ी भूमिका है। बेलारूस की सुश्री एलिसा स्टूकोनोवा ने कहा था कि यह उसका सौभाग्य है कि वह छत्तीसगढ़ आई। उसे छत्तीसगढ़ के कलाकारों की प्रस्तुति देखकर अहसास हुआ कि यहां की संस्कृति, जीवन में कितनी विविधताएं हैं।
हिन्दुस्तानियों की एकता और अटूट भाईचारे की विजय
15 अगस्त 1947 को हमारे इस मातृभूमि का पहला स्वतंत्रता दिवस था. आज जिस भूमि को हम अपना आज़ाद वतन मानते हैं उसे आज़ाद हुए 77 वर्ष हो चुके हैं.
डॉक्टरों को देश में मिले प्रतिष्ठा व पहचान बनाने का अवसर
यह तो मानना पड़ेगा कि देश में स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार हुआ है पर अभी बहुत कुछ किया जाना है।
दलित महिलाओं को संपन्न बनाये जाने की जरूरत
हालांकि भारतीय समाज में दलित महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है चाहे वह प्रशासनिक सेवा हो या फिर राजनीति। बावजूद इसके क्या इन्हे जातिगत टिप्पणियों से छुटकारा मिला है? जवाब है नही। सदियों से दलित महिलाओं का शोषण जारी है फिर चाहे वो 17वीं सदी में त्रावणकोर साम्राज्य द्वारा दलित महिलाओं पर लगाया जाने वाला स्तन कर की प्रथा हो क्यों न हो। मुलाकरम एक ऐसी प्रथा जिसमे दलित महिलाओं को अपने स्तन को ढकने के बदले राज्य को टैक्स देना पड़ता था। कर की राशि स्तन के आकार के आधार पर निर्धारित की जाती थी।
भारत-अमेरिकी संबंधों का चल रहा है स्वर्णिम युग
कभी तिरस्कार करने और कभी धमकी देने वाले अमेरिका का रवैया अब बदला है तो इसकी वजह है भारत की वह मेधा, जिसने अमेरिका में जाकर सॉफ्टवेयर क्रांति का नेतृत्व कर रही है, वजह है भारत के मेहनतकश, जिन्होंने अमेरिकी धरती पर भी अपनी मेहनत से आर्थिक साम्राज्य खड़ा किया है और एक वजह है भारत का मौजूदा नेतृत्व, जो अब दुनिया की ताकतों के सामने आंख में आंख मिलाकर बात करता है।
2023 के अंत में हो रहे मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में जनता की सरकार किस झंडे तले?
वर्ष 2023 में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव परिणाम का आकलन आरंभ किए हुए साढ़े चार महीने व्यतीत हो चुके हैं। राजनैतिक परिस्थितियां तेजी से बदलती रहकर कुछ-कुछ दिशा लेने लगी हैं। यद्यपि अभी तक अन्य पार्टियों की विशेष हलचल चुनावी दृष्टि से दिखाई नहीं दे रही है। “आप पार्टी” की स्थिति भी अभी तक अस्पष्ट है। “आप पार्टी” के सौरभ भारद्वाज का यह कथन वह मध्य प्रदेश चुनाव नहीं लड़ेगी यदि कांग्रेस? यह फिलहाल एक संकेत मात्र ही है, अथवा शिगूफा इससे ज्यादा कुछ नहीं? अभी हाल ही में ग्वालियर क्षेत्र से भाजपा के पूर्व संभागीय मीडिया प्रभारी सुबोध दुबे और किसान मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सतेंद्र सिंह गुर्जर ने साथ ही खंडवा जिले की मांधाता विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ नेता राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त नरेंद्र सिंह तोमर ने भाजपा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है। यद्यपि फिलहाल दल-बदल की प्रक्रिया कुछ धीमी पड़ गई है।
श्रावणी मेले में साकार होता है शिव का मंगलकारी स्वरूप
प्रत्येक वर्ष श्रावण के पावन महीने में लगनेवाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला अवधि में सुलतानगंज की महिमामयी उत्तर वाहिनी गंगा तट पर स्थित अजगैबीनाथ धाम से लेकर देवघर के द्वादश ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ धाम के करीब 110 किमी के विस्तार में मानों शिव का विराट् लोक मंगलकारी स्वरूप साकार हो उठता है और समस्त वातावरण कावंरियां शिव भक्तों के जयकारे से गूंजायमान रहता है।
भारतीय आर्थिक दर्शन पर आधारित होना चाहिए वस्तुओं की कीमतों का निर्धारण
हाल ही में प्रकृति जन्य कारणों के चलते यदि टमाटर के उत्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ा है तो बाजार में टमाटर की कीमतों में अत्यधिक (10 गुना) वृद्धि, पश्चिम देशों के आर्थिक चिंतन पर तो खरी उतरती हैं परंतु भारतीय आर्थिक चिंतन के बिलकुल विपरीत है।
नागरिकों को उच्च गुणवत्तायुक्त इंटरनेट की मिले सुविधा
साथियों बात अगर हम इंटरनेट की शक्ति का जश्न मनानेडिजिटल भारत का इंटरनेट उत्सव मनाने की करें तोइंटरनेट की परिवर्तनकारी भूमिका को अपनाने के लिए डीओटी मायगोव के सहयोग से भारत इंटरनेट उत्सव मना रहें है, जिसमें नागरिक किसी भी सोशल मीडिया हैंडल पर 2 मिनट तक अपने वीडियो साझा कर सकते हैं कि इंटरनेट ने लोगों के जीवन को कैसे बदल दिया है।
औद्योगिक विकास से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
साथियों बात अगर हम इस विधेयक की करें तो, फिल्म जगत ने सिनेमैटोग्राफ (संशोधन) विधेयक 2023 को मंत्रिमंडल की मंजूरी का किया और कहा कि इस कदम से फिल्मों की पायरेसी रोकने में मदद मिलेगी।
अंतरिक्ष में इसरो के बढ़ते कदम
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) अंतरिक्ष की दुनिया में निरन्तर नए-नए इतिहास रच रहा है।
एनजीटी के आदेशों का जिलों में भी नहीं किया जा रहा है पालन
अगर यह माना जा रहा है कि सरकार के फैसलों का प्रदेश के प्रमुख शहरों, जिलों में सही ढंग से पालन में किया जा रहा है तो यह पूरी सच्चाई नहीं है। परंतु अगर यह माना जाए कि प्रदेश के अन्य जिले खास तौर से छोटे जिलों में सरकारी आदेशों और अधिकरणों के आदेशों का बिल्कुल भी पालन नहीं हो रहा है, तो वह शब्दशः सच्चाई है। हाल ही में ये सच्चाई, बैतूल जिले के होटल्स और अस्पतालों के मामले में उजागर हुई है जहां पर्यावरणीय नियमों को लेकर जारी होने वाले निर्देश सिर्फ कागजी दौड़ ही लगा रहे हैं।
कानून-व्यवस्था में भरोसा कायम रखने का वक्त
आम नागरिक यदि परेशान है तो यह सुशासन नहीं है। 'अहिंसा परमो धर्मः' व 'वसुधैव कुटुम्बकम' जैसे संदेश तो जैसे हवा होते नजर आ रहे हैं। यदि माफिया डॉन, तस्करों और आतंकवादियों का बोलबाला नजर आए तो चुनौतियों से जूझते आम आदमी की जिंदगी और भी कठिन हो जाती है। पिछले दिनों पंजाब में केन्द्र से आई बटालियनें और पंजाब पुलिस सीमांत प्रांत में राष्ट्रीयता के लिए जूझती नजर आईं। राष्ट्रीय संप्रभुता को चुनौती देती सशस्त्र कोशिश आम आदमी को परेशान करती है। लेकिन इसके बावजूद चुनौती देने वाले का बच निकलना भी चिंता की बात है? वहीं उत्तर प्रदेश में माफिया डान को सजा बताती है कि चुनाव आयोग की चिंता के बाद कैसे ये लोग जनप्रतिनिधि संस्थाओं में पहुंच जाते हैं?
अंतरिक्ष में इसरो के बढ़ते कदम
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) अंतरिक्ष की दुनिया में निरन्तर नए-नए इतिहास रच रहा है।
खेती में है बेरोजगारी दूर करने का दमखम
कोरोना महामारी के दौरान जिस तरह देश ने प्रवासी मजदूरों का घर वापसी पलायन देखा, उसके बाद आई आवधिक श्रमिक बल सर्वे की रिपोर्ट बताती है कि खेत मजदूरों की संख्या में 3 फीसदी का इजाफा हुआ है, यह गिनती वर्ष 2018-19 में 42.5 प्रतिशत से बढ़कर 2021-22 में 45.5 फीसदी हो गई।
धान रोपाई का विकल्प अपनाने की जरूरत
दुनियाभर में जल बचाने की कोशिशें जारी हैं। जल संरक्षण एक नागरिक के तौर पर भी हमारा दायित्व है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51ए (7) के मुताबिक, हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है वनों, झीलों, नदियों, भूजल और वन्य जीवन सहित प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा और सुधार करना। केन्द्रीय भूजल बोर्ड व जल आयोग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश की खाद्य सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सघन कृषि क्षेत्र वाले पंजाबहरियाणा में पिछले 50 वर्षों से लगातार धान-गेहूं फसल चक्र अपनाने के कारण भूजल स्तर आधा मीटर प्रतिवर्ष गिरा है। इन राज्यों के आधे से ज्यादा ब्लॉक गंभीर भूजल संकट में आ चुके हैं जिसे रोकने के लिए, इन राज्यों ने 2009 में 'हरियाणा और पंजाब प्रिकर्वेशन आफ सबसॉयल वाटर एक्ट' बनाये, जिसमें 15 जून से पहले धान की रोपाई पर प्रतिबंध लगाया गया। लेकिन प्रयास निरर्थक साबित हुए हैं।
देश में मानवाधिकारों का संरक्षण जरूरी
पिछले साल की बात है। किसी ने फेसबुक पर एक वीडियो साझा किया था... चलती सड़क, साइकिल, कारों, बसों की दौड़-भाग। आते-जाते लोग। अचानक घर से एक पतली-दुबली औरत निकलती है।
विकास विमर्श के केंद्र में लाएं गांव
स्वतंत्रता आंदोलन भारतीय इतिहास का सबसे प्रेरणादायक अध्याय रहा है और इसके अनेक विचार आज भी मार्गदर्शन के लिए बेहद सार्थक हैं | 'स्वराज' व ‘ग्राम स्वराज' ऐसे ही प्रेरक विचार हैं जिनकी सार्थकता आज तक न केवल बनी हुई है अपितु अनेक संदर्भों में बढ़ भी रही है। निश्चय ही 'स्वराज' का उद्देश्य केवल विदेशी शासकों को भगाने तक सीमित नहीं था, और महात्मा गांधी ने तो 'स्वराज' के कहीं अधिक विशाल व व्यापक संदर्भ को बहुत स्पष्टता से प्रतिष्ठित किया था।
अतीक अहमद के अंत की कहानी
जब किसी कुख्यात अपराधी और उसके कुनबे के अपराधों पर कानून के राज की व्यवस्था शून्य हो जाए, तब कुदरत उसके अंत की रचना रचती है। अतीक अहमद के अंत की कहानी यही कह रही है।
देश में सड़क हादसे रोकने के हों प्रभावी उपाय
आज कोई भी दिन ऐसा नहीं गुजरता है जिस दिन देश के किसी ना किसी भाग में स?क हादसा न हुआ हो।
राजनीति के सांस्कृतिक बदलाव की धुरी बनी भाजपा
1980 के दशक का कालखंड भारतीय राजनीति का टर्निंग प्वाइंट था, जब जनसंघ के बाद भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई।