Religious-Spiritual

Rishi Prasad Hindi
स्वतंत्र शक्ति का मिथ्याभिमान त्यागो ब्रह्म की महिमा समझो
अपने दिलबर को पीठ देकर शरीर का अहं सजाओगे तो कहीं के नहीं रहोगे।
1 min |
August 2020

Rishi Prasad Hindi
ॐकार का महत्त्व क्या और क्यों ?
ॐकार के जप से असाध्य मानसिक दुर्बलताएँ मिटती हैं।
1 min |
August 2020

Rishi Prasad Hindi
महामारी ने इतने नहीं मारे तो किसने मारे?
विवेक-वैराग्य प्रखर होने पर निर्भयता तथा साहस स्वभाव बन जाता है।
1 min |
July 2020

Rishi Prasad Hindi
जवानी में सुख-सुविधा का आग्रही होगा तो जल्दी बूढा बनेगा और जरा-जरा बात में बीमार हो जायेगा।
जवानी निकल गयी तो गये...
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July 2020

Rishi Prasad Hindi
रक्षाबंधन का यदि यह उद्देश्य हो तो...
आध्यात्मिक लाभ ही वास्तविक लाभ है, लौकिक लाभ तो धोखा है।
1 min |
July 2020

Rishi Prasad Hindi
विद्यार्थी संस्कार
अपने प्रति न्याय और दूसरों के प्रति उदारता यह सिद्धांत निर्दोषता की सुरक्षा करता है।
1 min |
July 2020

Rishi Prasad Hindi
अनुसंधान एवं विश्लेषण है सफलता की कुंजी
व्यक्ति जिस किसी क्षेत्र में जितना एकाग्र होता है उतना ही चमकता है।
1 min |
June 2020

Rishi Prasad Hindi
अमृत को परोसने की परम्परा : गुरुपूनम महापर्व
गुरुपूनम माने बड़ी पूनम। प्रतिपदा का चाँद, द्वितीया का चाँद... ऐसे एक-एक कला बढ़ते हुए चाँद जब पूर्ण विकसित रूप में हमको दर्शन देता है तब पूनम होती है। ऐसे ही हमारे चित्त की कलाएँ बढ़ते-बढ़ते जब पूरे प्रभु की आराधना की तरफ लग जायें तो हमारे जीवन का जो उद्देश्य है वह सार्थक हो जाता है।
1 min |
June 2020

Rishi Prasad Hindi
पूर्णता किससे - कर्मकांड, योग या तत्त्वज्ञान से ?
अविद्या के बादल हटते ही ब्रह्मविद्या के बल से मति ब्रह्म-परमात्मा का प्रसाद पा लेगी।
1 min |
June 2020

Rishi Prasad Hindi
गुरुकृपा का ऐसा बल कि उन्मत्त हाथी हुआ निर्बल
चलती-फिरती सद्गुरुमूर्ति में श्रद्धा अटूट हो तब शिष्य का दिव्य ज्ञान प्रकट होता है।
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June 2020

Rishi Prasad Hindi
ध्यान के अभ्यास से करें आत्मस्वरूप से तदाकारता
ऐसा कोई दिव्य कर्म नहीं है जो परमात्मा के घड़ीभर ध्यान की भी बराबरी कर सके।
1 min |
June 2020

Rishi Prasad Hindi
ब्रह्मवाक्य से कैंसर हो गया कैंसल!
शुद्ध प्रेम तो उसे कहते हैं जो भगवान और सद्गुरु से किया जाता है।
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June 2020

Rishi Prasad Hindi
पूज्य बापूजी का स्वास्थ्य-प्रसाद
८४ लाख जन्म-मरण की बीमारियाँ तो भगवान के ज्ञान से और सद्गुरु के सत्संग से ठीक होती हैं।
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June 2020

Rishi Prasad Hindi
संक्रामक बीमारियों से केसे हो सुरक्षा ?
आयुर्वेद में संक्रामक बीमारियों का वर्णन आगंतुक ज्वर (अर्थात् शरीर से बाह्य कारणों से उत्पन्न बुखार या रोग) के अंतर्गत आया है। यह किसीको होता है और किसीको नहीं, ऐसा क्यों?
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April - May 2020

Rishi Prasad Hindi
विद्यार्थी संस्कार
तुम भी बन सकते हो अपनी 21 पीढ़ियों के उद्धारक
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April - May 2020

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महामारी ने इतने नहीं मारे तो किसने मारे?
विवेक-वैराग्य प्रखर होने पर निर्भयता तथा साहस स्वभाव बन जाता है।
1 min |
April - May 2020

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सेवाधारियों के नाम पूज्य बापूजी का संदेश
दूसरे का मन भगवान में लगे ऐसा काम करना यह दूसरे की भलाई है ।
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January 2020

Rishi Prasad Hindi
संत-महापुरुषों की जयंती मनाने का उद्देश्य
गुरु को देख मानेंगे तो आप देह से परे नहीं जायेंगे।
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March 2020

Rishi Prasad Hindi
शोक का कारण व उसके नाश का उपाय
राग, द्वेष, भय, शोक, चिंता आदि सब देहाध्यास के कारण ही होते हैं ।
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January 2020

Rishi Prasad Hindi
यदि पुण्यात्मा, उत्तम संतान चाहते हैं तो...
यदि माता-पिता शास्त्र की आज्ञानुसार रहें तो उनके यहाँ दैवी और संस्कारी संतानें उत्पन्न होंगी।
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January 2020

Rishi Prasad Hindi
भगवान बड़े कि भगवान का नाम बड़ा ?
ऐसा कोई सामर्थ्य नहीं जिसका भगवद्-विश्रांति से संबंध न हो।
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March 2020

Rishi Prasad Hindi
बलानां श्रेष्ठं बलं प्रज्ञाबलम्
बुद्धिमान मनुष्य को तो मोक्ष का पुरुषार्थ ही सार लगता है।
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March 2020

Rishi Prasad Hindi
पूज्य बापूजी द्वारा बताये गये गठिया रोग में अत्यंत लाभकारी प्रयोग
ब्रह्मचर्य के प्रभाव से मन की एकाग्रता एवं स्मरणशक्ति का तीव्रता से विकास होता है।
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January 2020

Rishi Prasad Hindi
जितनी निष्कामता व प्रभु-प्रेम उतना सुख !
निर्मम और निष्काम होने से आपका आत्मभाव, आत्मसुख बढ़ता है।
1 min |
January 2020

Rishi Prasad Hindi
सूर्य का पूजन और अर्घ्य क्यों ?
अग्ने कविर्वेधा असि। ‘हे ज्ञानस्वरूप प्रभो ! तू क्रांतदर्शी (सर्वज्ञ) और कर्मफल-प्रदाता है।' (ऋग्वेद)
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February 2020

Rishi Prasad Hindi
महामुर्ख में से कैसे बने महाविद्वान ?
तुम्हारे भीतर इतना सामर्थ्य छुपा हुआ है कि जिसके आगे इन्द्र भी रंक जैसा है।
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February 2020

Rishi Prasad Hindi
पूज्य बापूजी का स्वास्थ्य-प्रसाद
ईश्वर की प्राप्ति में जो सहायक है वह करते हो तो वह सेवा है ।
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February 2020

Rishi Prasad Hindi
उत्तरायण ध्यानयोग शिविर पर आया पूज्य बापूजी का पावन संदेश
जो शिविरार्थी हैं उन सभीको मेरी तरफ से धन्यवाद दे देना, ध्यान रखना उनके खाने-पीने, रहने का। यह उनको बता देना कि भगवान शिवजी पार्वतीजी को कहते हैं:
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February 2020

Rishi Prasad Hindi
इसका नाम है आत्मसाक्षात्कार
जिज्ञासु साधकों को अपने परम लक्ष्य आत्मसाक्षात्कार' का सुस्पष्ट तात्पर्य-अर्थ जानने की बड़ी जिज्ञासा रहती है, जिसकी पूर्ति कर रहे हैं करुणासिंधु ब्रह्मवेत्ता पूज्य बापूजी :
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February 2020

Rishi Prasad Hindi
इनके ऋण से हम कैसे उऋण हो पायेंगे ?
'हे विद्वानो ! आपकी उपदेश-वाणियों से प्रेरित होकर हम कानों से सदा कल्याणकारक एवं सुखकर वचनों को सुनें।'
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