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ट्रंप टैरिफ का प्रभाव और भारत के विकल्प

Business Standard - Hindi

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October 04, 2025

अमेरिका के खरीदारों को जल्द ही डॉनल्ड ट्रंप के आयात शुल्क (टैरिफ) का असर महसूस हो सकता है।

अमेरिका में आयात किए जाने वाले उपभोक्ता सामान पर अधिक टैरिफ लगाए जाने से महंगाई बढ़ेगी। ऐसे में समय के साथ इसका असर अधिकांश अमेरिकी नागरिकों पर पड़ेगा और अगर मांग घटती है तब वहां आर्थिक विकास रुक सकता है। इसके अलावा, जब दूसरे सामान बनाने के लिए जरूरी कच्चे माल के रूप में इस्तेमाल होने वाले सामान की कीमतें बढ़ेंगी, तब अमेरिका में चीजों की लागत बढ़ने के साथ ही आखिरकार उनके दाम भी बढ़ जाएंगे।

इसके बावजूद, अमेरिका के घरेलू उत्पादक डॉनल्ड ट्रंप को राजनीतिक फायदा पहुंचाने के लिए खुश हैं क्योंकि यह वास्तव में उपभोक्ताओं की समस्या है। लेकिन उत्पादकों के लिए कम प्रतिस्पर्धा का लाभ मिलने की संभावनाएं बनेंगी।

हालांकि आयातित सामान की ज्यादा कीमतें वास्तव में घरेलू उत्पादन को बढ़ावा दे सकती हैं, पर यह साफ नहीं है कि इसमें कितना समय लगेगा। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ओलिवेट्टी ने अपने टाइपराइटर बनाने वाले कारखानों को सिर्फ तीन महीनों में इतालवी सेना के लिए मशीन गन बनाने के लिए बदल दिया था। लेकिन वह सब देशभक्ति की भावना और मुसोलिनी के आदेशों के तहत किया गया था। सवाल यह है कि क्या ट्रंप वास्तव में अमेरिकी विनिर्माताओं के बीच ऐसा ही उत्साह जगा सकते हैं?

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