Go Unlimited with Magzter GOLD

Go Unlimited with Magzter GOLD

Get unlimited access to 10,000+ magazines, newspapers and Premium stories for just

$149.99
 
$74.99/Year
The Perfect Holiday Gift Gift Now

मंडी के अलावा हम एकाध सीट और जीतेंगे

Outlook Hindi

|

June 10, 2024

इस साल की शुरुआत में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह 'सुक्खू' की चौदह महीने पुरानी सरकार भारतीय जनता पार्टी की तख्तापलट की कोशिशों के सामने बाल-बाल बच गई थी जब भाजपा ने बड़ी सफाई से राज्यसभा के चुनाव में सुक्खू के विधायकों से क्रॉस वोटिंग करवा लिया था। इस चक्कर में सत्तारूढ़ कांग्रेस अप्रत्याशित उठापटक का शिकार हो गई थी। युवा कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह के इस्तीफे ने संकट को और बढ़ा दिया। पार्टी के भीतर चले सत्ता-संघर्ष के बीच मुख्यमंत्री सुक्खू ने गजब का धैर्य दिखाया और उन्होंने उत्तर भारत में कांग्रेस की इकलौती सरकार को अस्थिर करने की तमाम कोशिशों को धता बता दिया। अब लोकसभा चुनाव और छह विधानसभा सीटों पर हो रहा उपचुनाव उनके लिए लिए नई चुनौती है। आउटलुक के अश्वनी शर्मा ने राज्य में चुनावी परिदृश्य और उसके बाद की संभावनाओं पर उनसे बात की।

- अश्वनी शर्मा

मंडी के अलावा हम एकाध सीट और जीतेंगे

सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस की सरकार राजनीतिक रूप से कितने मजबूत है?

मुझे या मेरी सरकार को कोई खतरा नहीं है। कांग्रेस ने 2022 के चुनाव में 40 सीटें जीत कर सरकार बनाई थी। मामूली पृष्ठभूमि से उठकर मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचना न तो सत्ता का सुख लेने की आकांक्षा से जुड़ा है और न ही मुझे अपना कोई राजनीतिक साम्राज्य खड़ा करना है। जिनकी राजनीति केवल बेईमानी, धनबल और अवैध खनन आदि पर टिकी है, उन्होंने एक लोकतांत्रिक ढंग से चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए भाजपा से हाथ मिला लिया। अब वे (छह अयोग्य ठहराए गए विधायक) भाजपा का गमछा पहनकर उपचुनाव में खड़े हैं। उन्होंने अपनी जनता को धोखा दिया है, अपनी आत्मा को बेच डाला है। उन्होंने देवभूमि हिमाचल को गंदा किया है। मैं जनता से कहूंगा कि वह उन्हें उनकी सही जगह दिखाए।

भाजपा ने 68 सदस्यों वाले सदन में केवल 25 के बल पर राज्यसभा की सीट अपने नाम कर ली। ऐसे में आपको नहीं लगता कि आप कुछ ज्यादा ही आत्मविश्वास से भरे हुए हैं?

MORE STORIES FROM Outlook Hindi

Outlook Hindi

Outlook Hindi

नई उमर की नई फसल

बॉलीवुड में इन दिनों नई पीढ़ी, नए चेहरे, नई ऊर्जा और नए सपनों की हलचल है, स्क्रीन पर चमकते ये चेहरे सिर्फ सुंदरता से नहीं मोहते, बल्कि दमदार उपस्थिति, शानदार अभिनय भी उनकी ताकत, कुछ फिल्मी विरासत के साथ, तो कुछ अपने दम पर हौले-हौले फिल्माकाश में चमक बिखेर रहे

time to read

8 mins

January 05, 2026

Outlook Hindi

Outlook Hindi

शहरनामा भुज

गुजरात के कच्छ में स्थित भुज केवल भौगोलिक क्षेत्र नहीं, बल्कि इतिहास, संस्कृति और सामुदायिक जिजीविषा का जीवंत दस्तावेज है।

time to read

3 mins

January 05, 2026

Outlook Hindi

Outlook Hindi

तवायफों की दास्तान

33 भूली बिसरी तवायफ गायिकाओं को मंच पर एक बार फिर से नृत्य संगीत के जरिये साकार किया गया

time to read

2 mins

January 05, 2026

Outlook Hindi

Outlook Hindi

निगरानी के फ्रेम में दिखता पूर्वोत्तर

ओटीटी प्लेटफार्मों पर अब पूर्वोत्तर दिखने लगा है, लेकिन अभी भी वहां की असली फिजा दिखाई देने में वक्त लगेगा

time to read

8 mins

January 05, 2026

Outlook Hindi

Outlook Hindi

डिजीटल अय्यारी

गोपनीयता संबंधी विवाद के बीच दूरसंचार विभाग ने फोन पर अनिवार्य संचार साथी प्रीलोड रद्द किया

time to read

5 mins

January 05, 2026

Outlook Hindi

Outlook Hindi

मेसी महा हंगामा

फुटबॉल प्रेमियों का बेजोड़ शहर महान खिलाड़ी मेसी को देखने-सुनने उमड़ा मगर वीआइपी भीड़ के घेरे में सब गुम हुआ तो अफरा-तफरी फैली

time to read

4 mins

January 05, 2026

Outlook Hindi

Outlook Hindi

यह कैसा इंसाफ? सवाल

बहुचर्चित एक्ट्रेस अपहरण और बलात्कार मामले में एक्टर दिलीप के बरी होने से मलयालम फिल्म इंडस्ट्री दो खेमों में बंटी

time to read

3 mins

January 05, 2026

Outlook Hindi

Outlook Hindi

गंगा की बर्बादी कथा

अभय मिश्र की नई किताब उनके द्वारा लंबे समय से की जा रही पर्यावरणीय पत्रकारिता का पड़ाव है।

time to read

2 mins

January 05, 2026

Outlook Hindi

Outlook Hindi

कहानीपन बाकी है

इस संग्रह की कहानियां स्त्रियों की कहानियां, पुरुषों की कहानियों का हिस्सा या उनमें समाहित नहीं होतीं बल्कि स्वतंत्र और स्वनिर्मित होती हैं।

time to read

1 mins

January 05, 2026

Outlook Hindi

Outlook Hindi

'स्टार नहीं, स्मृति का हिस्सा'

स्मिता पाटिल (1955-1986) भारतीय समानांतर सिनेमा की अग्रणी और सबसे प्रभावशाली अभिनेत्रियों में से थीं। श्याम बेनेगल और गोविंद निहलानी जैसे निर्देशकों के साथ उनके कार्य ने भारतीय कला-सिनेमा को नई दिशा दी।

time to read

6 mins

January 05, 2026

Listen

Translate

Share

-
+

Change font size

Holiday offer front
Holiday offer back