Try GOLD - Free
जैविक राज्य बनता उत्तराखंड
DASTAKTIMES
|October 2023
पृथ्वी पर जब मानव का उद्भव हुआ तब वह पूरी तरह प्रकृति पर निर्भर था। आरंभिक मानव गुफाओं में रहता था और कंद मूल, फल खाकर अपना पेट भरता था। पत्थरों के औजारों से वह जंगली जानवरों का शिकार करता था और उससे भी अपनी पेट की क्षुधा शांत करता था। इन सबके लिए मानव को लम्बी-लम्बी यात्राएं करनी पड़ती थी।

समय के साथ मानव ने एक जगह पर बसना शुरू किया और फिर कृषि की शुरुआत की। तब से लेकर आज तक कृषि को अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है। आज भी दुनिया की अधिकांश अर्थव्यवस्थाएं कृषि प्रधान है। भारत में भी लगभग दो तिहाई लोग कृषि कार्य पर ही आश्रित है। जनसंख्या की अतिशय वृद्धि ने पूरी दुनिया के सामने खाद्य सुरक्षा का संकट खड़ा कर दिया। इसी के फलस्वरूप रासायनिक खेती की शुरुआत हुई। रासायनिक खेती ने खाद्य सुरक्षा की समस्या को तो हल कर दिया, लेकिन इसने मानव स्वास्थ्य, मृदा उर्वरता एवं पर्यावरण के सामने नया संकट खड़ा कर दिया। इस वजह से देश और दुनिया के लोगों का रुझान जैविक खेती और जैविक उत्पादों की ओर बढ़ा है।
भारत में परंपरागत रूप में जैविक खेती का इतिहास बहुत पुराना है। पूरी दुनिया के लिए आधुनिक सन्दर्भों में जैविक खेती की संकल्पना अभी नई है, लेकिन फिर भी भारत इस मामले में भी काफी आगे है। जैविक खेती करने वाले किसानों की संख्या की दृष्टिकोण से भारत पूरे विश्व में पहले स्थान पर है लेकिन जैविक खेती के रकबे के हिसाब से भारत अभी भी काफी पीछे है। जैविक खेती के कम क्षेत्रफल के बावजूद भी पूरी दुनिया के जैविक उत्पादों का 30 प्रतिशत उत्पादन भारत में ही होता है। जैविक उत्पादों के निर्यात में भी भारत की स्थिति काफी अच्छी है।
This story is from the October 2023 edition of DASTAKTIMES.
Subscribe to Magzter GOLD to access thousands of curated premium stories, and 9,500+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
MORE STORIES FROM DASTAKTIMES

DASTAKTIMES
सबका चहेता, सदाबहार हीरो संजीव कुमार
87वीं सालगिरह पर विशेष
8 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
जहां मिलते हैं एक सींग वाले गैंडे
असम की वादियों में काजीरंगा भले टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट घोषित किया गया हो लेकिन बरसों से इसकी पहचान यहां के एक सींग वाले गैंडे को लेकर रही है। एक सींगी गैंडे के साथ काजीरंगा केएनपी हाथी, जंगली जल भैंसों और दलदली हिरणों का प्रजनन स्थल भी है।
8 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
पेसा पर फंसा पेच
झारखंड आदिवासी बहुल राज्य है, इसके बावजूद यहां अब तक पेसा कानून लागू नहीं हो पाया है। अब कांग्रेस इसे मुद्दा बना रही है, वहीं बीजेपी इस पूरे मामले को हवा दे रही है। सोरन सरकार ने इस कानून की नियमावली तैयार कर ली है जिसका विरोध भी शुरू हो गया है।
3 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
जीवन की सभी बाधाओं से मुक्ति दिलाते हैं गुरु
श्री रामचरितमानस में गुरु की वन्दना करते हुए गोस्वामी तुलसीदासजी ने लिखा है कि गुरु 'नर' के रूप में 'नारायण' होता है और उसका स्वभाव 'कृपासिन्धु' का होता है।
3 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
आस्था से अर्थव्यवस्था को मिली नई रफ्तार
चारधाम यात्रा 2025
7 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
बोइंग-विमान हादसों की फेहरिस्त
भारत में अब तक नौ बड़े विमान हादसे हो चुके हैं। इनमें ज्यादातर हादसे बोइंग के हुए हालांकि इन हादसों में मानवीय चूक ज्यादा थी।
2 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
जनता के दरबार में सीएम
मॉर्निंग वॉक के बहाने हर सुबह खुद जनता की नब्ज टटोलते हैं धामी
4 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
बोइंग के बुरे दिन
दुनिया की सबसे भरोसेमंद एविएशन कंपनी रही बोइंग के बुरे दिन आ गए हैं। दुनिया में बहुत से विमान उड़ते हैं और हादसे भी होते हैं। अजब लेकिन दुखद संयोग है कि पिछले दस सालों में अलग-अलग विमान हादसों में कोई तीन हजार लोगों की मौत हुई, इनमें करीब आधे बोइंग के एयरक्राफ्ट में सवार थे। भारत में ही पिछले 10 साल में दो बड़े जानलेवा प्लेन क्रैश हुए और दोनों ही विमान बोइंग कंपनी के थे। बोइंग विमान पिछले दो दशक से विवादों में हैं। अहमदाबाद हादसे ने कंपनी की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। मुसीबतों में घिरी अमेरिकी एविएशन कंपनी बोइंग पर 'दस्तक टाइम्स’ के प्रमुख संपादक रामकुमार सिंह की एक रिपोर्ट।
7 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
वृंदावन कॉरिडोर का विरोध क्यों?
अयोध्या-काशी की तर्ज पर वृंदावन में प्रस्तावित बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर का विरोध नहीं थम रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने बांके बिहारी मंदिर के इर्द गिर्द 5 एकड़ जमीन अधिगृहीत करने की मंजूरी दे दी है, इसके बावजूद मंदिर की देखरेख करने वाला गोसाईं परिवार जिद पर अड़ा है, लेकिन योगी सरकार भी पीछे हटने को तैयार नहीं। आखिर क्या है यह विवाद, बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार
7 mins
July - 2025

DASTAKTIMES
श्रीनगर तक ट्रेन यानी एक तीर से कई निशाने
दुनिया का सबसे ऊंचा 'चिनाब रेलवे ब्रिज' बनने के बाद कश्मीर घाटी आजादी के 76 साल बाद देश के रेलवे से अब सीधे जुड़ गई है।
10 mins
July - 2025
Translate
Change font size