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जनसंख्या विस्फोट पर नियंत्रण की तैयारी!
DASTAKTIMES
|November 2022
भाजपा और केन्द्र की मोदी सरकार विभिन्न राज्यों की अपनी डबल इंजन की सरकार के साथ बेतहाशा बढ़ती जनसंख्या पर लगाम लगाने की दिशा में भी गंभीरता से कोई देशव्यापी कानून बनाने की तैयारी में है। हालांकि इसे एआईएमआईएम के मुखिया ओवैसी जैसी सोच रखने और मुस्लिम परस्त राजनीति के हामी दल और नेता, इसे सीधे-सीधे मुस्लिम विरोधी करार दे रहे हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है मुस्लिमों को वोट बैंक मानकर राजनीति करने वाले नेता और राजनीतिक दलों के गले से यह प्रस्ताव आसानी से नहीं उतरने वाला।
यह कोई और नहीं केन्द्र में पूर्ण बहुमत होने के बावजूद गठबंधन धर्म निभाती नरेन्द्र भाई मोदी सरकार ही है जो राष्ट्रहित में एक के बाद एक फैसले लेते दिख रही है। चाहे अयोध्या का मुद्दा रहा हो या फिर कश्मीर का, मोदी सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते ही आजादी के बाद से कोढ़ बनी इन समस्याओं से लगभग मुक्ति मिल रही है या फिर मिल चुकी है। ऐसे में अब भाजपा और केन्द्र की मोदी सरकार विभिन्न राज्यों की अपनी डबल इंजन की सरकार के साथ बेतहाशा बढ़ती जनसंख्या पर लगाम लगाने की दिशा में भी गंभीरता से कोई देशव्यापी कानून बनाने की तैयारी में है। केन्द्र में पदासीन भाजपा के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानि आरएसएस की भी मंशा यही है कि देश की असमान्य तरीके से बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित किया जाये ताकि विकास का मार्ग प्रशस्त हो और 'सर्वे भवन्तु सुखिनः....' का सूत्र वाक्य साकार हो। हालांकि इसे एआईएमआईएम के मुखिया ओवैसी जैसी सोच रखने और मुस्लिम परस्त राजनीति के हामी दल और नेता, इसे सीधे-सीधे मुस्लिम विरोधी करार दे रहे हैं।
ऐसे में यह कहा जा सकता है मुस्लिमों को वोट बैंक मानकर राजनीति करने वाले नेता और राजनीतिक दलों के गले से यह प्रस्ताव आसानी से नहीं उतरने वाला। लेकिन यदि आंकड़ों पर नजर डाली जाये तो भारत का विकास सिर्फ और सिर्फ इसीलिए पिछड़ा है और भारत आज भी विकासशील देशों की श्रेणी में खड़ा है तो उसका एकमात्र कारण है बेतहाशा बढ़ती जनसंख्या। एक समय था जब चीन तथा अन्य देशों ने इस समस्या की ओर न सिर्फ ध्यान दिया बल्कि इस पर नियंत्रित करने की दिशा में सख्त कदम भी बढ़ाये। इसका नतीजा आज यह है कि जिन देशों ने इस दिशा में पहल की वह आज विकसित देश कहलाते हैं। जबकि जब भारत जैसे बहु संस्कृति और धर्मावलम्बियों वाले देश में इस विषय पर चर्चा शुरू भी होती है तो इसे राजनीति और हिन्दू बनाम मुसलमान करार दिया जाता है।

This story is from the November 2022 edition of DASTAKTIMES.
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