विश्व का महापर्व नववर्ष
Sadhana Path
|January 2025
विश्व के सभी देशों की अपनी अलग परंपराएं और पर्व होते हैं। किन्तु नववर्ष एक ऐसा पर्व है जो सभी देशों द्वारा एक साथ मनाया जाता है। भले ही इस पर्व को मनाने के तरीके अलग हों।
नववर्ष के विश्वव्यापी त्योहार को मनाने के पीछे कई धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक मान्यताएं रही हैं। ऐसे सभी त्योहार जो प्राचीन समय से व्यापक रूप से मनाए जाते रहे, इनका संबंध धार्मिक अनुष्ठान और उत्सव से है। यह नवजीवन के शुद्धिकरण, स्फूर्ति और उल्लास के द्योतक हैं। यह नवजीवन ही नववर्ष का सार है। यह विश्व संस्कृति में सुस्पष्टता की मात्रा से परिवर्तित या घटता-बढ़ता रहता है। जिसकी व्यवस्था से ब्रह्मांड और देवता शक्तिशाली बने, नववर्ष ब्रह्मांड रचना की पुनरावृत्ति के रूप में उसकी रचना पर प्रतीकात्मक वर्षगांठ है।
नववर्ष की शुरुआत
विश्व में मनाए जाने वाले त्यौहार की श्रृंखला में नववर्ष का त्योहार सबसे पुराना है। नववर्ष का शुभारंभ सर्वप्रथम किस देश में हुआ इस संबंध में शोधकर्ताओं में विभिन्न मत हैं। कुछ तो यह मानते हैं कि नववर्ष की सर्वप्रथम शुरुआत चीन से हुई, कुछ का मानना है कि जर्मन से और कुछ यह मानते हैं कि रोमन्स द्वारा इसकी शुरुआत की गई।
प्राचीन समय में चीन में नववर्ष का बहुत बड़ा उत्सव मनाया जाता था, जो तीन दिन तक चलता था। नववर्ष पर बधाई भेजने की प्रथा भी काफी पुरानी है। चीनी लोग दस हजार वर्ष पहले से ही बधाई पत्र भेजते चले आ रहे हैं। इन बधाई पत्रों पर प्राप्त करने वाले का नाम होता था, लेकिन बधाई संदेश नहीं होते थे।
नववर्ष का संबंध मौसम के परिवर्तन से
This story is from the January 2025 edition of Sadhana Path.
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