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निःस्वार्थ कर्म का बल
Rishi Prasad Hindi
|April 2022
विद्यार्थी संस्कार

सेवा में तत्परता है और स्वार्थ नहीं है, द्वेष नहीं है, राग नहीं है तो वह कर्मयोग बन जायेगी।
This story is from the April 2022 edition of Rishi Prasad Hindi.
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