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योगासन पाचन एवं प्रजननतंत्र में लाभकारी पश्चिमोत्तासन
Jyotish Sagar
|March 2022
योग के संदर्भ में पूर्व' यानि शरीर का सामने या पेट की तरफ का हिस्सा और पश्चिम यानि पीछे या पीठ की तरफ का भाग। 'उत्तान' का अर्थ होता है तानना'। चूँकि इस आसन में शरीर का पृष्ठ (पश्चिम) भाग पूरा तनता है, अतः इसे पश्चिमोत्तान' कहते है।

विधि : दोनों पाँवों को सामने फैलाकर सीधे बैठ जाएँ। एडी और पंजे मिलाकर रखें। दोनों कंधों को थोड़ा-सा पीछे की ओर खींचें, ताकि आपका सीना पूरी तरह फूल जाये।
This story is from the March 2022 edition of Jyotish Sagar.
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