Go Unlimited with Magzter GOLD

Go Unlimited with Magzter GOLD

Get unlimited access to 9,500+ magazines, newspapers and Premium stories for just

$149.99
 
$74.99/Year

Try GOLD - Free

कब होती है ग्रहबाधा?

Jyotish Sagar

|

September 2021

भविष्य का आकलन करने के लिए ज्योतिष में अनेक विधाएँ प्रचलित हैं। घर से किसी काम के लिए निकलते समय शुभ शकुन मिल जाते हैं, तो कार्य पूरा होने की उम्मीद बंध जाती है, इसके विपरीत अशुभ शकुन मिलने पर सफलता पर प्रश्नवाचक चिह्न ला जाता है।

- आचार्य लक्ष्मीनारायण शास्त्री 'व्यास'

कब होती है ग्रहबाधा?

जीवन में शकुन, अंग स्फुरण यहाँ तक छींक तक का भी महत्त्व है। ये सब भविष्य की ओर संकेत करते हैं। व्यक्तिगत जीवन में 'जन्मपत्रिका', 'वर्ष फल', 'वास्तुशास्त्र', 'गोचर भ्रमण' और 'मुहूर्त' अपना-अपना महत्व रखते हैं। व्यक्ति का जीवन स्थूल रूप से 50 प्रतिशत जन्मपत्रिका से प्रभावित रहता है, 30 प्रतिशत गोचर भ्रमण उसे प्रभावित करते हैं। वास्तु आदि ज्योतिष की

MORE STORIES FROM Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

रोमांच और उतार-चढ़ाव युक्त जीवनगाथा

एक योद्धा, सेना का स्वामी, किंगमेकर, जेल और 7 विवाह

time to read

9 mins

August 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

पाचन तन्त्र को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है "योग"

अपने व्यस्त जीवन के बीच हम अक्सर अपने पाचन तन्त्र के महत्त्व को नजरंदाज कर देते हैं। वह मुख्य कार्यकर्ता जो हमारे द्वारा उपभोग किए जाने वाले पोषक तत्वों को अथक रूप से संसाधित करता है। हालाँकि, जब हमारा पाचन स्वास्थ्य लड़खड़ाता है, तो यह हमारे समग्र स्वास्थ्य पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव डालता है।

time to read

2 mins

August 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

सुख-सम्पत्ति का रहस्य और नवग्रहों का प्रभाव

गृहसुख अर्थात् वह आनन्द और सन्तोष जो किसी व्यक्ति को अपने निवास स्थान, परिवार, जीवनसाथी, सन्तान और भौतिक सम्पत्ति से प्राप्त होता है। यह जीवन की अत्यन्त महत्त्वपूर्ण जरूरत है।

time to read

5 mins

August 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

आत्मकारक ग्रह बनाम कर्मों की गठरी

शनि के आत्मकारक ग्रह होने की स्थिति में जातक को जीवनभर कठिन मेहनत करके संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है। विशेषकर शनि की महादशा में अत्यधिक संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है।

time to read

9 mins

August 2025

Jyotish Sagar

पूर्व दिशा में निर्मित भवन और उसका वास्तुशास्त्रीय महत्त्व

पूर्व दिशा में सात्विक कर्म करना शुभ माना गया है। इसलिए इस दिशा में मन्दिर निर्माण, पूजाघर, बच्चों की पढ़ाई का कमरा ( स्टडी रूम) इत्यादि का निर्माण करना शुभ माना गया है।

time to read

4 mins

August 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

थिरुवरप्पु श्रीकृष्ण मन्दिर दक्षिण की द्वारका में दर्शाती है चमत्कारी उपस्थिति

भारतभूमि अनेक ऋषि- मुनियों, देवी-देवताओं और अवतारों की लीलास्थली रही है। सतयुग से लेकर द्वापर युग तक भारतभूमि पर अनेक अवतार हुए हैं। इन्हीं अवतारों ने भारतभूमि पर कई चमत्कारी लीला रची हैं।

time to read

2 mins

August 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

बुद्धि जाग गई!

पूर्वजन्मों में किए कर्मों के आधार पर मिला वर्तमान जन्म, अपने उस कर्म को सिद्ध करके ही रहता है, जिसके लिए जातक का जन्म हुआ है और बुरा, कष्टदायक, शुभ और सफलतादायक समय उसके लिए ही परिचायक होता है।

time to read

2 mins

August 2025

Jyotish Sagar

Jyotish Sagar

9 को है रक्षाबन्धन जानें कब बँधेगी राखी?

भारत में रक्षाबन्धन का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

time to read

2 mins

August 2025

Jyotish Sagar

जोहरान ममदानी अमेरिका में उभरता भारतीय मूल का राजनेता

भारतीय मूल एवं युगाण्डा में जन्मे अमेरिकन राजनेता जोहरान ममदानी इन दिनों चर्चा में हैं।

time to read

5 mins

August 2025

Jyotish Sagar

श्रीराधा और कृष्ण दिव्य युगल का दिव्य प्रेम

भारत की सांस्कृतिक परम्परा में राधा और कृष्ण का प्रेम, मात्र एक लौकिक सम्बन्ध नहीं, वरन् आध्यात्मिक स्तर पर सर्वोच्च प्रेम का प्रतीक माना जाता है।

time to read

4 mins

August 2025

Translate

Share

-
+

Change font size