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कुण्डली में आजीविका कारक ग्रहयोग एवं तत्त्व समीक्षा
Jyotish Sagar
|May 2021
लग्न कुण्डली पर सर्वाधिक प्रभाव रखने वाला ग्रह द्वारा सर्वप्रथम आजीविका का कारक होता है। आजीविका अर्थ प्राप्ति का वह साधन है, जिसके माध्यम से मनुष्य इस संसार में सुखी जीवन निर्वाह कर सकता है। किसी भी जातक की कुण्डली के आजीविका के स्वरूप को निश्चित करने के पश्चात् आजीविका के विषयों पर गम्भीरतापूर्वक विचार करना चाहिए।

1. आजीविका कारक ग्रह किन व्यवसायों का संकेत दे रहा है? वह ग्रह किस-किस भाव के कारक तथा भाव के स्वामी से युत या द्रष्ट है? आजीविका कारक ग्रह कितना बलवान् है? का विचार भी कर लेना आवश्यक है। इसमें व्यवसाय के उत्तम, मध्यम और अधम होने का पता लगता है।
This story is from the May 2021 edition of Jyotish Sagar.
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