Try GOLD - Free

STUDIO NEWS Magazine - September 2025

filled-star
STUDIO NEWS
From Choose Date
To Choose Date

STUDIO NEWS Description:

Studio News is monthly 16 pages multi-color tabloid in Hindi. This is India First Photography newspaper, which is published in Hindi, enabling the studios, photographers and other Photography trade related technicians to get first-hand knowledge and understanding about the latest products, help them acquire skill to use the products and make them proud owners. STUDIO NEWS is focusing and distributing hard copy, to the studios in India’s state -Uttar Pradesh RAJASTHAN, GUJARAT, PUNJAB, HARYANA, HIMACHAL PRADESH, UTTARAKHAND, DELHI, BIHAR, CHHATTISGARH, JHARAHAND & MADHYA PRADESH. Circulation of hard copies is approximately 10000 every month. The main objective of The STUDIO NEWS is to educate studios, photographers and technicians with the latest technical knowledge of camera, video and other trade related equipment’s; familiarize them with the editing and other software features and support them with wide range of usages of new technological equipment’s which are quite unknown or ambiguous to them due to language barrier.

In this issue

स्टूडियो न्यूज़ के सितम्बर 2025 अंक में आप सभी का हार्दिक स्वागत है। भारत में फोटोग्राफी का परिदृश्य हमेशा से बदलता रहा है। कभी यह केवल कैमरे और रोल फिल्मों तक सीमित था, फिर डिजिटल कैमरा और अब मोबाइल फोटोग्राफी ने इसे आम आदमी की पहुँच तक ला दिया। लेकिन आज जिस परिवर्तन की आहट सबसे गहरी है, वह है जेनरेटिव AI। हाल ही में आई गिटहब की एक रिपोर्ट ने इस बदलाव की तस्वीर और भी साफ़ कर दी है। रिपोर्ट के अनुसार जेनरेटिव AI के क्षेत्र में भारत दुनिया में दूसरे पायदान पर पहुँच चुका है और अनुमान है कि तीन साल तक भारत अमेरिका को पछाड़कर डेवलपर्स की संख्या में पहला स्थान हासिल कर लेगा।
यह आँकड़ा सिर्फ़ तकनीकी उपलब्धि भर नहीं है, बल्कि इसके सामाजिक और कलात्मक प्रभाव भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं। जेनरेटिव AI का अर्थ है ऐसी प्रणाली, जिसमें न्यूरल नेटवर्क और मशीन लर्निंग की मदद से नए टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और वीडियो तैयार किए जाते हैं। यानी वह सामग्री जो इंसानी रचनात्मकता से मेल खाती है, परंतु मशीन द्वारा निर्मित होती है।
कला को हमेशा से मानव अभिव्यक्ति का सबसे संवेदनशील माध्यम माना गया है। लेकिन डिजिटल युग ने इसे नई शक्ल दी है। अब कलाकार केवल ब्रश या कैमरे तक सीमित नहीं हैं, बल्कि AI टूल्स के सहारे वे अनगिनत प्रयोग कर सकते हैं। किसी भी फोटोग्राफ को AI की मदद से एक नई पेंटिंग का रूप दिया जा सकता है, या किसी साधारण विजुअल को विश्वस्तरीय क्रिएटिविटी में बदला जा सकता है।
यहाँ एक बड़ा सवाल भी उठता है कि जब मशीनें भी कला का निर्माण करने लगेंगी, तो असली कलाकार कौन होगा? असली रचनाकार इंसान या AI? यहीं पर एनएफटी (NFT) जैसी तकनीकें सामने आती हैं, जो यह प्रमाणित करती हैं कि किसी डिजिटल रचना का असली मालिक कौन है।
फोटोग्राफी और विजुअल आर्ट्स का भविष्य निस्संदेह AI और डिजिटल इनोवेशन से जुड़ा होगा। भारत के लिए यह एक सुनहरा अवसर है कि हम केवल तकनीक के उपभोक्ता न बनें, बल्कि इसके निर्माता भी बनें। आने वाले वर्षों में शायद स्टूडियो, कैमरे और कंप्यूटर, सभी मिलकर एक ऐसे हाइब्रिड स्पेस का निर्माण करेंगे जहाँ मानव की संवेदनशीलता और AI की शक्ति मिलकर कला की नई पहचान बनाएँगे। फोटोग्राफर, कलाकार और क्रिएटर्स के लिए यह समय बेहद चुनौतीपूर्ण है, पर साथ ही अभूतपूर्व संभावनाओं से भरा हुआ भी।

Recent issues

Popular Categories