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Dastak Times, March 2022 edition.

हिजाब विवाद एक खतरनाक सोच

हिजाब का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि यह मानसिकता दर्शाता है कि मुस्लिम मर्दो को अपनीऔरतों, बच्चियों पर विश्वास नहीं है। इसलिए वह कुरान की आड़ में उनपरतरहतरह कीपाबंदियां लगाते रहते हैं औरबड़ीशान के साथयह भी बताते हैं कि हिजाब के बिना मुस्लिम महिलाएं असुरक्षित हो जाएंगी,जो काफीहास्यास्पद है। हिसाबसेबड़ा मुद्दा तोधर्मांतरण का है। जिस तरह से हिंदू लड़कियों को लव जिहादमें फंसाया जाता है, वहन केवल शर्मनाक बल्कि देश के लिए बड़ा खतरा है।

हिजाब विवाद एक खतरनाक सोच

1 min

राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया सूचना तंत्र की मजबूती

लोक व्यवस्था अथवा कानून और व्यवस्था राज्य सूची का विषय है और वर्तमान में भारत के कुछ राज्य वैचारिक, राजनीतिक, दलगत और अन्य स्तरों पर केंद्र सरकार से खुली प्रतिस्पर्धा करने की मंशा से ग्रस्त दिखाई देते हैं। ऐसे में उन राज्यों में आतंकवादी गतिविधियों, राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की रोकथाम के लिए राज्यों को सुरक्षा के प्रकरण पर सहयोगी संघवाद की भावना से जोडने की जरूरत साफ दिखाई देती है।

राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया सूचना तंत्र की मजबूती

1 min

पंजाब जीतकर परे देश में उड़ान भरना चाहती है आप

पंजाब में सियासी फेरबदल के कयास तो पहले से थे, लेकिन नतीजों ने बदलाव की नई परिभाषा तय कर दी है। यहां आप ने न सिर्फ बहुमत के आंकड़े को पीछे छोड़ दिया, बल्कि विनिंग सीट्स का ऐसा पहाड़ खड़ा कर दिया कि कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा समेत उसके सहयोगी मिलकर भी आप के लगभग चौथाई हिस्से तक ही पहुंच पा रहे हैं।

पंजाब जीतकर परे देश में उड़ान भरना चाहती है आप

1 min

देवभूमि में पुष्कर और यूपी में हिट हुए बुलडीनर बाबा

योगी आदित्यनाथ ने निर्णय किया कि वह राज्य की कानून व्यवस्था में सुधार करेंगे। उन्होंने इस कार्य को काफी प्रशंसनीय तरीके से अंजाम दिया। इसके लिए उन्होंने मोदी का अनुसरण करते हुए शक्तियों को अपने कार्यालय में केंद्रित किया। उन्होंने शक्तियों के केंद्रीय करण की जिम्मेदारी खुद उठायी और इसका उत्तरदायित्व भी अपने ऊपर लिया। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि इस वजह से चुनाव में भाजपा के वोट शेयर में वास्तव में काफी इजाफा हुआ है, भले ही उसकी कुल सीटों की संख्या क्यों न कम होगयी है। देखा जाए तो वर्ष 2017 के चुनावों में मोदी मैजिकथा,राम मंदिर का मुद्दा था और योगी आदित्यनाथ का कोई चेहरा नहीं था, लेकिन 2022 के चुनाव में न तो राम मंदिर का मुद्दा था और नही 2017 जैसी मोदी लहर।कुछ नयाथा तो योगी का चेहरा और उनकी कार्य संस्कृति। दरअसल योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री के लिए लोगों नेचुना तो जाहिरसीबात है प्रदेश कीजनता नेयोगी के सत्तासंचालन के तौरतरीकों को सराहा है। राष्ट्रवाद को किसी भी सूरत में प्राथमिकता देने वाली भाजपा को लोगों ने बहुमत से जिताकर यह भी संदेश दिया है कि देश में रहकर देशहित की बातें करने वालों को आगे आने कामौ का मिलेगा।

देवभूमि में पुष्कर और यूपी में हिट हुए बुलडीनर बाबा

1 min

धाकड धामी ने घायल होकर भी जीता'गढ़'

उत्तराखंड में पुष्कर सिंहधामी मुख्यमंत्री

धाकड धामी ने घायल होकर भी जीता'गढ़'

1 min

2024 की राह हुई आसान

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पांच वर्षों में कानून व्यवस्था का राज स्थापित किया । वही दंगे, भ्रष्टाचार, परीक्षा में धांधली जैसी बड़ी चुनौतियों से भी निपटा है। कोरोना महामारी के समय भी मुख्यमंत्री योगी का सक्रिय रहना और पूरे प्रदेश का दौरा करना भी इन चुनावों में काम आया है क्योंकि जनता के जहन पर इसका असर मौजूद था। उत्तर प्रदेश का चुनाव परिणाम सही साबित हो गया है कि भाजपा एक मजबूत पार्टी बन चुकी है।

2024 की राह हुई आसान

1 min

दोनों सदनों में हासिल हो जाएगा सरकार को बहुमत!

उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव

दोनों सदनों में हासिल हो जाएगा सरकार को बहुमत!

1 min

रूस-यूक्रेन की जंग का क्या होगा अंजाम

विवाद के सभी पहलुओं को समझने की जरूरत

रूस-यूक्रेन की जंग का क्या होगा अंजाम

1 min

अस्तित्व में द्वैत नहीं!

भारतीय दर्शन का जन्म ऋग्वेद के उदय होने के पहले हो गया था। पूर्वज पहले ही जान गये थे कि सृष्टि में दो नहीं है। उपनिषद में ऋषि कहते हैं कि यह ब्रह्म हमारे सामने है। ब्रह्म पीछे है, ब्रह्म दायें है, ब्रह्मा हमारे बायें है, ब्रह्म ऊपर है, ब्रह्म भीतर है। ब्रह्म ही सब कुछ है, हम ब्रह्म ही हैं, फिर दो नहीं रह जाते।

अस्तित्व में द्वैत नहीं!

1 min

उसके हिस्से की धूप

कहानी - उसके हिस्से की धूप

उसके हिस्से की धूप

1 min

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