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जेन ज़ी क्रांति के बाद नेपाल
DASTAKTIMES
|October 2025
नेपाल में जेन जी की क्रांति से तख्तापलट हुए एक महीना बीत चुका है लेकिन लोगों के मन में बहुत सारे सवाल है जैसे अचानक हुए इन विरोध प्रदर्शनों का कारण क्या था? नेपाल की युवा पीढ़ी आखिर इतनी नाराज़ क्यों हो गई? अब वहां कैसे हालात है? इस घटनाक्रम के बाद पड़ोसी देश भारत के साथ नेपाल के रिश्ते कैसे होंगे? इन सभी सवालों पर 'दस्तक टाइम्स' के संपादक दयाशंकर शुक्ल सागर की एक रिपोर्ट।
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नेपाल में जेन जी की क्रांति से तख्तापलट हुए एक महीना बीत चुका है। निवर्तमान पीएम केपी शर्मा ओली और नेपाल के तमाम मंत्रियों का परिवार आज भी सेना के सुरक्षा घेरे में है। अंतरिम सरकार की मुखिया सुशीला कार्की चीजों को संभालने में लगी हुई हैं। ज्यादातर सरकारी दफ्तर खंडहर बन चुके हैं। वहां कुर्सियों से लेकर कंप्यूटर तक जलाए जा चुके हैं। काठमांडू में सरकारी गाड़ियां गिनी-चुनी बची हैं। सरकारी कर्मचारी सिर्फ हाजिरी लगाने दफ्तर जाते हैं और घर लौट आते हैं। जलाए गए ज्यादातर थानों के पुनर्निर्माण का काम अब भी चल रहा है। नेपाल में जेन जी क्रांति की वजह से टूरिज्म को बड़ा झटका लगा है। हजारों पर्यटक अपनी बुकिंग रद्द करा चुके हैं। बीते एक महीने से काठमांडू के होटल, पब, जुआघर सब वीरान पड़े हैं। केवल 48 घंटे में सरकार गिरा देने वाले जेन जी प्रदर्शनकारियों के पास जीत का जश्न मनाने के लिए कोई वजह नहीं है।
नेपाल दुनिया का सबसे युवा लोकतांत्रिक देश है। माओवादियों के नेतृत्व में एक दशक तक चले गृहयुद्ध में करीब 20 हजार लोगों की चिता की राख पर 2008 में गणतंत्र का ताजमहल बना था। लेकिन इस गणतंत्र ने नेपाल को अस्थिरता के दलदल में धकेल दिया। बीते 17 सालों में, नेपाल में 14 सरकारें बनी और किसी भी सरकार ने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है। नेपाल की सियासत में जैसे कोई म्यूजिकल चेयर का खेल चल रहा हो, जहां कम्युनिस्ट पार्टियां और मध्यमार्गी नेपाली कांग्रेस बारी-बारी से शासन करती रहीं। इन सत्ता परिवर्तनों ने नेपाल को भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद के चक्रव्यूह में फंसा दिया। हालांकि नेपाल के लिए यह कोई नई बात नहीं थी। जैसा कि काठमांडू में नागरिक एवं डिजिटल अधिकार कार्यकर्ता आशीर्वाद त्रिपाठी कहते हैं- 'कई राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा पद का दुरुपयोग करने और भ्रष्टाचार के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। तीनों मुख्य राजनीतिक दलों की पुरानी पीढ़ी के खिलाफ लंबे समय से असंतोष पनप रहा है, जिन्होंने प्रधानमंत्री पद के लिए सिर्फ कुर्सी का खेल खेला है।'
'नेपो बेबीज़'Bu hikaye DASTAKTIMES dergisinin October 2025 baskısından alınmıştır.
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