कानपुर (देहात) जनपद के रूरा थाने से 5 किलोमीटर दूर मैथा ब्लौक के अंतर्गत एक बड़ी आबादी वाला गांव है मड़ौली. अकबरपुर और रूरा 2 बड़े कस्बों के बीच लिंक रोड से जुड़े ब्राह्मण बाहुल्य इसी गांव में कृष्ण गोपाल दीक्षित सपरिवार रहते थे. उन के परिवार में पत्नी प्रमिला के अलावा 2 बेटे शिवम, अंश तथा एक बेटी नेहा थी.
कृष्ण गोपाल दीक्षित के पास मात्र 2 बीघा जमीन थी. इसी जमीन पर खेती कर और बकरी पालन से वह अपना परिवार चलाते थे. बेटे जवान हुए तो वह भी पिता के काम में सहयोग करने लगे.
कृष्ण गोपाल के घर के ठीक सामने अशोक दीक्षित का मकान था. अशोक दीक्षित के परिवार में पत्नी सुधा के अलावा 3 बेटे गौरव, अखिल व अभिषेक थे. वह दबंग व संपन्न व्यक्ति थे. उन के पास खेती की अच्छीखासी जमीन थी.
इस के अलावा उन के 2 बेटे गौरव व अभिषेक फौज में थे. संपन्नता के कारण ही गांव में उन की तूती बोलती थी. उन के बड़े बेटे गौरव का विवाह रुचि दीक्षित के साथ हो चुका था. रुचि खूबसूरत थी. वह अपनी सास सुधा के सहयोग से घर संभालती थी.
घर आमनेसामने होने के कारण अशोक व कृष्ण गोपाल के बीच बहुत नजदीकी थी. दोनों परिवारों का एकदूसरे के घर आनाजाना था. अशोक की पत्नी सुधा व कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला की खूब पटती थी, लेकिन दोनों के बीच अमीरीगरीबी का बड़ा फर्क था. कृष्ण गोपाल व उस के परिवार के मन में सदैव गरीबी की टीस सताती रहती थी.
मड़ौली गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर सड़क किनारे ग्राम समाज की भूमि पर कृष्ण गोपाल दीक्षित का पुश्तैनी कब्जा था. सालों पहले इस वीरान पड़ी भूमि पर कृष्ण गोपाल के पिता चंद्रिका प्रसाद दीक्षित व बाबा ने पेड़ लगा कर कब्जा किया था. बाद में पेड़ों ने बगीचे का रूप ले लिया.
इसी बगीचे में कृष्ण गोपाल ने एक कमरा बना लिया था और सामने झोपड़ी डाल ली थी. इसी में वह रहते थे और पशुपालन करते थे. भू अभिलेखों में ग्राम समाज की यह जमीन गाटा संख्या 1642 में 3 बीघा दर्ज है, जिस में से एक बीघा भूमि पर कृष्ण गोपाल का कब्जा था. लेकिन जो 2 बीघा जमीन थी, उस पर कृष्ण गोपाल किसी को भी कब्जा नहीं करने देता था. उस पर भी वह अपना अधिकार जमाता था.
Bu hikaye Satyakatha dergisinin April 2023 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Satyakatha dergisinin April 2023 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
30 लाख मांगने पर बैंक मैनेजर की हत्या
पंजाब ऐंड सिंध बैंक से रिटायर होने के बाद मैनेजर रंजीत मेला सिंह ने 30 लाख रुपए अपने दोस्त नारायण बापूराव इंगले को कहीं इनवेस्ट करने के लिए दे दिए थे. जिस से उन्हें कुछ फायदा हो सके. लेकिन इंगले ने मैनेजर साहब के पैसे ही नहीं, बल्कि उन्हें भी इस तरह ठिकाने लगाया कि...
टाइटैनिक के यात्री की घड़ी की नीलामी 12 करोड़ में
टाइटैनिक डूबने के करीब एक हफ्ते बाद समुद्र में बिजनैसमैन जौन जेकब ऐस्टर का शव बरामद हुआ था.
चीर डकैतों के आतंक दिखाने वाली वेब सीरीज
इन दिनों ओटीटी पर पसंद की जाने वाली वेब सीरीज में क्राइम और सस्पेंस के साथ-साथ चोर डकैतों के आतंक को भी दिखाया जा रहा है. वे हैं - दि किल पौइंट, क्लाइडस्कोप, एवरीबडी लव्स डायमंड्स, द एंड गेम्स, द ग्रेज हाइएस्ट, हैटन गार्डन हाइएस्ट, स्नैच.
समुद्र में बनी 125 मीटर गहरी गुफा
धरती पर कई अदभुत और रहस्यमय जगहों में से कई समुद्री पानी की गहराई में भी हैं, जो लोगों को हैरान कर देती हैं. ऐसी ही एक जगह मध्य अमेरिकी देश बेलीज में भी है, जिसे 'ग्रेट ब्लू होल' कहा जाता है.
पत्नी के शौक ने ली पति की जान
कभीकभी घर में पतिपत्नी के बीच किसी बात को ले कर होने वाले विवाद को जब गंभीरता से नहीं लिया जाता तो वह भयानक रूप भी ले लेता है. काश! महेश्वर ने अपनी पत्नी रानी से इंस्टाग्राम पर वीडियो पोस्ट करने का विरोध न किया होता तो शायद...
फेसबुक का प्यार कौन है हकदार
20 वर्षीय जैनब ने अपने प्रेमी अरमान के जन्मदिन पर एक आईफोन गिफ्ट दिया था. इसी आईफोन के चक्कर में अरमान ने एक दिन दोस्तों के साथ मिल कर माहिर नाम के युवक का कत्ल कर दिया. आप भी जानें कि यह माहिर कौन था और उस आईफोन से माहिर का क्या संबंध था?
काला पानी सीजन-1
इस सीरीज में अंडमान निकोबार द्वीप पर एक घातक बीमारी फैली हुई है, जिस में बड़ी तादाद में लोग मर रहे हैं. इसके बावजूद वहां पर एक उत्सव मनाया जा रहा है. डाक्टर बीमारी पर काबू करने की जद्दोजेहद में हैं. इस के बावजूद प्रशासन लापरवाह बना हुआ है.
'रंगबाज: डर की राजनीति' - सीजन-3
'रंगबाज' सीजन-3 में बिहार के ऐसे बाहुबली की कहानी दिखाई गई है, जिस ने पहले प्रदेश में और फिर देश की राजनीति में काफी हद तक और खुल कर अपनी दबंगई दिखाई, लेकिन अंत में उसे इतनी आसानी से मारा गया कि...
कठपुतली
'कठपुतली' एक ऐसे सीरियल किलर की कहानी है, जो प्यार में असफल हो जाने के बाद लड़कियों से इस कदर नफरत करता है कि वह उन की दर्दनाक तरीके से हत्या करने लगता है. महिला के गेटअप में वह किलर बड़ी आसानी से अपने काम को अंजाम देता है. पुलिस को भी उस तक पहुंचने के लिए इतने पापड़ बेलने पड़े थे कि...
रक्षक इंडियाज ब्रेव्स सीजन-2
वेब सीरीज 'रक्षक: इंडियाज ब्रेव्स' सीजन-2 में जांबाज सुरक्षा बलों की बहादुरी को दिखाया गया है. पुलवामा हमले के बाद सुरक्षा बल के जवान मोस्टवांटेड आतंकियों की तलाश में जुटे थे. तभी कुलगांव जिले में उन्हीं खूंखार आतंकियों और जवानों के बीच मुठभेड़ होती है. उस मुठभेड़ में नायब सूबेदार सोमबीर सिंह और डीवाईएसपी अमन ठाकुर की बहादुरी की अमिट छाप दिखती है.