CATEGORIES

असाध्य बीमारियां टोटके नहीं ट्रीटमैंट है कारगर
Sarita

असाध्य बीमारियां टोटके नहीं ट्रीटमैंट है कारगर

आयुर्वेद की प्राचीन पद्धति के जानकार घरघर में हैं और सोशल मीडिया की मेहरबानी से इन की संख्या दिन दोगुनी रात चौगुनी बढ़ रही है. इस के चलते कई छोटीबड़ी बीमारियों में रोगी प्राथमिकता में आयुर्वेद को रखता है जिस कारण उसे लेने के देने पड़ जाते हैं.

time-read
6 mins  |
January First 2023
राष्ट्रपति की चिंता देश में बढ़ती जेलों की संख्या
Sarita

राष्ट्रपति की चिंता देश में बढ़ती जेलों की संख्या

एक तरफ भारत सरकार यह दावा करती है कि देश तीव्र गति से विकास के पथ पर अग्रसर है, हर युवा हाथ को काम मिल रहा है तो दूसरी ओर जेलों की संख्या बढ़ाए जाने की बातें उठ रही हैं. इन दो विरोधाभासी बातों पर सवाल खड़ा कर के संविधान दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सरकार की ऐसी रग को दबा दिया है कि उस में छटपटाहट लाजिमी है.

time-read
5 mins  |
January First 2023
बुलडोजर राज पौराणिक नीति
Sarita

बुलडोजर राज पौराणिक नीति

बुलडोजर इमारतों पर ही नहीं बल्कि लोगों की आजादी सहित कला और फिल्मों पर भी चल रहा है क्योंकि मौजूदा सरकार बुलडोजर को एक विचार की शक्ल में भी स्थापित कर चुकी है. इस बवंडर में वास्तविक मुद्दे दोयम दर्जे के और दोयम दर्जे के मुद्दे वास्तविक लगने लगते हैं. इमारतों वाले बुलडोजरों पर गुवाहटी हाईकोर्ट के फैसले ने सरकारों की मंशा पर पानी तो फेर दिया है लेकिन विध्वंसक विचारों वाला बुलडोजर बेकाबू है जैसे पुराणों में भस्म करने का श्राप देते थे वैसे ही बुलडोजर विध्वंस करने की सजा दे रहे हैं.

time-read
4 mins  |
January First 2023
कसक
Sarita

कसक

बहुत सालों बाद इंदु की आंखों में खुशी के आंसू थे. इंदु ने अपने अकेलेपन में खुशियां तलाश ली थीं. उसे समझ आ गया था कि शादी ही सबकुछ नहीं बल्कि खुश रहना भी एक कला है, चाहे आप अकेले खुश रहें या फिर किसी के साथ शादी के बंधन में बंध कर.

time-read
2 mins  |
December Second 2022
भारत भूमि युगे युगे
Sarita

भारत भूमि युगे युगे

भड़ास निकालना जयराम का भी हक है पर वे हड़बड़ाहट में यह भूल गए कि कैरेट कीमती धातुएं नापने की इकाई है.

time-read
2 mins  |
December Second 2022
"संगीत के पतन के लिए संगीतकार और निर्देशक जिम्मेदार हैं" - रोहित शर्मा
Sarita

"संगीत के पतन के लिए संगीतकार और निर्देशक जिम्मेदार हैं" - रोहित शर्मा

शुरुआती समय की उठापटकों के बाद रोहित शर्मा आज सफल संगीतकारों में गिने जाते हैं. वे अपने काम को गहराई से करने में यकीन रखते हैं. उन्होंने कई सफल फिल्मों का संगीत दिया है.

time-read
4 mins  |
December Second 2022
कैंपस पौलिटिक्स जरूरी है
Sarita

कैंपस पौलिटिक्स जरूरी है

यह वह वक्त था जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुजरात में चुनावप्रचार के दौरान खुलेआम मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को इस बाबत बधाई दे चुके थे कि उन्होंने द्वारका में कथित अवैध मजारें तुड़वा दीं.

time-read
2 mins  |
December Second 2022
तो प्रोपगंडा है 'द कश्मीर फाइल्स'
Sarita

तो प्रोपगंडा है 'द कश्मीर फाइल्स'

जिस के बाद फिल्म को ले कर उन की बात सच साबित हो गई जो फिल्म के रिलीज होते कह रहे थे कि फिल्म वैमनस्य पैदा करने के मकसद से बनाई गई है.

time-read
1 min  |
December Second 2022
कहानी
Sarita

कहानी

कुम्लक थी तो एक अच्छी लेखिका मगर जब मैगजीन में प्रकाशित होने के लिए उस ने एक कहानी भेजी तो उस पर बैन लगा दिया गया. आखिर क्या गलती की थी उस ने?

time-read
2 mins  |
December Second 2022
कुछ भी करा सकता है पैसा
Sarita

कुछ भी करा सकता है पैसा

कहते हैं न, पैसे के आगे कोई सगा नहीं. ठीक ऐसे ही आज का समाज बन चुका है. पैसे के लोभ में बच्चे अपने मांबाप को घर से निकालने से ले कर मार डालने तक से परहेज नहीं कर रहे.

time-read
5 mins  |
December Second 2022
बच्चों को पढ़ाई के साथ स्किल्स भी सिखाएं
Sarita

बच्चों को पढ़ाई के साथ स्किल्स भी सिखाएं

जीवन में पढ़ाई की बहुत अहमियत है, इस से आप जानकारी में हासिल करते हैं पर पढ़ाई के साथसाथ उन व्यावहारिक स्किल्स का होना जरूरी है जो आप के नागरिक होने और बेहतर कैरियर के लिए बेहद जरूरी हैं.

time-read
8 mins  |
December Second 2022
दोस्त जब बन जाएं दुश्मन
Sarita

दोस्त जब बन जाएं दुश्मन

जीवन में आगे बढ़ने के लिए अच्छे दोस्तों का साथ जरूरी है, मगर जब वही दोस्त राह में कांटे बिछाने लगें तो क्या करें?

time-read
4 mins  |
December Second 2022
युवा बच्चों की डोर थामे रहें मातापिता
Sarita

युवा बच्चों की डोर थामे रहें मातापिता

बच्चे बहुत बार मातापिता से मिली आजादी का गलत इस्तेमाल कर बैठते हैं. ऐसे में जरूरी है कि मांबाप बच्चों को इतनी भी आजादी न दें कि वे उन्हीं से कटने लगें, उन की डोर अपने हाथों थामे रहें.

time-read
5 mins  |
December Second 2022
महिलाओं में मोटापे की वजह
Sarita

महिलाओं में मोटापे की वजह

नए दौर में युवाओं के काम का एनवायरमैंट कुरसी पर बैठने वाला अधिक हो गया है. इस मौडर्न लाइफ स्टाइल के साथ अस्वास्थ्यकर खुराक, भारी स्टार्चयुक्त भोजन, फलों तथा सब्जियों रहित खाना और शारीरिक श्रम का अभाव उन्हें मोटापे की तरफ धकेल रहा है.

time-read
3 mins  |
December Second 2022
पार्टनर झूठ बोले तो भी उस से अलग न हों
Sarita

पार्टनर झूठ बोले तो भी उस से अलग न हों

हर व्यक्ति कहीं न कहीं झूठ का सहारा लेता ही है. झूठ एक यूनिवर्सल सच है, लेकिन झूठ बोलने की सीमा क्या हो, किस परिस्थिति में झूठ बोला गया, यह ज्यादा मैटर करता है. अब सवाल यह कि अगर पार्टनर ही झूठा निकले तो उसे डील कैसे किया जाए, क्या उसे छोड़ दिया जाए?

time-read
10 mins  |
December Second 2022
धर्म के मामले में कट्टर अनुयायी नुकसान में
Sarita

धर्म के मामले में कट्टर अनुयायी नुकसान में

धार्मिक कट्टरता व्यक्ति को नुकसान पहुंचाती है. व्यक्ति इन चक्करों में समय और अनापशनाप पैसा बरबाद करता है. इस की जड़ में तमाम धर्म हैं जहां से निकल कर कर्मकांड अंधविश्वास का रूप ले लेते हैं. ऐसे में जरूरी है कि साइंटिफिक टैंपरामैंट बनाया जाए.

time-read
8 mins  |
December Second 2022
महिलाओं ने हिला दीं ईरानी सत्ता की जड़ें
Sarita

महिलाओं ने हिला दीं ईरानी सत्ता की जड़ें

ईरान की औरतों के लिए मोरल पुलिस के खत्म हो जाने से मुश्किलें कम हो जाएंगी, यह कहना थोड़ी जल्दबाजी होगी क्योंकि अभी यह साफ नहीं है कि हिजाब पहनने की अनिवार्यता से औरतों को आजादी मिली है या नहीं. फिर भी सलाम है ईरान की औरतों को जिन्होंने अपने हिजाब को क्रांति की पताका बना दिया और धार्मिक कट्टरता एवं जुल्म के खिलाफ फतह हासिल की.

time-read
6 mins  |
December Second 2022
टैक्नोलौजी बराबरी का मौका देती है लेकिन...
Sarita

टैक्नोलौजी बराबरी का मौका देती है लेकिन...

टैक्नोलोजी ने जिंदगी कितनी आसान और सुविधाजनक कर दी है, यह चारों तरफ दिखता है लेकिन अफसोस तब होता है जब टैक्नोलौजी को भी भगवान की देन मानते हुए इस का श्रेय भी उसे ही दिए जाने की साजिश धर्म के ठेकेदार करते हैं. क्या है यह षड्यंत्रकारी मानसिकता?

time-read
10+ mins  |
December Second 2022
"आपस में प्यार से न रह पाना पर्यावरण के लिए क्षति है” सृष्टि लखेरा
Sarita

"आपस में प्यार से न रह पाना पर्यावरण के लिए क्षति है” सृष्टि लखेरा

सृष्टि 10 सालों से फिल्मी दुनिया से जुड़ी हुई हैं और पहाड़ों के दर्द को समझती हैं. पहाड़ों से लगातार खाली हो रहे गांव जैसे संवेदनशील विषय को निर्देशक सृष्टि लखेरा ने फिल्म के जरिए बताने की कोशिश की है.

time-read
4 mins  |
December First 2022
दोनों तरफ से आग
Sarita

दोनों तरफ से आग

बीवी के असमय गुजर जाने के बाद अकेले रह रहे श्यामजी का दिल कामवाली लक्ष्मी पर आ गया. एक दिन मौका पा कर उन्होंने उस का हाथ पकड़ लिया और बैडरूम की ओर ले जाने लगे...

time-read
7 mins  |
December First 2022
पतिपत्नी में जब हो विचारों का भेद
Sarita

पतिपत्नी में जब हो विचारों का भेद

यह सच है कि विचारों के भेद आपस में टकराव पैदा करते हैं पर बात जब जीवनसाथी के विचारों से भेद की हो तो समस्या ज्यादा खड़ी हो जाती है.

time-read
7 mins  |
December First 2022
एलिवेटेड सड़कों से गरीब बस्तियों को छिपाया
Sarita

एलिवेटेड सड़कों से गरीब बस्तियों को छिपाया

ट्रैफिक की समस्या से छुटकारा पाने का आसान उपाय एलिवेटेड सड़कें भले हों पर इन सड़कों ने अमीरीगरीबी की एक और समस्या पैदा की है जिस बारे में लोग सोच नहीं पा रहे.

time-read
4 mins  |
December First 2022
न्यूज चैनल नहीं धार्मिक चैनल
Sarita

न्यूज चैनल नहीं धार्मिक चैनल

आज मुख्यधारा के अधिकतर न्यूज चैनल जनता के हितों की खबरें दिखाने की जगह धर्म और सत्ता पक्ष का प्रचार करने में जुटे हैं. यह बिना सरकार, नेताओं और पूंजीपतियों के संभव नहीं. ऐसा कर के वे देश के लोकतंत्र को खाई में धकेलने का काम ही कर रहे हैं.

time-read
9 mins  |
December First 2022
जिद्दी बच्चों से कैसे निबटें
Sarita

जिद्दी बच्चों से कैसे निबटें

जिद्दी बच्चे चाहे छोटे हों या बड़े, उन से डील करना पेरेंट्स के लिए बहुत बड़ा चैलेंज होता है. बच्चा अगर शुरू से जिद्दी है तो डेली लाइफ की चीजें, जैसे सोना, खाना या नहाना उन के साथ रोज का एक युद्ध बन जाता है.

time-read
6 mins  |
December First 2022
गिरता बाजार डरना जरूरी
Sarita

गिरता बाजार डरना जरूरी

केंद्र सरकार की आर्थिक (कु)नीतियों के चलते देश की अर्थव्यवस्था दिनोंदिन गिरती जा रही है जिसे कंट्रोल करना फिलहाल अब उस के खुद के वश में भी नहीं है. वहीं, अपनी तानाशाही प्रवृत्ति के चलते सत्ता पर काबिज भगवा सरकार विशेषज्ञों से सलाह लेने से भी हिचक रही है. ऐसे में देशवासियों को चौकन्ना होना बहुत जरूरी हो गया है.

time-read
8 mins  |
December First 2022
नरक पुराण
Sarita

नरक पुराण

धर्म की दुकानदारी के 2 बड़े प्रोडक्ट काल्पनिक स्वर्ग व काल्पनिक नर्क हैं. नर्क का इतना वीभत्स चित्रण धार्मिक साहित्य में है कि लोग इस के बारे में सुन कर कांप उठते हैं और यातनाओं से बचने के लिए दानदक्षिणा यानी घूस देने को आसानी से तैयार हो जाते हैं. दुकान चलती रहे, इसलिए कोई इन ढकोसलों का विरोध नहीं करता.

time-read
9 mins  |
December First 2022
हिंदी में मैडिकल की पढ़ाई केवल स्टंट
Sarita

हिंदी में मैडिकल की पढ़ाई केवल स्टंट

मैडिकल पढ़ाई का कचरा हिंदी की आड़ ले कर किए जाने का विमोचन हो चुका है. भगवा गैंग नहीं चाहता कि अब और काबिल डाक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक पैदा हों क्योंकि उस का काम तो अर्धशिक्षितों से चलता है. इस फैसले के चलते मैडिकल की डिग्री हलकी होने जा रही है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस की कोई पूछपरख नहीं रह जाएगी.

time-read
8 mins  |
December First 2022
यूनिफौर्म सिविल कोड न यूनिफौर्म होगा न सिविल होगा न कोड होगा सिर्फ लौलीपौप होगा
Sarita

यूनिफौर्म सिविल कोड न यूनिफौर्म होगा न सिविल होगा न कोड होगा सिर्फ लौलीपौप होगा

विवाह, उत्तराधिकार और विवाह विच्छेद यानी तलाक के मसलों को हल करने के लिए यूनिफौर्म सिविल कोड को बनाने का शिगूफा लंबे समय से छोड़ा जा रहा है, जबकि इन मसलों को हल करने के लिए स्पैशल मैरिज एक्ट यानी विशेष विवाह कानून देश में 1954 से लागू है. ऐसे में यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात करना बेमानी है. जरूरत यह है कि स्पैशल मैरिज एक्ट को ही माना जाए और बाकी विवाह कानूनों की मान्यता खत्म कर दी जाए. इस के बाद यूनिफौर्म सिविल कोड जैसे किसी कानून की जरूरत नहीं रहेगी.

time-read
10+ mins  |
December First 2022
मैं और मच्छर
Sarita

मैं और मच्छर

कोरोनाकाल में तालीथाली बजाने के बाद हम ने कोरोना को भगा दिया है तो ये मच्छर क्या चीज हैं. अब मच्छरों से डेंगू हो या मलेरिया, जब सबकुछ रामभरोसे है तो मेरी तरह आप भी इन मच्छरों से क्यों नहीं दोस्ती कर लेते?

time-read
6 mins  |
November Second 2022
“इंसान के अंदर का धैर्य ही उस का काम करवाता है” सतराम रमानी
Sarita

“इंसान के अंदर का धैर्य ही उस का काम करवाता है” सतराम रमानी

सतराम रमानी की पहचान ट्रैंड से अलग विषय पर फिल्म बनाने वाले निर्देशक की है. अपनी फिल्मों में वे समाज में स्थापित टैबू को तोड़ने का काम करते हैं. वे अब प्लस साइज महिलाओं की लाइफ पर फिल्म ले कर आए हैं.

time-read
10 mins  |
November Second 2022