Prøve GULL - Gratis
औरतों का गुजाराभत्ता मांगना भीख या अधिकार
Sarita
|September Second 2025
भारतीय समाज में शादी को बहुत ही पवित्र बंधन माना जाता है लेकिन यह बंधन एकतरफा ही रहा है.
कौंस्टिट्यूशन के लागू होने से पहले तक मर्दों के लिए शादी के माने कुछ और थे और औरतों के लिए कुछ और. शादी एक पवित्र बंधन सिर्फ औरतों के लिए था. औरत अगर शादी से संतुष्ट न हो तो उस के पास इस बंधन से आजाद होने का कोई विकल्प नहीं था लेकिन मर्द एक औरत के होते दूसरी व तीसरी शादी कर सकता था. पवित्रता के पाखंड में सिर्फ औरतें फंसती थीं, मर्द नहीं.
हिंदू विवाह अधिनियम 1955 के लागू होने के बाद, संवैधानिक तौर पर ही सही, औरत और मर्द बराबर हो गए. अब औरतें विवाह की पवित्रता के ढोंग को चुनौती दे सकती थीं और उस के बंधन से आजाद हो सकती थीं. हालांकि 75 साल बाद आज भी संविधान की यह आजादी सामाजिक स्तर तक नहीं पहुंची है. ग्रामीण भारत की औरतें आज भी पतियों द्वारा छोड़ी जाती हैं और उन्हें पूछने वाला कोई नहीं होता लेकिन शहरी क्षेत्रों में हालात बदल रहे हैं.
पढ़ीलिखी औरतें अब शादी के पाखंड को झेलने को तैयार नहीं. यही कारण है कि भारत में हर साल तलाक के मामले बढ़ रहे हैं. आंकड़ों के अनुसार, 2023 में देशभर के फैमिली कोर्ट्स में लगभग 8.26 लाख मामलों का निबटारा हुआ था. इन में तलाक, सेपरेशन, एलिमनी, गुजाराभत्ता और बच्चे की कस्टडी जैसे मामले शामिल हैं. औसतन हर दिन लगभग 2,265 मामले निबटाए गए. यह भी ध्यान देने योग्य है कि 2023 के अंत तक फैमिली कोर्ट्स में लगभग 11.5 लाख मामले पेंडिंग थे.

Denne historien er fra September Second 2025-utgaven av Sarita.
Abonner på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av kuraterte premiumhistorier og over 9000 magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
FLERE HISTORIER FRA Sarita
Sarita
पति की मनमानी कब तक करें बरदाश्त
पति और पत्नी का रिश्ता निहायत ही लोकतांत्रिक होता है जिस में किसी एक की भी मनमानी रिश्ते में खटास घोल सकती है और उसे तोड़ भी सकती है.
10 mins
November Second 2025
Sarita
किचन में खाना ही नहीं बल्कि प्यार भी पकाएं
किचन में रोमांस का मजा तब आता है जब पति कुकिंग में पत्नी का हाथ बंटाए. आजकल के कपल्स किचन में रोमांस करने से नहीं हिचकते. किचन रोमांस को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है. आइए जानें.
5 mins
November Second 2025
Sarita
दौड़ते पहियों पर जलती चिताएं
देश के हाइवे डेथवे बन चुके हैं. आएदिन उन पर होते भयंकर हादसों में कई लोग अपनी जानें गंवा रहे हैं. सवाल यह कि इन हादसों को रोकने के लिए क्या जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं?
6 mins
November Second 2025
Sarita
समझदारी से खाएं बुद्धिमान कहलाएं
आप क्या खाते हैं, आप की लाइफस्टाइल कैसी है, आप की उम्र क्या है, आप के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य व सोचने से ले कर आप के महसूस करने तक आप को जो प्रभावित करता है वह है आप का खाना यानी आप के पोषण संबंधी विकल्प, जो पेट और मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बेहतर करते हैं.
4 mins
November Second 2025
Sarita
औडिशन के नाम पर अपहरण मातापिता के लालच पर उठते सवाल
मुंबई के आर ए स्टूडियो में ऑडिशन के नाम पर 17 बच्चों का अपहरण किया जाना सिर्फ एक आपराधिक घटना ही नहीं है बल्कि इस ने मातापिता, सिस्टम और फिल्म इंडस्ट्री की ऑडिशन प्रक्रिया पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं.
8 mins
November Second 2025
Sarita
पलायन की त्रासदी क्यों झेल रहे हैं कुछ खास राज्य
बिहार के विधानसभा चुनाव में हर बार की तरह इस बार भी पलायन का मुद्दा गायब रहा.
14 mins
November Second 2025
Sarita
शादी में बढ़ रहा दिखावे का चलन
भव्य शादियों के इस दौर में प्यार से ज्यादा दिखावा बड़ा प्रतीक बन गया है. लोग रिश्तों से ज्यादा रुतबा बचाने में जुटे हैं. लोन ले कर, पूंजी गंवा कर, समाज को प्रभावित करने के मोह में डूब कर जब शादी का मतलब प्रतिस्पर्धा में बदल जाए तो क्या वाकई वह जश्न कहलाने लायक रह जाता है?
10 mins
November Second 2025
Sarita
फोन
पति का प्रेम भी बड़ा अनोखा होता है, जब तक पत्नी उस की सेवा करे तब तक संस्कारी. वहीं अगर पत्नी अपने लिए थोड़ा जी तो तोबातोबा. नीरजा को लग रहा था जैसे जीजाजी ने सुमिता जीजी पर अपना कॉपीराइट लगा दिया है.
8 mins
November Second 2025
Sarita
कुरसी से इस्तीफा
राजनीति भी क्या अजीब नखरे वाली प्रेमिका है. जो दिल से चाहो, वही धोखा दे जाती है. यहां इमोशन नहीं, इलैक्शन चलते हैं.
2 mins
November Second 2025
Sarita
कट्टरता के उफान पर सैक्युलर इंडिया
मुसलमान अपने धर्म को ले कर सड़कों पर हैं तो हिंदू भी अपनी आस्थाओं के नाम पर सड़कों पर तांडव कर रहे हैं. सैक्युलर देश में सैक्युलर होना गाली बन गया है. आस्था अपनी जगह है. सभी को अपनी आस्था के साथ जीने का हक है. भारत का संविधान भी धार्मिक आजादी की बात करता है लेकिन धार्मिक आजादी के नाम पर देशभर में यह कैसा तमाशा चल रहा है?
7 mins
November Second 2025
Listen
Translate
Change font size
