Prøve GULL - Gratis

बिहार चुनाव क्या भाजपा देगी नीतीश को झटका

Sarita

|

May Second 2025

नीतीश कुमार की साख अब पहले जैसी नहीं रही. एक तो उन की राजनीतिक निष्ठा पासे की तरह पलटती रहती है, दूसरे, उन के खराब स्वास्थ्य और उन की सरकार की कार्यशैली के कारण उन के प्रति विश्वास में कमी आई है. उन के नेतृत्व को ले कर अब सवाल उठने लगे हैं.

- नसीम अंसारी कोचर

बिहार चुनाव क्या भाजपा देगी नीतीश को झटका

बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ने लगी है और 'चुनावी समीकरण आकार ले रहे हैं. बिहार की वर्तमान नीतीश सरकार का कार्यकाल 23 नवंबर, 2020 से शुरू हुआ था, जिस का कार्यकाल 22 नवंबर, 2025 तक है. जाहिर है कि इस से पहले ही चुनाव होंगे. माना जा रहा है कि सितंबर से अक्तूबर के बीच किसी भी दिन बिहार में चुनावी आचार संहिता लागू कर दी जाएगी.

ऐसे में राज्य में एक बार फिर से चुनावी गठबंधन की बात जोरशोर से उठ रही है. बिहार की राजनीति सीधे केंद्र की राजनीति पर असर डालती है, इसलिए केंद्र की मोदी सरकार के लिए बिहार का समीकरण भी काफी अहम है. राज्य विधानसभा का चुनाव एक बार फिर नीतीश कुमार के इर्दगिर्द बुना जा रहा है.

गौरतलब है कि बिहार के पिछले विधानसभा चुनाव में 243 सीटों की विधानसभा में भाजपा ने 110 सीटों पर और जेडीयू ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इस बार सीटों के बंटवारे को ले कर रस्साकशी और सौदेबाजी देखने को मिल सकती है क्योंकि पिछली बार जेडीयू मात्र 43 सीटें ही जीत पाई थी.

भाजपा ने वैसे तो नीतीश की जनता दल यूनाइटेड के नेतृत्व में चुनाव लड़ना स्वीकार किया है मगर अंदरखाने उस का इरादा यह है कि किसी तरह नीतीश के पैरों के नीचे से सत्ता की कालीन खींच ली जाए. ऐसे में कहना गलत न होगा कि इस बार बिहार चुनाव नीतीश के राजनीतिक भविष्य की दिशा तय कर देगा. राजनीति में अनिश्चितता रहती है. बिहार में भाजपा फिलहाल यही कह रही है कि एनडीए विधानसभा का चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगा. लेकिन भविष्य में भाजपा क्या करेगी, यह भाजपा ही जाने.

दूसरी तरफ तेजस्वी यादव विरोधी दल के नेता के रूप में काफी मुखर हैं. राहुल गांधी कांग्रेस के लिए जमीन तलाशने में पूरा जोर लगा रहे हैं तो उधर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को भी उम्मीद है कि उन की पार्टी बिहार में अच्छा प्रदर्शन करेगी.

नीतीश के इर्दगिर्द बिहार की राजनीति

FLERE HISTORIER FRA Sarita

Sarita

Sarita

पति की मनमानी कब तक करें बरदाश्त

पति और पत्नी का रिश्ता निहायत ही लोकतांत्रिक होता है जिस में किसी एक की भी मनमानी रिश्ते में खटास घोल सकती है और उसे तोड़ भी सकती है.

time to read

10 mins

November Second 2025

Sarita

Sarita

किचन में खाना ही नहीं बल्कि प्यार भी पकाएं

किचन में रोमांस का मजा तब आता है जब पति कुकिंग में पत्नी का हाथ बंटाए. आजकल के कपल्स किचन में रोमांस करने से नहीं हिचकते. किचन रोमांस को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है. आइए जानें.

time to read

5 mins

November Second 2025

Sarita

Sarita

दौड़ते पहियों पर जलती चिताएं

देश के हाइवे डेथवे बन चुके हैं. आएदिन उन पर होते भयंकर हादसों में कई लोग अपनी जानें गंवा रहे हैं. सवाल यह कि इन हादसों को रोकने के लिए क्या जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं?

time to read

6 mins

November Second 2025

Sarita

Sarita

समझदारी से खाएं बुद्धिमान कहलाएं

आप क्या खाते हैं, आप की लाइफस्टाइल कैसी है, आप की उम्र क्या है, आप के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य व सोचने से ले कर आप के महसूस करने तक आप को जो प्रभावित करता है वह है आप का खाना यानी आप के पोषण संबंधी विकल्प, जो पेट और मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बेहतर करते हैं.

time to read

4 mins

November Second 2025

Sarita

Sarita

औडिशन के नाम पर अपहरण मातापिता के लालच पर उठते सवाल

मुंबई के आर ए स्टूडियो में ऑडिशन के नाम पर 17 बच्चों का अपहरण किया जाना सिर्फ एक आपराधिक घटना ही नहीं है बल्कि इस ने मातापिता, सिस्टम और फिल्म इंडस्ट्री की ऑडिशन प्रक्रिया पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं.

time to read

8 mins

November Second 2025

Sarita

Sarita

पलायन की त्रासदी क्यों झेल रहे हैं कुछ खास राज्य

बिहार के विधानसभा चुनाव में हर बार की तरह इस बार भी पलायन का मुद्दा गायब रहा.

time to read

14 mins

November Second 2025

Sarita

Sarita

शादी में बढ़ रहा दिखावे का चलन

भव्य शादियों के इस दौर में प्यार से ज्यादा दिखावा बड़ा प्रतीक बन गया है. लोग रिश्तों से ज्यादा रुतबा बचाने में जुटे हैं. लोन ले कर, पूंजी गंवा कर, समाज को प्रभावित करने के मोह में डूब कर जब शादी का मतलब प्रतिस्पर्धा में बदल जाए तो क्या वाकई वह जश्न कहलाने लायक रह जाता है?

time to read

10 mins

November Second 2025

Sarita

Sarita

फोन

पति का प्रेम भी बड़ा अनोखा होता है, जब तक पत्नी उस की सेवा करे तब तक संस्कारी. वहीं अगर पत्नी अपने लिए थोड़ा जी तो तोबातोबा. नीरजा को लग रहा था जैसे जीजाजी ने सुमिता जीजी पर अपना कॉपीराइट लगा दिया है.

time to read

8 mins

November Second 2025

Sarita

Sarita

कुरसी से इस्तीफा

राजनीति भी क्या अजीब नखरे वाली प्रेमिका है. जो दिल से चाहो, वही धोखा दे जाती है. यहां इमोशन नहीं, इलैक्शन चलते हैं.

time to read

2 mins

November Second 2025

Sarita

Sarita

कट्टरता के उफान पर सैक्युलर इंडिया

मुसलमान अपने धर्म को ले कर सड़कों पर हैं तो हिंदू भी अपनी आस्थाओं के नाम पर सड़कों पर तांडव कर रहे हैं. सैक्युलर देश में सैक्युलर होना गाली बन गया है. आस्था अपनी जगह है. सभी को अपनी आस्था के साथ जीने का हक है. भारत का संविधान भी धार्मिक आजादी की बात करता है लेकिन धार्मिक आजादी के नाम पर देशभर में यह कैसा तमाशा चल रहा है?

time to read

7 mins

November Second 2025

Listen

Translate

Share

-
+

Change font size