महाशिवरात्रि का अर्थ है 'भगवान शिव की रात।' इस साल 18 फरवरी को महाशिवरात्रि है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने माता पार्वती से विवाह किया था। इस दिन व्रत रखने और शिवलिंग पर बेलपत्र, अक्षत, दूध, फूल और फल चढ़ाने का विशेष महत्व है। आस्था के धागों में बंधा यह पर्व देश के विभिन्न हिस्सों में उल्लास और उत्साह के साथ मनाया जाता है। हालांकि, स्थानीय परंपराएं भिन्न होने के कारण इस पर्व को अलगअलग तरह से मनाया जाता है।
क्या है शुभ मुहूर्त
पंचांग गणना के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 18 फरवरी को रात 08 बजकर 2 मिनट से शुरू होकर 19 फरवरी की से शाम 04 बजकर 18 मिनट तक रहेगी। यदि विवाह में अड़चन आ रही है तो इस दिन शिवलिंग पर केसर मिला दूध चढ़ाएं। गरीबों को भोजन कराएं, इससे घर में कभी अन्न की कमी नहीं होगी। पानी में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें, इससे मन को शांति मिलेगी।
क्या है शिव के स्वरूप की महिमा
शिव का वर्णन वेद, उपनिषद, रामायण और महाभारत जैसे हर धार्मिक ग्रंथ में मिलता है। तमाम ग्रंथों में उनके अलग-अलग स्वरूपों का वर्णन किया गया है। उनका एक रूप तांडव करते नटराज हैं तो दूसरा रूप योगी का है। शिव से बड़ा कोई योगी नहीं हुआ है। किसी परिस्थिति से खुद को दूर रखते हुए उस पर पकड़ रखना आसान नहीं होता है। महादेव एक बार ध्यान में बैठ जाएं तो उनका ध्यान कोई भंग नहीं कर सकता है। शिव का यह ध्यान हमें जीवन में हर चीजों पर नियंत्रण रखना सिखाता है। शिव का संबंध मूलाधार चक्र से है, अर्थात मानव शरीर का मुख्य आधार। पहाड़ों की ऊंची चोटियों पर ध्यानमग्न बैठे शिव हमें संदेश देते हैं कि अगर आपको किसी चीज पर अपने मस्तिष्क को स्थिर करने में परेशानी होती है, आपकी एकाग्रता कम होती जा रही है तो आपको शिव के इस स्वरूप को अपने सामने रखकर उस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। शिव का ध्यान हमें जीवन में हर चीजों पर नियंत्रण रखना सिखाता है।
शिव दर्शन का क्या है सार
この記事は Grehlakshmi の February 2023 版に掲載されています。
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बॉलीवुड अभिनेत्रियों की तरह स्टाइल करें डेनिम ड्रेस
डेनिम दिखने में जितना कूल नजर आता है उतना ही वो आरामदायक होता है। उसको हर उम्र के लोग पहनना पसंद करते हैं। डेनिम की खास बात यही है कि वे लंबे समय तक चलता है। और जल्दी ही आउट फैशन नहीं होता।
दूर करें तकरार-हो सिर्फ प्यार ही प्यार
कपल्स में ज्यादातर इसी बात को लेकर तकरार होता है कि अपना अधिकार समझकर हम एक दूसरे को कंट्रोल करने लग जाते हैं। हर बात में टोकना, हर चीज़ में अपनी राय के कुछ नहीं कर देने से झगड़ा होने की संभावना बढ़ जाती है।
गर्मियों में खूब सजे-संवरें
आपका मौसम अनुरूप वार्डरोब हो, तो आपकी गेटअप को देखते ही समय के साथ चलने वाला टैग आपके साथ जुड़ जाएगा। यह टैग आपकी ओवर ऑल पर्सनैलिटी को निखारेगा। अब गर्मियां शुरू हो गई हैं, तो आपको समर आउटफिट के बारे में बता दें, ताकि आपका वार्डरोब इससे अछूता नहीं रहे। आखिर आपको समय के साथ जो चलना है।
चिलचिलाती धूप में एक्सेसरीज से दिखें फैशनेबल
'धूप में निकला न करो रूप की रानी, गोरा रंग काला न पड़ जाए'। ये गीत तो आपको याद होगा न! इसलिए जब भी गर्मियों में कहीं बाहर निकलें तो इन एक्सेसरीज को जरूर पहनकर निकलें।
घरेलू तरीकों से बालों से हटाएं चिपचिपापन
इस मौसम में हमारी त्वचा के ऑयल ग्लैंड्स काफी सक्रिय हो जाते हैं, जिससे बालों में हमेशा एक चिपचिपापन रहता ही है। कई बार ऑयल कंट्रोल्ड शैंपू भी बालों पर असर नहीं करते हैं । बालों का चिपचिपापन हटाने के लिए अपनाएं घरेलू तरीके।
इन हेयरस्टाइल के साथ गर्मियों में रहें कूल
हेयर स्टाइलिंग का असली मजा गर्मियों में है, लेकिन लंबे बालों को खोलकर रखने से आप पसीने से तर-बतर हो जाएंगी। यदि आप इन दिनों स्टाइलिंग करना चाहती हैं तो यहां दी गई हेयर स्टाइलिंग को एक बार ट्राई जरूर करें।
उत्तर भारत का एक बड़ा कृषि त्यौहार: बैसाखी
बैसारवी भक्ति और उल्लास से मनाया जाने वाला त्यौहार है। सिक्व समुदाय में इसका विशेष महत्व है। इस दिन भोर में ही भक्तजन उठकर पवित्र जल में स्नान कर गुरुद्वारे में अरदास करने जाते हैं।
इस तरह करें अपने बच्चों को इमरजेंसी के लिए तैयार
आपको कुछ घंटे के लिए घर से बाहर जाना हो, बच्चों को एकदम अकेले छोड़कर जाना खतरनाक हो सकता है। ऐसे में यह जरूरी है कि आप अपने बच्चे को इमरजेंसी के लिए तैयार रखें।
व्रत में ट्राई करें 5 सात्विक रेसिपीज
नवरात्र में अक्सर हम महिलाएं वही कुट्टू की टिक्की या साबूदाना की खिचड़ी बनाते हैं लेकिन इस नवरात्र आप कुछ अलग ट्राई करें, ताकि आप और आपके बच्चे दोनों व्रत का आनंद उठा सकें।
इन तरीकों से करें कान, नाक और गले की देखभाल
सर्दियों की तुलना में गर्मियों में नाक, कान और गले में दिक्कत ज्यादा होती है, इसकी वजह है वायरस और इन्फेक्शन। इसे ठीक होने में कम से कम एक सप्ताह लगता है इसलिए इन दिनों साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें ताकि इन्फेक्शन आपको परेशान न करे।