कोशिश गोल्ड - मुक्त

वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ निर्णायक प्रहार करती मोदी सरकार

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October 2022

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के परिणामस्वरूप पहली बार छत्तीसगढ़ व झारखण्ड बॉर्डर के बूढ़ा पहाड़ और बिहार के चक्रबंधा एवं भीमबांध के अति दुर्गम क्षेत्रों में प्रवेश करके माओवादियों को उनके गढ़ से सफलतापूर्वक निकालकर वहां सुरक्षाबलों के स्थायी कैंप स्थापित किये गए हैं। यह सभी क्षेत्र शीर्ष माओवादियों के गढ़ थे और इन स्थानों पर सुरक्षाबलों द्वारा भारी मात्रा में हथियार, गोला बारूद, विदेशी ग्रेनेड, एरोबम व आईईडी बरामद किया गया है। निश्चित रूप से यह एक बड़ी उपलब्धि है।

- विवेक ओझा

वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ निर्णायक प्रहार करती मोदी सरकार

मोदी सरकार ने देश को वामपंथी उग्रवाद मुक्त बनाने के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय को एक्टिव मोड पर लगा दिया है। वामपंथी उग्रवाद यानि नक्सलवाद और माओवाद मुक्त भारत के निर्माण को केन्द्र सरकार ने अब प्राइम एजेंडे के रूप में लिया है क्योंकि केन्द्र सरकार का मानना है कि वामपंथी उग्रवाद अब देश में अपनी बची खुची सांसें गिन रहा है और यदि इस समय सुरक्षा बलों, सेंट्रल आर्ल्ड पुलिस फोर्सेज के जरिये इन पर निर्णायक प्रहार कर दिया गया तो वो दिन दूर नहीं जब देश नक्सली और माओवादी हिंसा से मुक्त हो जाएगा।

यह मोदी सरकार की सुरक्षा रणनीति की ही देन है कि आज देश के 10 राज्यों के केवल 39 जिलों तक वामपंथी उग्रवाद सिमट के रह गया है। मोदी सरकार के सत्ता में आने से पहले देश के 126 जिले वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र या रेड कॉरिडोर के नाम से जाने जाते थे लेकिन मोदी सरकार ने केन्द्रीय सशस्त्र बलों के मनोबल को बढ़ाते हुए इसी साल ऐसे सुरक्षा अभियानों को अंजाम दिलाया है कि देश में वामपंथी उग्रवाद के भौगोलिक प्रसार में लगातार कमी देखी गई है। इस बात की पुष्टि हाल ही में देश के गृह मंत्रालय ने की है। देशभर में वामपंथी उग्रवाद के विरुद्ध चल रही लड़ाई में सुरक्षा बलों को निर्णायक विजय प्राप्त हुई है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के परिणामस्वरूप पहली बार छत्तीसगढ़ व झारखण्ड बॉर्डर के बूढ़ा पहाड़ और बिहार के चक्रबंधा एवं भीमबांध के अति दुर्गम क्षेत्रों में प्रवेश करके माओवादियों को उनके गढ़ से सफलतापूर्वक निकालकर वहां सुरक्षाबलों के स्थायी कैंप स्थापित किये गए हैं। यह सभी क्षेत्र शीर्ष माओवादियों के गढ़ थे और इन स्थानों पर सुरक्षाबलों द्वारा भारी मात्रा में हथियार, गोला बारूद, विदेशी ग्रेनेड, एरोबम व आईईडी बरामद किया गया है। निश्चित रूप से यह एक बड़ी उपलब्धि है और केन्द्रीय बलों की प्रतिबद्धता और सक्रियता और साथ ही उत्साहित मानसकिता को दर्शाते हैं।

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