कोशिश गोल्ड - मुक्त

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यूपी चुनाव और राजनीति की तासीर

उत्तर प्रदेश चुनाव 2022

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March 2022
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बच्चों को न सुनाने लायक बाल कथाए

माया ने घुमायो

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March 2022
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पुलवामा अटैक

सच्ची घटनाओं पर आधारित उपन्यास

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March 2022
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नर्मदा नदी की विलक्षण सांस्कृतिक कथा

यह उपन्यास नर्मदा के साथ हमें भारत की सनातनी संस्कृति के बारे में बहुत कुछ समझाने का प्रयास करता है।

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March 2022
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कारगिल एक यात्री की जुबानी

शहीदों ने भी जब देश पर जान कुरबान की होगी तो उन्होंने सोचा ही होगा कि हमारे देशवासी हमारी स्मृति, हमारी सोच एवं हमारी वैभवपूर्ण विरासत को जीवित रखेंगे और यही सोच हमारी युवा पीढ़ी को देश की सेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी।

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March 2022
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अरब देशों के बारे में महात्मा गांधी की सोच

बीते कुछ दशकों में अरब देशों ने अतिवाद, हिंसा और आतंकवाद की सबसे घिनौनी और खौफनाक तसवीरों को देखा है, जिन्हें धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण करनेवाली सोच और तकरीरों से भड़काया व उकसाया जाता है। ऐसे विचारों और तकरीरों से नफरत व खून-खराबा को बढ़ावा दिया जाता है, जिससे समाज बँट जाता है और सभ्यता की बुनियाद ही खतरे में पड़ जाती है। अगर ऐसी सोच का इलाज नहीं होगा, तो उनका अंतिम परिणाम खतरनाक बौद्धिक भटकाव के रूप में दिखेगा, जो सारे अरब देशों को निराशा, हताशा, संकट एवं विघटन के गर्त में धकेल देगा। इन मुश्किल और निराशाजनक परिस्थितियों के बीच लेखक महात्मा गांधी की बौद्धिक विरासत को फिर से याद करते हैं और उनके मुख्य संदेशों पर विचार करते हैं। उनके जीवन के विभिन्न चरणों के माध्यम से लेखक उन विरोधाभासी परिस्थितियों पर रोशनी डालते हैं, जो पहले से मौजूद थीं और जिनके कारण मुसलमानों की राय भारत से अलग हो गई, चाहे खिलाफत का मुद्दा हो या फिर गांधी के कुछ विचारों के प्रति मुसलमानों की आशंका। 'गांधी और इस्लाम' इस्लाम और मुस्लिम देशों के सामने आई चुनौतियों से गांधीवादी तरीके से निपटने का एक प्रयास है।

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March 2022
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अनेक रहस्यों से पर्दा उठाती है 'वॉल स्ट्रीट और बोल्शेविक क्रांति'

वॉल स्ट्रीट और बोल्शेविक क्रांति

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March 2022
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'इन कविताओं में एक अस्फुट, आवेगमय पुकार छुपी है'

चिन्मयी त्रिपाठी और उनकी कविताएँ

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March 2022
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ग़ज़ल के ग़ौरतलब इशारे और मुक्तकों की महफ़िल

सोच अमीक रहा हूँ कि कारपोरेट दुनिया की आपाधापी से जुड़े 'अमीक़'अपने कार्य और लेखनी से संजीदगी के साथ कैसे न्याय करते हैं।

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January 2022
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बीसवीं सदी के अनुभव और इक्कीसवीं सदी का यथार्थ

साहित्य में योगदान के लिए सम्मानित पंकज सुबीर का एक और कहानी संग्रह प्रकाशित हुआ है। इसमें उनकी दस कहानियां हैं।

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January 2022
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संघर्ष, प्रेम और दर्द की बात करती रचनाएँ

अर्चना दानिश के संघर्ष, साहस, प्रेम, दर्द और उल्लास की गहन छाप इस संग्रह में देखने को मिलती है।

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January 2022
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रहस्य और रोमांच की दुनिया

फ्लाई विंग्स प्रकाशन ने रहस्य और रोमांच के संसार की दो गाथाओं को प्रस्तुत किया है। अभिनव जैन के उपन्यास 'प्रतिहारी : कालचक्र का खेल' और अभिलाष दत्ता के उपन्यास 'अवतार : महारक्षकों का आगमन' खास किताबें हैं जिन्हें इन दिनों पढ़ा जा सकता है।

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January 2022
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भारतीय सेना के सबसे सफल मिशन की सच्ची कहानी

क्या आप जानते हैं कि अफ्रीका के जंगलों में भारतीय सेना के 233 जवान लगभग तीन महीने तक की घेराबंदी में फँस गए थे और उनके पास खाने को कुछ भी नहीं था?

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January 2022
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बाउल कवि लालन शाह

बाउल कवि कि 'लालन शाह साधना और साहित्य'

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January 2022
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अब तो मुझको पसंद आ जाओ...

लेकिन पर एक सार

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January 2022

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भारतीय सेना के अदम्य साहस की कहानियाँ

भारतीय सेना के प्रशंसकों के लिए यह सर्वोत्तम और पठनीय पुस्तक है। क्या आपने कभी सोचा है कि एक सैनिक का जीवन कैसा होता है? भारत के जाँबाज'भारतीय सेना के सबसे जाने-माने अधिकारियों में से एक की ओर से किया गया बेहद अनूठा वर्णन है। पुस्तक में जान की बाजी लगानेवाले अभियानों और साहसिक सर्जिकल स्ट्राइक की हैरतअंगेज कहानियाँ हैं। जंग लड़नेवाले सैनिक कितने कठोर प्रशिक्षण से गुजरते हैं; एल.ओ.सी. पर जीवन कैसा होता है, और कैसे होते हैं वे जवान, जो अपने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देते हैं-इनका अत्यंत प्रेरक और रोचक विवरण इस पुस्तक में प्रस्तुत है। इस पुस्तक में आप भारतीय सेना और हमारे शूरवीर जवानों को इतना करीब से देखेंगे जितना पहले कभी नहीं देखा होगा। भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस, अप्रतिम त्याग-समर्पण और अद्भुत जिजीविषा का सजीव वर्णन करती पुस्तक, जो हर भारतीय को राष्ट्रप्रेम के लिए प्रेरित करेगी।

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December 2021

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रोमांचक सक्सेस स्टोरी

जीवन को देखने का पीयूष का नजरिया कुछ ऐसा है कि आप उन्हें पढ़ते चले जाते हैं। जीवन के सबसे बेरंग अनुभवों में कल्पना के रंग भरना एक कला है और हमारा लेखक निश्चित रूप से एक कलाकार है

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December 2021
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संघर्ष, सफलता और प्रेरणा

हौसले की ऊँची उड़ान

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December 2021

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झाँसी की वीरांगना

झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई भारतवर्ष के सन् 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की नेत्री थीं। झाँसी के कण-कण में रानी लक्ष्मीबाई का त्याग और शौर्य विद्यमान है। यद्यपि बुंदेलखंड में कई वीरांगनाएँ हुईं पर उनमें लक्ष्मीबाई आज भी भारतीय आकाश में नक्षत्र की भाँति देदीप्यमान हैं। उन्होंने उफनती बेतवा नदी को घोड़े पर पार करके, पार्श्ववर्ती राज्य ओरछा को पराजित कर, अंग्रेज लेफ्टनेंट डॉकर को घायल करके, सिंधिया के ग्वालियर पर विजय प्राप्त कर तथा युद्धों में अपनी तलवार से शत्रु के सैकड़ों सैनिकों को मारकर तथा घायल करके अपने अद्वतीय रणपराक्रम तथा रणनीतिक कौशल को स्थापित किया जो आज भी प्रासंगिक हैं। उनकी सेना में सभी जातियों, धर्मों और कई देशों के सैनिकों तथा सेनानायकों को उनकी योग्यता के आधार पर शामिल किया गया। साथ-साथ उन्होंने स्थानीय महिलाओं को सैन्य रूप में संगठित करके नारी-शक्ति को बुलंद किया। उनका प्रशासन पूर्णतः विकेंद्रीकृत था। झाँसी राज्य की समृद्धि तथा राजकोषीय आय का उपयोग उन्होंने सन् 1857 की क्रांति के पृष्ठपोषण में किया। विश्व इतिहास में लक्ष्मीबाई सैन्य नेत्रियों में अग्रणी हैं। ऐसी विश्वनेत्री का व्यक्तित्व एवं कृतित्व भारत की स्वतंत्रता को अक्षुण्ण रखने हेतु भारतीयों के लिए अजस्र प्रेरणास्रोत और मार्गदर्शक हैं।

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December 2021
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नई किताबें

इन दिनों पढ़ें कुछ खास किताबें

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December 2021

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गंगापुत्र भीष्म

प्रभात प्रकाशन जहां विभिन्न विषयों पर विद्वान लेखकों की पुस्तकों का प्रकाशन कर रहा है वहीं भारतीय सांस्कृतिक इतिहास के महान नायकों के जीवन चरित्र को पाठकों के सम्मुख प्रमुखता से प्रस्तुत करने वाले लेखकों की पुस्तकों की लंबी श्रृंखला जारी रखे है। इसी श्रृंखला में महाभारत के सबसे महत्वपूर्ण पात्र यानी कौरवपांडव दोनों पक्षों के पितामह भीष्म की जीवन यात्रा पर प्रख्यात लेखक अंकुर मिश्रा की 'गंगापुत्र भीष्म' पुस्तक प्रकाशित की है।

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December 2021

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किताबें पढ़ना, लिखने से ज्यादा जरूरी है

पिछले दिनों प्रवीण कुमार की किताब 'डार्विन जस्टिस' फ्लाई ड्रीम्स प्रकाशन से प्रकाशित हुई। इस किताब को पाठकों ने किताब के आकर्षक कवर के साथ-साथ इसकी कहानी को लेकर भी खूब सराहा। आइये लेखक प्रवीण कुमार से इस किताब के बारे में जानते हैं...

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December 2021
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अनकही-अनसुनी फिल्मी बातें

फिल्मों की तरह उनसे जुड़ी कहानियाँ भी कम फिल्मी नहीं होतीं। 'इतना तो याद है मुझे' प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित ऐसी पस्तक है जो हमें फिल्मी दनिया के ऐसे किस्से और कहानियों से अवगत कराती है जिन्हें जानकर हम हैरान हो सकते हैं। फिल्मी जगत से जुड़ी ऐसी बातें भी इस किताब का हिस्सा हैं जिनसे पर्दे के आगे और पीछे की दिलचस्प दुनिया के अलग-अलग रंगों का पता चलता है।

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December 2021
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गांधी को नए सिरे से खोजती किताब

इस किताब का हर पन्ना कोई नयी कहानी कहता है जो गांधी के बारे में अनसुना और अनकहा है। रामचंद्र गुहा की पुस्तक 'गांधी' के बारे विस्तार से बता रहे हैं जानेमाने टीवी पत्रकार ब्रजेश राजपूत...

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October 2021
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कोरोनाकाल की सच्ची कहानियाँ - उम्मीद जगाने वाला कहानी-संग्रह

कोरोनाकाल की सच्ची कहानियाँ पुस्तक में कुल उन्नीस कहानियाँ हैं। संग्रह में 'लॉकडाउन टूट गया', 'जीवन में भागने में नहीं', 'कर्मबीरा', 'नई सुबह', 'रुपया देना है', 'फिर करीब ले आया कोरोना' आदि कहानियाँ शामिल हैं। ये कहानियाँ एक उम्मीद जगाती हैं, एक विश्वास पैदा करती हैं कि हम विकट परिस्थितियों में भी चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढ़ने का साहस करते हैं। कोई भी महामारी मानव की दृढ़-इच्छाशक्ति के आगे बेबस नजर आती है। मुश्किल दौर में हमने मानवता का धर्म निभाया और मिलकर कठिन दौर का मुकाबला किया। इस पुस्तक के लेखक हैं डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक'। पुस्तक का प्रकाशन प्रभात प्रकाशन ने किया है। यह पुस्तक क्यों और कैसे लिखी गई, खुद पोखरियाल जी बता रहे हैं...

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October 2021
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किन्नर : सेक्स और सामाजिक स्वीकार्यता

देखा जाये तो इन्सानी वजूद के रूप में जन्म लेने के बावजूद ज़रा -सी शारीरिक असमानता के चलते परित्यक्त होती जाने कितने ही सन्तानों के आर्तनाद गूंज रहे हैं चारों तरफ़।

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October 2021
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ब्रेन ड्रेन की त्रासदी पर एक खास उपन्यास

यह पुस्तक एक उपन्यास है, जो यथार्थ के पंख लगाकर काल्पनिकता के धरातल पर एक सशक्त भारत की आधारशिला रखता है।

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October 2021
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बाल कहानियों की अलबेली और चटपटी दुनिया

दादा-दादी की कहानियों का पिटारा

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September 2021
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पिशाच उजले चेहरों के बदनुमा दाग

पत्रकारिता के साथ संजीव पालीवाल ने उपन्यास लेखन के क्षेत्र में भी अपनी कलम चलायी है। उनका पहला उपन्यास 'नैना' पाठकों में बेहद लोकप्रिय हुआ था। हाल में उनका दूसरा उपन्यास 'पिशाच प्रकाशित हुआ है।

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September 2021
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ज़ेन : सरल जीवन जीने की कला

शुनम्यो मसुनो ज़ेन को आधुनिक दुनिया के लिए बेहद सरल तरीके से प्रस्तुत करने के लिए जाने जाते हैं। वे एक प्रसिद्ध बौद्ध संन्यासी हैं तथा पुरस्कार प्राप्त ज़ेन गार्डन डिज़ाइनर भी हैं।

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September 2021