![दुर्घटना की FIR होने के 6 महीने में दावा प्रस्तुत करना जरूरी नहीं](https://cdn.magzter.com/1556262905/1694581563/articles/mWtnB7QSr1694695425712/1694695628570.jpg)
हाईकोर्ट ने कहा कि जब मोटर दुर्घटना के संबंध में पहले से ही एफआईआर दर्ज की गई और उसका विवरण क्षेत्राधिकार वाले ट्रिब्यूनल को भेजा गया है तो दावा याचिका को केवल न्यायालय को एफआईआर के लिए रिमाइंडर के रूप में माना जाना चाहिए और इसे दावा याचिका के रूप में रजिस्टर्ड करें। निष्कर्ष यह है कि एफआईआर दर्ज होने पर दावेदार परिसीमन के आधार पर याचिका खारिज होने के डर के बिना याचिका पेश करने का हकदार है। यह उन सभी मामलों में वर्तमान कानूनी व्यवस्था का सही अर्थ होगा, जहां 01-04-2022 के बाद होने वाली किसी भी मोटर दुर्घटना की दिनांक के छह महीने के भीतर एफआईआर दर्ज की जाती है। ऐसे मामलों में क्लेम प्रकरण प्रस्तुत करने की 6 माह की परी सीमा अवधि लागू नहीं होती है। न्यायालय जिन मामलों में दुर्घटना दिनांक के 6 महीने के अंदर फिर दर्ज हो गई है यदि ऐसे मामले 6 माह के पश्चात भी प्रस्तुत होते हैं तो न्यायालय इस आधार पर उसे निरस्त नहीं कर सकती की क्लेम याचिका 6 माह की समय अवधि में प्रस्तुत नहीं की गई है। इस प्रकरण में याचिकाकर्ता मालारावन का 11 अक्टूबर, 2022 को एक्सीडेंट हो गया था। उन्होंने 19 अप्रैल, 2023 को क्लेम दावा याचिका प्रस्तुत प्रस्तुत की थी। क्लेम ट्रिब्यूनल ने यह कहते हुए ने याचिका निरस्त कर दी गई की यह क्लेम आवेदन विलंब से प्रस्तुत किया गया है अर्थात 6 माह की अवधि के पश्चात प्रस्तुत होने से सुनवाई योग्य नहीं है।
Esta historia es de la edición 13 September 2023 de Rising Indore.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 8500 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición 13 September 2023 de Rising Indore.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 8500 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
![रामसर साइट एक बार फिर जलकुंभी से ढंक गई](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1732944/Oi0EDUyAR1718361855189/1718361980515.jpg)
रामसर साइट एक बार फिर जलकुंभी से ढंक गई
इंदौर शहर को गौरव दिलाने वाली रामसर साइट यानी कि सिरपुर तालाब एक बार फिर जलकुंभी से ढंक गई है।
![बिल्डर मोहन चुघ को निगम का नोटिस](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1732944/2of_IFoSf1718361752121/1718361855923.jpg)
बिल्डर मोहन चुघ को निगम का नोटिस
नदी के बहाव को रोकने के लिए बनाई गई दीवार तोड़ी
![मोबाइल रीचार्ज होंगे महंगे, अनलिमिटेड डेटा भी होगा बंद, जान लीजिए क्या है कंपनियों का प्लान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1732944/ulmEWgZXy1718361642344/1718361758118.jpg)
मोबाइल रीचार्ज होंगे महंगे, अनलिमिटेड डेटा भी होगा बंद, जान लीजिए क्या है कंपनियों का प्लान
टैरिफमें बढ़ोतरी का फैसला जुलाई तक कंपनियां कर सकती हैं| एक्सपर्ट्स का मानना है कि मोबाइल फोन सर्विस 25 फीसदी तक महंगी हो जाएंगी। वहीं, 4% के मुकाबले 5% सर्विस के लिए 15 परसेंट तक ज्यादा चार्ज भी वसूला जा सकता है।
![इस बार लोकसभा चुनाव पर 1.35 लाख करोड़ खर्च, यानी एक वोट की कीमत 1400 रुपए!](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1732944/FYPdaZrvG1718361541540/1718361642276.jpg)
इस बार लोकसभा चुनाव पर 1.35 लाख करोड़ खर्च, यानी एक वोट की कीमत 1400 रुपए!
इंडिया का इस बार का लोकसभा चुनाव दुनिया का सबसे महंगा रहा, अमेरिका भी पीछे रहा!
![हाईवे पर सफर महंगा नए रेट लागू, अब इतना देना होगा टोल टैक्स](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1732944/WkODSZRnc1718361287079/1718361537362.jpg)
हाईवे पर सफर महंगा नए रेट लागू, अब इतना देना होगा टोल टैक्स
टोल टैक्स एक ऐसा शुल्क है, जो वाहन चालकों को कुछ इंटरस्टेट एक्सप्रेस वे, नेशनल और स्टेट हाईवे को पार करते समय देना पड़ता है। ये भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के तहत आते हैं। हालांकि दोपहिया वाहन चालकों को टोल शुल्क का भुगतान करने से छूट दी गई है।
![अपराधी को कोई भी निजी व्यक्ति भी गिरफ्तार कर सकता है](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1732944/5VOBHMEY21718360902024/1718361274025.jpg)
अपराधी को कोई भी निजी व्यक्ति भी गिरफ्तार कर सकता है
गिरफ्तारी शब्द आपराधिक विधि में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। आपराधिक विधि में पीड़ित पक्षकार को न्याय देने हेतु आरोपी को गिरफ्तार किया जाना आवश्यक है। पुलिस तथा मजिस्ट्रेट को आपराधिक विधि में गिरफ्तार करने संबंधी शक्तियां दी गई हैं।
![वजन घटाने के लिए ज्वार या बाजरा रोटी सबसे अच्छी है?](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1732944/oKQcfImwp1718360752239/1718360871578.jpg)
वजन घटाने के लिए ज्वार या बाजरा रोटी सबसे अच्छी है?
रोटी या पारंपरिक भारतीय चपाती, रोटी कई भारतीयों के भोजन का मुख्य हिस्सा है। अलग-अलग जगहों पर इन्हें बनाने के लिए अलग-अलग तरह के आटे का इस्तेमाल किया जाता है। राजस्थान में बाजरे की रोटी आम है, जबकि पंजाब जैसे इलाकों में मैदा और दूसरे आटे से बनी नान पसंद की जाती है। भारत के कई हिस्सों में लोग सिर्फ पैक किए हुए गेहूं के आटे से खाना बनाते हैं। डॉक्टर आरती मेहरा के अनुसार जैसे-जैसे लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो रहे हैं, वे बाजरे से बनी रोटियां चुन रहे हैं जिनमें कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर होता है।
![गांधी हॉल से कीमती पंखे, सागवान का दरवाजा और एंटिक चीजें चोरी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1732945/eRtzYcdC-1718360688760/1718360790415.jpg)
गांधी हॉल से कीमती पंखे, सागवान का दरवाजा और एंटिक चीजें चोरी
इंदौर के गांधी हॉल को संवारने में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 25 करोड़ लगाए और अब उसे चोरों के हवाले छोड़ दिया गया है। हॉल में लगाए बेशकीमती पंखे, बिजली के एंटिक स्वीच, नकूचे गायब हो गए हैं। चोरों से बचाने के लिए यहां जो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे चोरों ने उनकी वायरिंग उखाड़ दी है। हैरानी की बात है कि चोर पहली मंजिल की गैलरी में जाने वाला सागवान का दरवाजा ही उखाड़कर अपने साथ ले गए।
![रेसीडेंसी की 333 एकड़ जमीन गायब...](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1732944/hGh9iX5kP1718360571409/1718360749002.jpg)
रेसीडेंसी की 333 एकड़ जमीन गायब...
जिला प्रशासन चौका, आखिर जमीन कहां गई?
![नाकामियों से निखरकर केस स्टडी बन गए राहुल गांधी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1732945/xiFH6HOBT1718360462781/1718360687058.jpg)
नाकामियों से निखरकर केस स्टडी बन गए राहुल गांधी
देश के नायक....राहुल गांधी पर अमिता नीरव जी का यह लेख राहुल जी के व्यक्तित्व का आईना तो है ही साथ महामानव की कई साजिशो से भी पर्दा उठाता है। बचपन से हम सबने ये सुना है। यदि कोई असफल होता है तो उसे हर कोई राय देना अपना हक समझता है। उदाहरण के तौर पर यदि किसी को नदी में डूबने से बचा लिया जाता है तो उसे वो भी राय-ज्ञान देंगे जो कभी नदी में उतरे ही नहीं हैं।