Vuélvete ilimitado con Magzter GOLD

Vuélvete ilimitado con Magzter GOLD

Obtenga acceso ilimitado a más de 9000 revistas, periódicos e historias Premium por solo

$149.99
 
$74.99/Año

Intentar ORO - Gratis

एयरटेल, इंडिगो जैसी कंपनियों के प्रमोटरों ने 90 हजार करोड़ के शेयर बेचे, क्या हैं मायने?

Dainik Bhaskar Tikamgarh

|

July 07, 2025

देश की टॉप-200 लिस्टेड कंपनियों के ओनरशिप पैटर्न में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। प्रमोटर्स लगातार हिस्सेदारी कम कर रहे हैं। अकेले जून में प्रमोटर्स ने करीब 90 हजार करोड़ रुपए के शेयर बेचे हैं। एयरटेल, इंडिगो, विशाल मेगा मार्ट, बजाज फिनसर्व और हिंदुस्तान जिंक जैसी बड़ी कंपनियां इनमें हैं।

- भीम सिंह | मुंबई

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-मार्च तिमाही में बीएसई-200 इंडेक्स की कंपनियों में निजी प्रमोटरों की होल्डिंग घटकर 37% रह गई, जो मार्च 2021 में 43% थी। यह प्रमोटरों और प्राइवेट इक्विटी (पीई) निवेशकों की लगातार बिकवाली को दिखाती है। दूसरी तरफ, म्यूचुअल फंड, बैंक और एलआईसी जैसे घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) इन कंपनियों में होल्डिंग बढ़ा रहे हैं। मार्च तक की स्थिति के मुताबिक, टॉप-200 कंपनियों में डीआईआई की शेयर होल्डिंग 25% से ऊपर निकल गई, जो मार्च 2021 में 21% से कम थी। इस बीच, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भी भारतीय बाजार में निवेश घटाया है। बीएसई-200 कंपनियों में उनकी होल्डिंग घटकर 20.2% रह गई है, जो मार्च 2021 में 24.4% थी।

जून में प्रमोटरों की बिकवाली की 81% भरपाई घरेलू संस्थाओं ने की

• सेंसेक्स 2,155 अंक यानी 2.65% चढ़कर 83,606 पर पहुंचा • कंपनियों के प्रमोटरों ने 89,777 करोड़ के शेयर बेच डाले • घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 72,676 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे • विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 14,590 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।

MÁS HISTORIAS DE Dainik Bhaskar Tikamgarh

Dainik Bhaskar Tikamgarh

लापरवाही • एफपीओ संचालकों ने क्वालिटी कंट्रोलर और समितियों पर लगाए हैं आरोप समितियाँ ने बांट दिया सोयाबीन का नकली बीज, 250 एकड़ जमीन में नहीं हुआ अंकुरण

सहकारी समिति ने केसली के 235 किसानों को 75 क्विटल नकली सोयाबीन का बीज वितरित करने का मामला सामने आया है।

time to read

2 mins

July 08, 2025

Dainik Bhaskar Tikamgarh

दूरदृष्टि • आने वाले समय में भीड़भाड़ और बढ़ेगी टेक्नोलॉजी या प्लानिंग हमें भगदड़ों से बचा सकती है

भारत दुनिया की भगदड़-राजधानी बनता जा रहा है। हर जगह भगदड़ है। धार्मिक मेलों में, खेल आयोजनों में, रेलवे स्टेशनों पर, राजनीतिक रैलियों और यहां तक स्कूलों में भी। जानकार लोग कहते हैं कि भगदड़ें इसलिए हो रही हैं, क्योंकि भारत की बहुसंख्य आबादी नागरिक अधिकारों के प्रति अशिक्षित है। लेकिन वे पूरी तरह से गलत हैं। भगदड़ें अशिक्षा नहीं, बल्कि अपर्याप्त और लचर भीड़-प्रबंधन के कारण होती हैं। वैसे भी, एक तरफ देश में असाक्षरता घट रही है, दूसरी तरफ भगदड़ों से होने वाले हादसे बढ़ते जा रहे हैं।

time to read

3 mins

July 08, 2025

Dainik Bhaskar Tikamgarh

एक्सपर्ट कहते हैं... तनाव और चिंता की सही पहचान जरूरी है; लक्षण एक जैसे, पर वजह और असर अलग 'तनाव' और 'चिंता' में फर्क है ... तनाव चला जाता है, चिंता ठहर जाती है; जो संभव नहीं उसे स्वीकारें, दूसरों से तुलना न करें ... मन को व्यस्त रखें तो 'चिंता चक्र' तोड़ सकेंगे

अगर लगातार बेचैनी महसूस कर रहे हैं, नींद पूरी नहीं हो रही और दिमाग में विचार दौड़ रहे हैं, तो यह सिर्फ तनाव नहीं हो सकता। यह एंग्जायटी (चिंता) भी हो सकती है।

time to read

2 mins

July 08, 2025

Dainik Bhaskar Tikamgarh

हनुमान चालीसा का अषाढ़ी मेला

शहर के विभिन्न हनुमान मंदिरों पर अषाढ़ी मेले की शुरुआत पिछले मंगलवार को बौरी हनुमान मंदिर से शुरू हो गई है।

time to read

1 min

July 08, 2025

Dainik Bhaskar Tikamgarh

बिलहरी । दो नई एफआईआर दर्ज हुईं, मृतक सहित हत्याकांड प्रजापति परिवार के 10 लोगों पर भी केस

>> इधर, हत्या के फरार आरोपियों की 25 दिन बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी

time to read

1 min

July 08, 2025

Dainik Bhaskar Tikamgarh

भास्कर खास एक्सपर्ट कहते हैं... तनाव और चिंता की सही पहचान जरूरी है; लक्षण एक जैसे, पर वजह और असर अलग 'तनाव' और 'चिंता' में फर्क है... तनाव चला जाता है, चिंता ठहर जाती है; जो संभव नहीं उसे स्वीकारें, दूसरों से तुलना न करें... मन को व्यस्त रखें तो 'चिंता चक्र' तोड़ सकेंगे

अगर लगातार बेचैनी महसूस कर रहे हैं, नींद पूरी नहीं हो रही और दिमाग में विचार दौड़ रहे हैं, तो यह सिर्फ तनाव नहीं हो सकता। यह एंग्जायटी (चिंता) भी हो सकती है। तनाव और एंग्जायटी के लक्षण कई बार एक जैसे लगते हैं, लेकिन दोनों की वजह और असर अलग होते हैं ...।' पुलित्जर विजेता पत्रकार व लेखिका लॉरेन हिंगिस कहती हैं, 'तनाव जीवन की स्थितियों से आता है जबकि चिंता विचारों से। तनाव अस्थायी हो सकता है, लेकिन चिंता नियंत्रण में न आए तो मानसिक सेहत बिगाड़ सकती है। इसलिए लक्षणों को सही तरह से समझना और उसी के अनुसार समाधान चुनना जरूरी है।' यह कैसे होगा, बता रहे हैं एक्सपर्ट...

time to read

2 mins

July 08, 2025

Dainik Bhaskar Tikamgarh

भालू के हमले में पिता-पुत्र और पड़ोसी की मौत, ग्रामीणों ने भालू को पीटकर मार डाला

संजय टाइगर रिजर्व के मड़वास बफर जोन में सोमवार सुबह 5 बजे एक भालू के हमले से 3 ग्रामीणों की मौत हो गई।

time to read

1 min

July 08, 2025

Dainik Bhaskar Tikamgarh

भास्कर खास 'एक्सपर्ट' कहते हैं... तनाव और चिंता की सही पहचान जरूरी है; लक्षण एक जैसे, पर वजह और असर अलग 'तनाव' और 'चिंता' में फर्क है... तनाव चला जाता है, चिंता ठहर जाती है; जो संभव नहीं उसे स्वीकारें, दूसरों से तुलना न करें... मन को व्यस्त रखें तो 'चिंता चक्र' तोड़ सकेंगे

न्यूयॉर्क | अगर लगातार बेचैनी महसूस कर रहे हैं, नींद पूरी नहीं हो रही और दिमाग में विचार दौड़ रहे हैं, तो यह सिर्फ तनाव नहीं हो सकता। यह एंग्जायटी (चिंता) भी हो सकती है। तनाव और एंग्जायटी के लक्षण कई बार एक जैसे लगते हैं, लेकिन दोनों की वजह और असर अलग होते हैं ... ।' पुलित्जर विजेता पत्रकार व लेखिका लॉरेन हिंगिस कहती हैं, 'तनाव जीवन की स्थितियों से आता है जबकि चिंता विचारों से। तनाव अस्थायी हो सकता है, लेकिन चिंता नियंत्रण में न आए तो मानसिक सेहत बिगाड़ सकती है। इसलिए लक्षणों को सही तरह से समझना और उसी के अनुसार समाधान चुनना जरूरी है।' यह कैसे होगा, बता रहे हैं एक्सपर्ट ...

time to read

2 mins

July 08, 2025

Dainik Bhaskar Tikamgarh

ट्रम्प टैरिफ • 9 जुलाई नजदीक आते ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने चला नया पैंतरा नई डेडलाइन 1 अगस्त; द. अफ्रीका पर अब 40%, जापान पर 25% टैरिफ

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने टैरिफ को लेकर फिर बड़ा 'धमाका' किया है।

time to read

1 min

July 08, 2025

Dainik Bhaskar Tikamgarh

भास्कर खास एक्सपर्ट कहते हैं... तनाव और चिंता की सही पहचान जरूरी है; लक्षण एक जैसे, पर वजह और असर अलग 'तनाव' और 'चिंता' में फर्क है... तनाव चला जाता है, चिंता ठहर जाती है; जो संभव नहीं उसे स्वीकारें, दूसरों से तुलना न करें... मन को व्यस्त रखें तो ‘चिंता चक्र’ तोड़ सकेंगे

अगर लगातार बेचैनी महसूस कर रहे हैं, नींद पूरी नहीं हो रही और दिमाग में विचार दौड़ रहे हैं, तो यह सिर्फ तनाव नहीं हो सकता। यह एंग्जायटी (चिंता) भी हो सकती है। तनाव और एंग्जायटी के लक्षण कई बार एक जैसे लगते हैं, लेकिन दोनों की वजह और असर अलग होते हैं ...।'

time to read

2 mins

July 08, 2025

Listen

Translate

Share

-
+

Change font size