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धामी ने दिया हौसला तो खिलाड़ियों ने दिखाया दम
DASTAKTIMES
|March 2025
उत्तराखंड में धूमधाम से आयोजित हुए 38वें राष्ट्रीय खेल यादगार रहे।
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 इन खेलों की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि इसी बहाने पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में खेलों का ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो गया जिससे राज्य में खेल और खिलाड़ियों दोनों को प्रोत्साहन मिलेगा। सबसे बड़ी बात यह कि राष्ट्रीय खेलों में इस बार उत्तराखंड के खिलाड़ी छाए रहे। हाल में संपन्न हुए राष्ट्रीय खेल से उत्तराखंड को आखिर क्या हासिल हुआ? पढ़िए गोपाल सिंह पोखरिया की रिपोर्ट।
उत्तराखंड के लिए 38वें राष्ट्रीय खेल कई मायनों में ऐतिहासिक रहे। राज्य ने राष्ट्रीय खेलों में न केवल पदकों का शतक जमाया, बल्कि तालिका में सातवां स्थान भी प्राप्त किया। खिलाड़ियों के इस शानदार प्रदर्शन के पीछे सरकार और खेल मंत्रालय की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण रही। सरकार ने न केवल राज्य में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं को विकसित किया, बल्कि खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहित करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। प्रतियोगिता के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री रेखा आर्या खिलाड़ियों के बीच पहुंचकर उनकी हौसला अफजाई करते रहे।
उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों के लिए खेल के आधारभूत ढांचे में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। चाहे वह देहरादून हो, हल्द्वानी या फिर रुद्रपुर हो, यहां सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं को विकसित किया। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटिंग रेंज व एथलेटिक्स ट्रैक बना है। रुद्रपुर में बनाया गया वेलोड्रम राष्ट्रीय स्तर का है। यहां खेलने आए सभी खिलाड़ियों ने स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर की तारीफ की। एक विशेष बात यह रही कि इन खेलों ने राज्य की कई छिपी हुई प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया। इसमें शहरों के साथ ही ग्रामीण परिवेश से आए खिलाड़ी भी शामिल थे। इससे यह बात साबित हो गई कि खेल प्रतिभाएं सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं हैं, जरूरत इन्हें मंच उपलब्ध कराने की है, जो सरकार ने इन्हें दिया। निश्चित रूप से इन खेलों के बाद ग्रासरूट स्तर पर भी खेलों के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। इस राष्ट्रीय आयोजन ने खेलों को करियर के रूप में भी स्थापित करने में मदद की है। सरकार ने पदक विजेताओं को धनराशि व सरकारी सेवा देने का निर्णय लिया है, इससे उम्मीद है कि अब प्रतिभावान खिलाड़ियों को खेलों से मुंह नहीं मोड़ना पड़ेगा। वे इस क्षेत्र में भी अपना भविष्य बना सकेंगे।
Esta historia es de la edición March 2025 de DASTAKTIMES.
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