एआई का इस्तेमाल कर दिल्ली में जंतरमंतर पर प्रदर्शन कर रही पहलवान बहनें विनेश फोगाट और संगीता फोगाट की फेक तसवीरें बना दी गई थीं. वे फेक न्यूज की शिकार तब हो गईं, जब उन्हें 28 मई को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था. किसी ने उन की उदासी और गंभीर मुद्रा वाली तसवीरों को एआई संचालित ऐप के जरिए छेड़छाड़ कर हंसता हुआ बना दिया था.
इस के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भविष्य में ऐसे फेक न्यूज के फैलने को ले कर चिंता बन गई. इस का खुलासा फैक्ट चेकिंग करने वाली वेबसाइट वूमलाइव के जरिए हुआ. यह भी पता चला कि किस तरह से एडिटिंग के फेसऐप नाम के ऐप की मदद से चेहरे के भाव बदले जा सकते हैं.
साइबर क्राइम की ऐसी घटनाओं की फेहरिस्त काफी लंबी है, जिन में लालच दे कर लुभाने, वसूली के लिए फंसाने और फेक कंटेंट वायरल कर माहौल बदलने की वारदातें मुख्य हैं.
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राजा की मोहब्बत का साइड इफेक्ट
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अपनी मौत की खूनी स्क्रिप्ट
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राघव मगुंटा रेड्डी को मिला वफादारी का इनाम
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खलनायक से नायक बना विजय नायर
विजय नायर का आम आदमी पार्टी से गहरा लगाव रहा है. वह पार्टी के लिए फंड की व्यवस्था करता था. कथित शराब घोटाले में उस का नाम खलनायक के रूप में उभरा तो सभी चौंक गए. तभी ईडी ने उसे कौन सी घुट्टी पिलाई कि वह खलनायक से नायक बन गया.
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केंद्र सरकार ने चुनावी फंड इकट्ठा करने के लिए इलेक्टोरल बौंड नाम का वायरस पैदा किया. इस का सब से ज्यादा फायदा बीजेपी को ही हुआ, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस वायरस पर ऐसा हथौड़ा चलाया कि....
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