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भक्तमाल के रचयिता
Jyotish Sagar
|April 2020
'भक्तमाल' में रचयिता का उल्लेख नहीं है। केवल एक स्थान पर 'नारायणदास' का उल्लेख मिलता है :
-
भक्त नाम माला अगर (उर) बसौ नारायनदास।।
ऐसी स्थिति में आधुनिक विद्वानों में भक्तमाल के लेखक के सन्दर्भ में मतभिन्नता है। इस सम्बन्ध में मुख्यरूप से पाँच मत मिलते हैं :
1. भक्तमाल नारायणदास जी की रचना है।
2. भक्तमाल नाभादास जी की रचना है।
3. भक्तमाल नाभादास एवं नारायणदास जी की संयुक्त रचना है।
Esta historia es de la edición April 2020 de Jyotish Sagar.
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