हर दिल अजीज सृजनशील ल देवीप्रसाद बागड़ोदिया
DASTAKTIMES|February 2023
प्रशांत महासागर की तरह विशाल हृदय के व्यक्ति बागड़ोदिया ने महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव रचित गुणमाला का हिंदी में अनुवाद किया। बरगीतों के अलावा नामघोषा, ज्योतिप्रसाद अग्रवाल की रचनाएं तीन खंडों में हिंदी में अनुवाद कर प्रकाशित किया। इस अभिनंदन ग्रंथ रूपांतरण ‘तीर्थयात्री देवीप्रसाद बागड़ोदिया' के विमोचन समारोह में साहित्यकार डॉ. नगेन सइकिया ने कहा कि ज्योतिप्रसाद के ग्रंथों का अनुवाद कर बागड़ोदिया ने अच्छा काम किया है।
गोपाल जालान
हर दिल अजीज सृजनशील ल देवीप्रसाद बागड़ोदिया

देवीप्रसाद बागड़ोदिया सच्चे अर्थों में लोगों को दिलो-जान से चाहने वाले व्यक्ति हैं। असम के ग्रामीण जीवन के साथ घुलमिल गए देवीप्रसाद बागड़ोदिया बचपन से ही सृजनशीलता के प्रति आकर्षित रहे हैं। रूपकोंवर ज्योतिप्रसाद अग्रवाल के सृजन कार्यों को एक विशेष जगह दिलवाने के लक्ष्य से ही अनुवाद कर जो कार्य किया, उसके लिए वे साधुवाद के पात्र हैं। ज्योतिप्रसाद अग्रवाल के सृजन कार्यों हिंदी और अंग्रेजी भाषी लोगों के बीच प्रचार और प्रसार के उद्देश्य से उन्होंने जो पहल की है, उसके लिए वे चिर स्मरणीय बने रहेंगे। साहित्य सृजन के क्षेत्र में अनुवाद साहित्य ही कठिन होता है, क्योंकि एक भाषा से दूसरी भाषा में अनुवाद करने के लिए शब्दों का चयन करना एक प्रकार की चुनौती होती है। ज्योतिप्रसाद अग्रवाल सरीखे महान कलाकार और साहित्यकार की रचनाओं का अनुवाद करना किसी के लिए भी कठिन कार्य है। ऐसी चुनौतियों को पार करते हुए देवीप्रसाद बागड़ोदिया ने रूपकोंवर के कई ग्रंथों का अंग्रेजी और हिन्दी में अनुवाद किया है। चुंगी आदर्श प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा जीवन की शुरुआत करते हुए बागड़ोदिया ने टेंगाखात बालक उच्च अंग्रेजी विद्यालय में उच्च शिक्षा ली। बाद में कॉटन महाविद्यालय से विज्ञान संकाय से आईएससी उत्तीर्ण होने के बाद कला संकाय में स्नातक में दाखिला लिया। बीए तीसरे वर्ष की परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद चौथी वर्ष में पढ़ाई के दौरान सन 1962 में पिता के परामर्श अनुसार उन्होंने जोरहाट के टोकलाई चाय अनुसंधान केंद्र में एक साल का प्रशिक्षण प्राप्त किया। 

Diese Geschichte stammt aus der February 2023-Ausgabe von DASTAKTIMES.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

Diese Geschichte stammt aus der February 2023-Ausgabe von DASTAKTIMES.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

WEITERE ARTIKEL AUS DASTAKTIMESAlle anzeigen
आईपीएल से दूर रहकर उर्वशी ने किया मायूस
DASTAKTIMES

आईपीएल से दूर रहकर उर्वशी ने किया मायूस

उर्वशी रौतेला को निश्चित रूप से देश में सबसे अधिक पसंद की जाने वाली, सम्मानित और चहेती शख्सियतों में से एक माना जाता है। इस साल कान्स में उर्वशी रौतेला का जलवा बरकरार रहा।

time-read
1 min  |
June 2024
अपनी तमिल फिल्म के बारे में दिलचस्प अपडेट देगी सनी लियोनी
DASTAKTIMES

अपनी तमिल फिल्म के बारे में दिलचस्प अपडेट देगी सनी लियोनी

सनी लियोनी अपनी आगामी फिल्म 'कोटेशन गैंग' पर एक रोमांचक अपडेट का अनावरण करने को तैयार हैं।

time-read
1 min  |
June 2024
अदा शर्मा ने रैंप पर शेयर किया ऊप्स मोमेंट
DASTAKTIMES

अदा शर्मा ने रैंप पर शेयर किया ऊप्स मोमेंट

अदा शर्मा इस पीढ़ी की सबसे बहुमुखी अभिनेत्रियों में से एक हैं। उन्होंने द केरल स्टोरी के साथ अपने यथार्थवादी अभिनय कौशल को साबित किया और इसके बाद कॉमेडी सनफ्लावर सीज़न 2 के साथ आईं और अब वह बस्तर द नक्सल स्टोरी में एक शक्तिशाली प्रदर्शन के साथ आई हैं जिसके लिए उन्हें प्रशंसा मिल रही है।

time-read
1 min  |
June 2024
सुपर-8 में भारत की हो सकती है ऑस्ट्रेलिया से टक्कर
DASTAKTIMES

सुपर-8 में भारत की हो सकती है ऑस्ट्रेलिया से टक्कर

टी20 वर्ल्डकप का आगाज हो चुका है। टूर्नामेंट में 28 दिन तक 55 मैच खेले जाएंगे। ग्रुप स्टेज में 2 से 18 जून तक 17 दिन में 40 मैच होंगे। सुपर-8 स्टेज में 19 से 25 जून तक 7 दिन में 12 मैच खेले जाएंगे। 27 जून को दोनों सेमीफाइनल, वहीं 29 जून को फाइनल होगा। टी-20 वर्ल्ड कप की होस्टिंग अमेरिका और वेस्टइंडीज को मिली है। अमेरिका के 3 वेन्यू पर कुल 16 मैच होंगे। न्यूयॉर्क में 8, वहीं डलास और फ्लोरिडा में 4-4 मैच खेले जाएंगे।

time-read
5 Minuten  |
June 2024
जीवन में प्रसाद का अभाव और अवसाद का प्रभाव
DASTAKTIMES

जीवन में प्रसाद का अभाव और अवसाद का प्रभाव

जीवन में प्रसाद का अभाव है और अवसाद का प्रभाव। अवसाद वस्तुतः पराजित मानसिकता का परिणाम है। मित्रता सुख देती है। मित्र परस्पर सुख-दुख बांटते हैं लेकिन मित्रता भी स्वार्थ निरपेक्ष नहीं है। एकाकी होने में दुख है। एकाकी अनुभव होने में और ज्यादा दुख है। बृहदारण्यक उपनिषद में सृष्टि के विकास का सुन्दर वर्णन है। ऋषि कहते हैं, पहले वह अकेला था। अकेला होने के कारण उसे आनंद नहीं मिला।

time-read
5 Minuten  |
June 2024
पिता एक रिश्ता है तो जिम्मेदारी का नाम भी
DASTAKTIMES

पिता एक रिश्ता है तो जिम्मेदारी का नाम भी

अंतर्राष्ट्रीय पिता दिवस (16 जून) पर विशेष

time-read
4 Minuten  |
June 2024
बच्चों को गैजेट नहीं, टाइम दें!
DASTAKTIMES

बच्चों को गैजेट नहीं, टाइम दें!

आजकल कम उम्र में बच्चे आत्महत्या जैसा भयानक कदम उठाने से भी परहेज नहीं करते। इसकी बड़ी वजह है परिवार, संयुक्त परिवार की जगह एकांकी परिवार का बढ़ता चलन। बात यहीं तक सीमित नहीं है, समस्या यह भी है घर में रहते हुए भी लोगों का अधिकांश समय आपसी बातचीत से अधिक मोबाइल, टीवी में गुजरता है। इस वजह से आपस में सामाजिक दूरियां भी बढ़ रही हैं।

time-read
5 Minuten  |
June 2024
एनडीए की जीत पर पाकिस्तान सदमे में!
DASTAKTIMES

एनडीए की जीत पर पाकिस्तान सदमे में!

भारत में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा अकेले दम पर बहुमत आंकड़ा पार नहीं कर पाई तो सबसे ज्यादा खुश पाकिस्तानी नेता नजर आए। 2019 के मुकाबले भाजपा की सीटें घटने पर पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी ने खुशी जताई। फवाद ने कहा कि उनको उम्मीद थी कि भारत की जनता नरेंद्र मोदी और उनकी विचारधारा को खारिज करेगी।

time-read
5 Minuten  |
June 2024
एनडीए ने 9, इंडिया ने 5 सीटों पर जमाया कब्जा
DASTAKTIMES

एनडीए ने 9, इंडिया ने 5 सीटों पर जमाया कब्जा

भाजपा को रांची, धनबाद, पलामू, कोडरमा, चतरा हजारीबाग, जमशेदपुर और गोड्डा सीट पर सफलता मिली तो आजसू एक बार फिर गिरिडीह सीट बचाने में सफल रहा। वहीं इस बार दुमका, राजमहल और सिंहभूम सीट झामुमो के खाते में गई तो वही लोहरदगा और खूंटी सीट कांग्रेस ने जीत ली। एनडीए और इंडिया के लिए प्रतिष्ठा बनी खूंटी और दुमका भी भाजपा ने गंवा दी। यहां से केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और हाल ही में झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं सीता सोरेन दुमका सीट नहीं बचा सकी। दो बार चुनाव जीतने वाली लोहरदगा संसदीय सीट भी भाजपा ने गंवा दी।

time-read
3 Minuten  |
June 2024
लालू की रणनीति से गठबंधन के सहयोगी भी चित
DASTAKTIMES

लालू की रणनीति से गठबंधन के सहयोगी भी चित

बिहार में पूरे लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो इंडिया गठबंधन जिस तरह के जीत के दावे कर रहा था, वैसी सफलता नहीं मिली। हालांकि, उसे नौ सीटों मिली जीत छोटी नहीं है, क्योंकि पिछली बार महज एक सीट पर जीत मिली थी। इस जीत में बड़ी भूमिका तेजस्वी यादव की रही। पिता लालू प्रसाद की पूरी रणनीति पर उन्होंने काम किया और पूरे चुनाव प्रचार में वे बड़े स्टार प्रचारक के रूप में रहे। चुनाव प्रचार के दौरान पूरे इंडिया गठबंधन में राजद को छोड़ अन्य किसी बड़े नेता ने चुनाव प्रचार को बहुत गंभीरता से नहीं लिया।

time-read
5 Minuten  |
June 2024