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फसल अवशेष का स्थायी समाधान
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फसल अवशेष का स्थायी समाधान

विगत साठ वर्षों से भारतीय कृषि मुख्यतः फसल उत्पादन बढ़ाने पर केंद्रित रही है और कटाई के बाद फसलों के प्रबंधन पर अधिक ध्यान नहीं दिया गया है।

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January 01, 2024
आंवला फलोत्पादन की नवीनतम तकनीकी
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आंवला फलोत्पादन की नवीनतम तकनीकी

फल गुण एवं महत्व : औषधीय गुणों एवं पोषक तत्वों की प्रचुर मात्रा विद्यमान होने के कारण आंवला एक महत्वपूर्ण फल है जिसके 100 ग्राम गूदे में 550-750 मि. ग्राम विटामिन सी की मात्रा पायी जाती है। इसके अलावा इसमें शर्करा एवं लवण-कैल्शियम, फास्फोरस, पौटेशियम, आयरन की मात्रा भी पायी जाती है। सूखे फल का उपयोग त्रिफला, च्वनप्राश, चूर्ण इत्यादि अन्य आयुर्वेदिक औषधियों को निर्मित करने में किया जाता है।

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January 01, 2024
क्या है क्लाइमेट इंजीनियरिंग?
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क्या है क्लाइमेट इंजीनियरिंग?

क्या आप जानते है कि जलवायु समाधान के रूप में पेश की जा रही क्लाइमेट इंजीनियरिंग क्या है? यह कैसे काम करती है और क्यों इसको लेकर दुनिया भर के जलवायु वैज्ञानिक एकमत नहीं हैं। आइए समझते हैं इससे जुड़े कुछ बुनियादी सवालों के जवाब

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January 01, 2024
भारत में बायोगैस ऊर्जा स्रोतों में करेगी सुधार...
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भारत में बायोगैस ऊर्जा स्रोतों में करेगी सुधार...

बायोगैस भारत की ऊर्जा सुरक्षा में सुधार कर सकती है, क्योंकि देश वर्तमान में अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए आयातित प्राकृतिक गैस पर बहुत अधिक निर्भर है।

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January 01, 2024
सब्जी वाली फसलों के साथ-साथ फूलों की खेती करने से बढ़ेगा परागण
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सब्जी वाली फसलों के साथ-साथ फूलों की खेती करने से बढ़ेगा परागण

एम एस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन और यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग के पारिस्थितिकीविदों द्वारा दक्षिण भारत में किए एक अध्ययन से पता चला है कि खाद्य फसलों के साथ की गई फूलों की खेती से न केवल परागण करने वाले जीवों को फायदा होगा, साथ ही इससे फसलों की पैदावार और गुणवत्ता में भी सुधार आ सकता है।

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January 01, 2024
खाद्य प्रणालियों को सुधारने की जरूरत
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खाद्य प्रणालियों को सुधारने की जरूरत

जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए कृषि के वर्तमान मॉडल पर की जाने वाली चर्चाओं का दौर बढ़ रहा है। यह सच है कि कृषि आज कई प्रकार से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में योगदान करती है।

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January 01, 2024
फ्रोजन भोजन पदार्थों को स्टोर करने के लिए तापमान में बदलाव
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फ्रोजन भोजन पदार्थों को स्टोर करने के लिए तापमान में बदलाव

क्या आप जानते हैं कि फ्रोजन फूड को स्टोर करने के लिए कितना तापमान खाद्य गुणवत्ता, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के नजरिए से सही है।

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January 01, 2024
बिगड़ रही खेतों की सेहत
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बिगड़ रही खेतों की सेहत

यदि भूमि की गुणवत्ता में आती गिरावट का यह रुझान जारी रहता है तो इससे निपटने के लिए 2030 तक 150 करोड़ हैक्टेयर भूमि को बहाल करने की आवश्यकता होगी।

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January 01, 2024
पौधा विज्ञानी डॉ. डेविड चार्ल्स बाऊलकोंबे
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पौधा विज्ञानी डॉ. डेविड चार्ल्स बाऊलकोंबे

उनकी खोज दिलचस्पी एवं योगदान विज्ञान के क्षेत्र में मुख्य तौर पर वायरस चाल, आनुवंशिकता नियम, रोग रोकथाम के क्षेत्र में थी। एंड्रयू हैमिस्टन के साथ मिलकर उन्होंने एक छोटे आर एन ए की खोज की जो निश्चित तौर पर जीन नीरवता के लिए जिम्मेदार था।

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January 15, 2024
गेहूं की नई किस्म विकसित करने वाले प्रगतिशील किसान नरेन्द्र सिंह मेहरा
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गेहूं की नई किस्म विकसित करने वाले प्रगतिशील किसान नरेन्द्र सिंह मेहरा

आज हम आपको एक ऐसे प्रगतिशील किसान के बारे में बताएंगे, जिन्होंने अपने 12 साल के संघर्ष के बल पर नया मुकाम हासिल किया है। जिस किसान की हम बात कर रहे हैं, वह किसान नरेंद्र सिंह मेहरा हैं, जो गेहूं, धान और गन्ना समेत कई फसलों की खेती करते हैं। इसके अलावा इन्होंने खुद ही गेहूं की एक किस्म को विकसित किया है जिसका नाम उन्होंने नरेंद्र 09 रखा।

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January 15, 2024
फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए तैयार की 'इलेक्ट्रॉनिक मिट्टी'
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फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए तैयार की 'इलेक्ट्रॉनिक मिट्टी'

वैज्ञानिकों ने एक विद्युत प्रवाहकीय 'मिट्टी' विकसित की है, जिसके बारे में उनका कहना है कि इससे 15 दिनों में औसतन जौ के पौधों की 50 प्रतिशत अधिक वृद्धि हो सकती है।

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January 15, 2024
भारतीय कृषि का डिजिटलीकरण करने की आवश्यकता...
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भारतीय कृषि का डिजिटलीकरण करने की आवश्यकता...

नीति आयोग ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर एक शोध में कहा है कि 8-10 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर बनाए रखने के लिए कृषि को 4 प्रतिशत या उससे अधिक की दर से विस्तार करना होगा। इसमें अनुमान लगाया गया है कि 2025 तक, कृषि में AI 2.6 बिलियन डॉलर का होगा और 22.5 प्रतिशत चक्रवृद्धि वार्षिक विकास दर (CAGR) की गति से बढ़ेगा।

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January 15, 2024
भारत में भी है कृत्रिम बारिश की तकनीक
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भारत में भी है कृत्रिम बारिश की तकनीक

भारत ने घोषणा की कि उसके पास क्लाउड सीडिंग विधि का उपयोग करके कृत्रिम बारिश सुनिश्चित करने की तकनीक है, लेकिन वह 'इसे केवल चरम परिस्थितियों में ही उपयोग करेगा' क्योंकि इस तरह के प्रयोग से अन्य भागों की जलवायु पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। लेकिन, सरकार ने साफ कर दिया है कि अगले पांच साल में मौसम में बदलाव पर फोकस रहेगा।

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January 15, 2024
वित्त वर्ष 2023 में भारत की जीडीपी में कृषि की हिस्सेदारी घटकर हुई 15%
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वित्त वर्ष 2023 में भारत की जीडीपी में कृषि की हिस्सेदारी घटकर हुई 15%

देश की सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी दर में कृषि सैक्टर की हिस्सेदारी में गिरावट दर्ज की गई है।

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January 15, 2024
2028 से भारत नहीं करेगा दालों का आयात
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2028 से भारत नहीं करेगा दालों का आयात

दिसंबर 2027 तक दलहन के उत्पादन में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है। देश के किसान ज्यादा से ज्यादा अरहर दाल की खेती कर सकें इसके लिए सरकार ने एक बड़ी स्कीम लांच की है।

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January 15, 2024
नरमे के रोग और उनका निवारण
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नरमे के रोग और उनका निवारण

नरमा खरीफ ऋतु की मुख्य नकदी फसल है, जिसकी बिजाई 15 अप्रैल से जून के पहले पखवाड़े तक की जाती है।

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January 15, 2024
भारत के लकड़ी के पेड़: व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण प्रजातियों और उद्योगों में उनके महत्व की खोज
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भारत के लकड़ी के पेड़: व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण प्रजातियों और उद्योगों में उनके महत्व की खोज

लकड़ी के पेड़ की प्रजातियों और उनके आवासों को संरक्षित करने के महत्व को गले लगाना महत्वपूर्ण है। विभिन्न उद्योगों में उनके महत्व को महत्व देकर और टिकाऊ प्रथाओं को लागू करके, हम भारत के जंगलों और जैव विविधता के संरक्षण को बढ़ावा देते हुए भविष्य की पीढ़ियों के लिए इन संसाधनों की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित कर सकते हैं।

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January 15, 2024
फ्रांसबीन (फ्रेंचबीन) की जैविक खेती: किस्में, देखभाल और उत्पादन
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फ्रांसबीन (फ्रेंचबीन) की जैविक खेती: किस्में, देखभाल और उत्पादन

फ्रांसबीन (फ्रेंचबीन) फसल के रोगों में जड़ सड़न तथा अंगमारी, श्याम वर्ण, पत्तों का कोणदार धब्बा, फ्लावरी लीफ स्पॉट, क्राऊन सड़न, जीवाणु अंगामरी और मौजेक आदि प्रमुख है।

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January 15, 2024
गेहूँ की खेती में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी, लक्षण और उपचार
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गेहूँ की खेती में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी, लक्षण और उपचार

लगभग पांच दशक पहले जब से हरित क्रांन्ति का आगमन हुआ है तब से हमारे किसान भाई अधिक उपज वाली फसलों का उत्पादन निरन्तर करते आ रहे हैं। परन्तु जिस गति से मृदा से पोषक तत्वों का शोषण हो रहा है उस गति से हम खेत में उनकी आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं।

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January 15, 2024
बीज से बीज नियन्त्रण आदेश तक
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बीज से बीज नियन्त्रण आदेश तक

सौभाग्य से 19.09.2023 को मुझे प्रयागराज की यात्रा में ऑल इंडिया एग्री. इनपुट डीलर्स की गोष्ठी में राष्ट्रीय प्रवक्ता जनाब संजय रघुवंशी, उत्तर प्रदेश राज्य के अध्यक्ष श्री अतुल त्रिपाठी जी एवं सुरेश वर्मा कन्नौज उपाध्यक्ष से मिलने का अवसर मिला और इस समय मुझे भी बीज कानून विषय पर बोलने का अवसर मिला। इस अवसर पर मैंने अपने उदबोधन में बताने का प्रयास किया कि बीज उद्योग बीज उत्पादन विषय लेकर चला था और बीज नियन्त्रण आदेश-1983 तक की यात्रा कैसे की?

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January 15, 2024
प्रदूषण रहित ऊर्जा का स्रोत मेथनॉल
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प्रदूषण रहित ऊर्जा का स्रोत मेथनॉल

जैव ईंधन उद्योग में भारत और चीन एकमात्र प्रतिभागी हैं। जबकि दक्षिणपूर्व एशियाई देश मुख्य रूप से निर्यात पर ध्यान केन्द्रित करते हैं, जबकि भारत और चीन अपने जैव ईंधन कार्यक्रमों को अपने उत्साही आर्थिक विकास को बनाए रखने और पेट्रोलियम निर्भरता को कम करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।

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January 15, 2024
अनार की खेती - किस्में, रोपाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार
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अनार की खेती - किस्में, रोपाई, पोषक तत्व, सिंचाई, देखभाल, पैदावार

अनार उष्ण कटिबंधीय एवं उप-उष्ण कटिबंधीय प्रदेशों की एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक फल वाली फसल है। इसका उत्पति स्थान ईरान है। अनार पौष्टिक गुणों से परिपूर्ण, स्वादिष्ट, रसीला एवं मीठा फल है। जिसे देश के शुष्क वातावरण वाले क्षेत्रों में सफलता पूर्वक उगाया जा सकता है। हमारे देश में इसकी खेती मुख्य रुप से महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडू एवं उत्तरप्रदेश राज्यों में की जाती है।

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January 15, 2024
जायद मूंग की उन्नत फसल
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जायद मूंग की उन्नत फसल

दलहनी फसल में मूंग एक महत्वपूर्ण है जिसकी खेती समस्त राजस्थान में की जाती है। जायद मूंग की खेती पेटा काश्त वाले क्षेत्रों, जलग्रहण वाले क्षेत्रों एवं बलुई दोमट, काली तथा पीली मिट्टी जिसमें जल धारण क्षमता अच्छी होती है, में करना लाभप्रद होता है। अंकुरण के लिए मृदा में उचित तापमान होना आवश्यक है। जायद मूंग की बुवाई 15 फरवरी से 15 मार्च के मध्य करना उपर्युक्त रहता है। जायद मूंग की अधिक उपज देने वाली किस्मों का चयन करें। जबकि कुछ किस्मों (जैसे - एस. एम. एल. 668 आदि) की बुवाई मार्च के अन्त तक भी कर सकते हैं।

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January 15, 2024
आम की उन्नत किस्में
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आम की उन्नत किस्में

आम को फलों का राजा माना जाता है। भारत का राष्ट्रीय फल का दर्जा भी आम को ही मिला हुआ है। आम बहुत ही पुराने समय से भारत में उगाया जाता है। भरत में आम की बागवानी का बड़ा महत्व है। आम के उत्पादन में भारत का विश्व में प्रथम स्थान है। इसकी काश्त उष्ण एवं समशीतोष्ण दोनों प्रकार की जलवायु में अच्छी प्रकार से की जाती है। आम पोष्कात की दृष्टि से विटामीन ए व विटामीन सी का महत्वपूर्ण स्त्रोत है। रेशा और पोटाशियम भी प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। इसकी लकड़ी फर्नीचर बनाने में इस्तेमाल होती हैं। कच्चा आम आचार, चटनी आदि बनाने में प्रयोग होता है।

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December 15, 2023
पौधा विज्ञानी डॉ.नटालिया ए.पीरीस
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पौधा विज्ञानी डॉ.नटालिया ए.पीरीस

खोज के समय पीरीस ने स्वयं को नींबू के पत्तों पर होने वाले फफूंदीनुमा रोग के लिए एक माहिर के तौर पर स्थापित कर लिया। उन्होंने मौजूद पीसीआर खोज सिस्टम की जांच की और काला धब्बा रोगाणु पहचानने के लिए अपना सिस्टम तैयार किया, इसकी मौजूदा सिस्टम के साथ तुलना की और आमतौर पर नींबू के रोगों को अलग समझा।

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December 15, 2023
आईआईटी नौकरी छोड़ शुरू करने वाले युवा जी.सैकेश गौड़
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आईआईटी नौकरी छोड़ शुरू करने वाले युवा जी.सैकेश गौड़

आजकल युवा अपनी जमी जमायी आराम की नौकरी छोड़कर गांव का रुख कर रहे हैं और खेती-किसानी को करियर विकल्प के तौर पर अपना रहे हैं। हैदराबाद के जी सैकेश गौड़ एक आईआईटी ग्रैजुएट हैं और उन्होंने टेक की नौकरी छोड़ देसी मुर्गियां बेचने के लिए रिटेल मीट सैक्टर में कदम रखा। गौड़ ने रिटेल मीट सैक्टर में एक बेंचमार्क बनाया है, जिसने कई लोगों की चिकन खरीदने के लिए रिटेल मीट की दुकान पर जाने की धारणा को बदल दिया। आज वो हर महीने एक करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर रहे हैं।

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December 15, 2023
हकीकत भी बनें उपज की कीमत बढ़ाने के चुनावी वादे
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हकीकत भी बनें उपज की कीमत बढ़ाने के चुनावी वादे

एनडीए सरकार ने प्रांतों की सरकारों को निर्देश दिया था कि वे गेहूं और धान की खरीद के एमएसपी पर कोई बोनस न दें, यह कहते हुए कि यदि उन्होंने ऐसा किया तो केंद्र खरीद समर्थन वापस ले लेगा- तो क्या उच्चतर कीमत को खरीद कीमतों पर पर बोनस के रूप में नहीं देखा जाएगा?

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December 15, 2023
जेनरेटिव एआई कृषि क्षेत्र का बदलेगी दृश्य
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जेनरेटिव एआई कृषि क्षेत्र का बदलेगी दृश्य

भारत, अपने विशाल और विविध कृषि परिदृश्य के साथ, एक तकनीकी क्रांति के शिखर पर है और जेनरेटिव एआई कृषि क्षेत्र को बदलने की क्षमता के साथ एक जादुई गोली के रूप में उभर रहा है। अन्य उद्योगों के विपरीत, भारत में कृषि अब तक एआई जैसी परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकियों से काफी हद तक अछूती रही है, लेकिन यह एक जबरदस्त अवसर प्रस्तुत करती है।

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December 15, 2023
किसानों पर कर्ज का बढ़ता बोझ
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किसानों पर कर्ज का बढ़ता बोझ

लोकप्रिय घोषणाओं से कर्ज बढ़ता रहा है। यह बढ़कर 2.52 लाख करोड़ से अधिक हो गया है। पंजाब और हरियाणा अपनी कमाई का 21 फीसदी हिस्सा ब्याज में चुका रहे हैं, जो देश में सर्वाधिक है।

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December 15, 2023
पानी में विषैले पदार्थों का पता लगाने के लिए नई तकनीक
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पानी में विषैले पदार्थों का पता लगाने के लिए नई तकनीक

पानी में कई तरह के रसायन हो सकते हैं जो किसी भी जीव के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जिनमें से प्रति और पॉलीफ्लोरोएल्काइल पदार्थ (पीएफएएस), अत्याधिक फ्लोराइड युक्त पदार्थों का एक वर्ग है, जो लोगों और पर्यावरण के लिए खतरा पैदा करता है। इस वर्ग के विशेष रूप से खतरनाक केमिकल, जैसे कि पेरफ्लूरूक्टेन सल्फोनेट (पीएफओएस) और पेरफ्लूरूक्टैनोइक एसिड (पीएफओए) से अंगों को नुकसान और कैंसर की बीमारी हो सकती हैं, साथ ही ये अंत: स्रावी तंत्र के काम को रोक सकते हैं।

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December 15, 2023