استمتع بـUnlimited مع Magzter GOLD

استمتع بـUnlimited مع Magzter GOLD

احصل على وصول غير محدود إلى أكثر من 9000 مجلة وصحيفة وقصة مميزة مقابل

$149.99
 
$74.99/سنة
The Perfect Holiday Gift Gift Now

दबाव के दायरे में पिसता बचपन

December 12, 2025

|

Jansatta

राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, देश में विद्यार्थियों की आत्महत्या की दर प्रतिदिन करीब 38 है, जो पिछले बारह वर्षों में लगभग पैंसठ फीसद बढ़ी है। आखिर क्या वजह है कि कुछ बच्चों के भीतर जीवन शुरू होने से पहले ही उसे समाप्त करने की प्रवृत्ति पैदा हो रही है।

- ज्योति सिडाना

देश भर में बच्चों से लेकर युवाओं तक के जीवन पर पढ़ाई का दबाव और अन्य तरह के अवसाद भारी पड़ रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में विद्यार्थियों की आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं ने यह सोचने के लिए मजबूर कर दिया है कि आखिर हमारे शिक्षण संस्थानों में कैसा माहौल है और वहां किस तरह की शिक्षा दी जा रही है।

इस समस्या के समाधान के लिए अभिभावकों, समाज और सरकार की ओर से सामूहिक रूप से व्यापक स्तर पर प्रयास क्यों नहीं किए जा रहे हैं? हम ऐसा सुनते और पढ़ते आए हैं कि शिक्षा मनुष्य को शोषण, दमन, हिंसा और असमानता से लड़ना सिखाती है, उन्हें अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाती है। स्कूल बच्चों को समाज का सभ्य नागरिक बनना सिखाते हैं, उन्हें जीवन के संघर्षों और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करते हैं। ऐसे में सवाल है कि आज बच्चों को किस तरह से शिक्षित किया जा रहा है कि उनके भीतर जीवन शुरू होने से पहले ही उसे समाप्त करने की प्रवृत्ति पैदा हो रही है !

कुछ समय पहले दो बड़ी घटनाएं हुईं, जिन्होंने पूरे समाज को झकझोर दिया। राजस्थान में जयपुर के एक स्कूल की चौथी कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा ने इमारत से कूद कर आत्महत्या कर ली। इस घटना में पीड़ित छात्रा को सहपाठियों द्वारा तंग करने और शिक्षकों की ओर से उसकी शिकायतों को अनदेखा करने के आरोप लगे। दूसरी घटना में दिल्ली के एक स्कूल के दसवीं कक्षा के छात्र ने मेट्रो ट्रेन के आगे कूद कर खुदकुशी कर ली। इस मामले में शिक्षकों पर संबंधित छात्र को उपेक्षित-प्रताड़ित करने के आरोप लगे। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि कभी शिक्षा के मंदिर कहलाने वाले विद्यालय अब शिक्षा के बाजार बन गए हैं, जहां शिक्षा को ऐसे बेचा जाता है कि उससे अधिक से अधिक लाभ कमाया जा सके। आज के दौर में शिक्षा के व्यापार को सबसे अधिक फायदे वाला कारोबार माना जाता है। इस कारण अब हरेक नागरिक की शिक्षा तक समान पहुंच मुमकिन रह गई है।

المزيد من القصص من Jansatta

Jansatta

भारत में कृत्रिम मेधा से नौकरियां जाने का खतरा कम

सूचना प्रौद्योगिकी सचिव एस कृष्णन ने कहा

time to read

2 mins

December 26, 2025

Jansatta

जलंधर का युवक पाक रेंजर्स की हिरासत में

माता-पिता ने किया दावा

time to read

1 mins

December 26, 2025

Jansatta

न सुधरने वाले 784 चालकों के लाइसेंस निलंबित

करीब तीन लाख आरसी पर लटकी तलवार

time to read

1 mins

December 26, 2025

Jansatta

मदद के लिए चिल्लाते रहे लोग, नहीं खुला दरवाजा

चश्मदीदों ने याद किया रूह कंपा देने वाला मंजर

time to read

2 mins

December 26, 2025

Jansatta

उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड, चलेगी शीतलहर

मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में 31 दिसंबर तक आसमान साफ रहने का अनुमान

time to read

2 mins

December 26, 2025

Jansatta

चिकित्सकों ने की सामूहिक अवकाश की घोषणा, 27 दिसंबर से बंद की चेतावनी

इंदिरा गांधी चिकित्सा कालेज व अस्पताल शिमला के चिकित्सक संघ ने मारपीट की घटना के बाद नौकरी से निकाले गए डा राघव निरूला के समर्थन में एक दिन की सामूहिक छुट्टी की घोषणा की है।

time to read

1 min

December 26, 2025

Jansatta

बालाजी टीम के अहम सदस्य, अगले मैच के लिए विचार होगा : राजपाल

भारत के डेविस कप कप्तान रोहित राजपाल ने गुरुवार को बताया कि नीदरलैंड के खिलाफ आगामी मुकाबले के लिए टीम में जगह नहीं बना पाने के बावजूद अनुभवी युगल विशेषज्ञ एन श्रीराम बालाजी के लिए दरवाजे बंद नहीं हुए हैं और टीम संयोजन को देखते हुए चयन किया गया है।

time to read

1 min

December 26, 2025

Jansatta

भारत की निगाहें श्रीलंका के खिलाफ तीसरा टी20 मैच जीतने पर

श्रीलंका ने आखिरी बार जुलाई 2024 में दाम्बुला में हराया था| भारतीय टीम ने पिछले ग्यारह में से नौ मैचों में जीत दर्ज की

time to read

2 mins

December 26, 2025

Jansatta

सौरभ भारद्वाज समेत तीन पर एफआइआर

सांता क्लाज पर अपमानजनक वीडियो का मामला

time to read

1 min

December 26, 2025

Jansatta

भाजपा को अनुच्छेद 370 की दीवार गिराने पर है गर्व

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा

time to read

2 mins

December 26, 2025

Listen

Translate

Share

-
+

Change font size

Holiday offer front
Holiday offer back