استمتع بـUnlimited مع Magzter GOLD

استمتع بـUnlimited مع Magzter GOLD

احصل على وصول غير محدود إلى أكثر من 9000 مجلة وصحيفة وقصة مميزة مقابل

$149.99
 
$74.99/سنة
The Perfect Holiday Gift Gift Now

श्रेष्ठ बनने के मार्ग पर 7 डिवाइन लॉज़

July 2022

|

Samay Patrika

जिस प्रकार भौतिक घटना विधानों से बँधी होती है, उसी प्रकार जीवन यात्रा को नियंत्रित करने के लिए आध्यात्मिक विधान होते हैं। उनकी जानकारी से हम समझ पाते हैं कि कुछ लोग इतनी आसानी से सफल कैसे हो जाते हैं, जबकि दूसरों के लिए सफलता एक संघर्ष बनी रहती है

श्रेष्ठ बनने के मार्ग पर 7 डिवाइन लॉज़

स्वामी मुकुंदानंद

म सबकी इच्छा होती है बेहतर होने की। अपने सर्वश्रेष्ठ व्यक्तित्व को जगाने की इच्छा हमारे लिए वैसे ही स्वाभाविक है, जैसे आग के लिए ऊष्मा । हम चाहे जितने भी अच्छे हो जाएँ, एक इच्छा बरकरार रहती है- 'मुझे और सुधार करना है। मैं अभी अपने स्वयं के आदर्श स्वरूप तक नहीं पहुँच सका हूँ।'

हमारे काम में भी विकास की ऐसी ही उत्कंठा हिलोरें मारती है। इसके बावजूद कि हमने जीवन में अब तक क्या-क्या हासिल कर डाला है, अंदर से एक आवाज उठती है, 'मैं अब भी संतुष्ट नहीं हूँ, मैं इससे भी बेहतर करना चाहता हूँ। मैं और बेहतर अभिभावक / बच्चा बनना चाहता हूँ; एक बेहतर पति/पत्नी, एक बेहतर अधिकारी/ कर्मचारी, एक बेहतर शिक्षक / छात्र ।' यह सूची अंतहीन होती है...

हमारी इस लालसा का स्रोत क्या है और यह इस कदर हमारा अभिन्न हिस्सा कैसे है? विकास की उत्कंठा रचनाकार की ओर से खुद आती है। श्रीमद्भगवद्गीता में लिखा है-

ममैवांशो जीवलोके जीवभूतः सनातनः। (15.7)

अर्थात् 'इस देह में यह जीवात्मा मेरा ही सनातन अंश है।' प्रकृति के अनुसार, हर अंश अपने अंशी की ओर स्वाभाविक तौर पर आकर्षित होता है। चूँकि हमारा स्रोत ईश्वर है और वह सर्वोत्तम है, अतः हम भी उस ईश्वर के जैसा ही होने की लालसा रखते हैं। हम इसी तरह होने के लिए बनाए गए हैं। हमारी आत्मा की नियति ही पूर्णता है और इसलिए यह हमें और आगे विकास करने के लिए उकसाती रहती है।

अपने चारों ओर हम इस बात के गवाह हैं कि धरती की कोख में प्रकृति कार्बन के विकास को सहेज रही है, जो करोड़ों वर्षों में हीरे के रूप में हमारे सामने आता है। बेहद कम समय में कीचड़ घास में बदल जाता है, जिसे गायें खाती हैं और वह दूध में बदल जाता है। वही दूध आगे चलकर दही में परिवर्तित होता है, जिससे मक्खन निकाला जाता है; और अंततः मक्खन घी में तब्दील हो हो जाता है, जिसे शुद्धता के प्रतीक के तौर पर पवित्र वेदी पर चढ़ाया जाता है।

المزيد من القصص من Samay Patrika

Samay Patrika

Samay Patrika

पैसा कमाने और बचाने की व्यावहारिक गाइड

‘मैंगो मिलियनेयर: शानदार ज़िंदगी के लिए स्मार्ट मनी मैनेजमेंट' उन लोगों के लिए एक ज़रूरी गाइड है जो अपनी वित्तीय उलझनों से जूझ रहे हैं। अक्सर यह सवाल परेशान करता है कि 'कितना खर्च करें और कितना बचाएँ?' या 'घर किराए पर लें या खरीद लें?' यह किताब इन्हीं बुनियादी सवालों का आसान और सटीक जवाब देती है।

time to read

1 min

October 2025

Samay Patrika

बिहार की कला साधिकाओं का खास दस्तावेज

यह पुस्तक उन महिलाओं की अनकही कहानियों को सामने लाती है, जिन्होंने आजादी के बाद के साठ और सत्तर के दशक में बिहार में शास्त्रीय संगीत, लोकधुन, नृत्य और रंगमंच को जीवित रखा।

time to read

1 min

October 2025

Samay Patrika

जीवन की परिक्रमा का सार

परिक्रमा-कृपा सार' एक प्रेरणादायक और आध्यात्मिक पुस्तक है, जिसे पाँच बार सांसद और वर्तमान में मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने लिखा है।

time to read

1 min

October 2025

Samay Patrika

नैतिक मूल्यों की सीख देनेवाली कहानियाँ

सुघा मूर्ति की किताब 'दादाजी की कहानियों का पिटारा' एक दिल को छू लेने वाली और मनोरम कहानियों का संग्रह है जो पाठकों को दादा-दादी के प्यार से भरी दुनिया में वापस ले जाती है।

time to read

3 mins

October 2025

Samay Patrika

Samay Patrika

एक थ्रिलर पढ़ते पाठक से उसका अनुभव पूछिए...

'मिस्ट्री' या 'रहस्यकथा' एक ऐसी श्रेणी है जो जीवन के सबसे महत्त्वपूर्ण तत्त्वों - सत्य और न्याय, जीवन और मृत्यु के साथ दो-दो हाथ करती है।

time to read

1 mins

October 2025

Samay Patrika

Samay Patrika

संकल्प, साहस और सफलता की कहानी

'अंबुजा की कहानी' सिर्फ एक कंपनी की नहीं, बल्कि भारतीय उद्यमिता के उस अदम्य साहस की गाथा है, जिसने तमाम चुनौतियों के बावजूद असंभव को संभव कर दिखाया। यह संस्मरण नरोत्तम सेखसरिया की यात्रा पर केंद्रित है, जिन्होंने कपास के कारोबार को छोड़कर, 1983 में सीमेंट जैसे बिल्कुल अनजाने और जोखिम भरे क्षेत्र में कदम रखा।

time to read

1 mins

October 2025

Samay Patrika

Samay Patrika

स्त्री की आकांक्षाओं और अनसुनी आवाज़ों का दस्तावेज़

गृहलक्ष्मी की 'श्रेष्ठ कहानियाँ' हमारे समाज की सजीव गवाही है।

time to read

1 min

October 2025

Samay Patrika

Samay Patrika

कला और चुप्पी के बीच एक संवेदनशील पुल

'संयम' मानव कौल का सबसे अंतरंग और आत्मिक उपन्यास है, जहाँ कैनवास शब्दों में ढलता है और अकेलापन एक कहानी बन जाता है। यह पुस्तक कला, मौन और आत्म-अन्वेषण का एक सुंदर संगम है।

time to read

1 mins

October 2025

Samay Patrika

Samay Patrika

हिंदी पल्प की असली कहानी

हिंदी पल्प साहित्य की दुनिया उतनी ही रंगीन और रहस्यमयी है जितनी रोमांचक।

time to read

2 mins

October 2025

Samay Patrika

Samay Patrika

आजाद हिंद फौज का लापता खजाना

आजाद हिंद बैंक का खजाना कैसे और कहाँ गायब हो गया? निकोबार के निषिद्ध द्वीप पर लोग क्यों गायब होते रहते हैं?

time to read

1 min

MARCH 2025

Translate

Share

-
+

Change font size

Holiday offer front
Holiday offer back