Open Eye News Magazine - October 2020Add to Favorites

Open Eye News Magazine - October 2020Add to Favorites

Go Unlimited with Magzter GOLD

Read Open Eye News along with 8,500+ other magazines & newspapers with just one subscription  View catalog

1 Month $9.99

1 Year$99.99 $49.99

$4/month

Save 50% Hurry, Offer Ends in 7 Days
(OR)

Subscribe only to Open Eye News

1 Year $1.99

Buy this issue $0.99

Gift Open Eye News

7-Day No Questions Asked Refund7-Day No Questions
Asked Refund Policy

 ⓘ

Digital Subscription.Instant Access.

Digital Subscription
Instant Access

Verified Secure Payment

Verified Secure
Payment

In this issue

BEING SUBMITTED LATE DUE TO ADMISSION IN HOSPITAL DUE TO COVID TREATMENT

'कारसेवक' क्या अराजक व असामाजिक तत्व थे?

अयोध्या के "विवादित ढांचा" ढहाए जाने के आरोप के मुकदमे का बहुप्रतीक्षित निर्णय आखिर 28 साल बाद आज आ ही गया। सीबीआई की विशेष न्यायालय ने 49 आरोपियों में से बचे समस्त 32 जीवित आरोपियों को सबूतों के अभाव में "निरापराधी घोषित किया । "सम्मानित आरोपियों सहित प्रायः देश ने इस निर्णय का स्वागत ही किया है।

'कारसेवक' क्या अराजक व असामाजिक तत्व थे?

1 min

स्वच्छता के संकल्प को दें निरंतरता

स्वछता भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है. अगर हम स्वच्छता के इतिहास को देखें, तो यह हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की सभ्यता में भी परिलक्षित होता है. तब के नगरों की व्यवस्था ऐसी थी, जिसमें साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाता था तथा नालियों और पेयजल की व्यवस्था उत्तम स्तर की थी. मौर्यकाल में चाणक्य द्वारा स्थापित शासन व्यवस्था में इसकी महत्ता को इस बात से जाना जा सकता है कि प्रथम बार गंदगी फैलानेवालों को दंड के रूप में शुल्क देना होता था. हमारी संस्कृति के किसी भी समाज में स्वच्छता की पूरी व्यवस्था होती है. कई त्योहार, जैसे दीपावली, सरहुल, कर्मा, ओणम आदि भी स्वच्छता को ध्यान में रख कर ही मनाये जाते हैं.

स्वच्छता के संकल्प को दें निरंतरता

1 min

श्रम सुधारों से बढ़ेगी इकॉनमी की रफ्तार

हाल ही में संसद ने तीन प्रमुख श्रम सुधार विधेयकइंडस्ट्रियल रिलेशन कोड 2020, ऑक्युपेशनल सेफ्टी, हेल्थ एंड वर्किंग कंडिशंस कोड 2020 और कोड ऑन सोशल सिक्योरिटी 2020 पारित किए, जो राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद कानून बन गए।

श्रम सुधारों से बढ़ेगी इकॉनमी की रफ्तार

1 min

तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा भारत

भरत झुनझुनवाला आज से 200 वर्ष पूर्व विश्व की आय में भारत का हिस्सा 25 प्रतिशत था और चीन का 33 प्रतिशत। 200 वर्षों के बाद भारत का हिस्सा घटकर 1 प्रतिशत रह गया था और चीन का मात्र 2 प्रतिशत।

तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा भारत

1 min

चरित्र निर्माण की पाठशाला में समाधान

भारत देश जहां यह कहा गया कि जहां नारी की पूजा हो, वहां देवता निवास करते हैं, जहां की मान्यता यह है कि नारी मां है और सबसे ऊंचा स्थान मां का है। जिस देश में संयम, व्रत की संस्कृति को पाला-पोसा गया, जिस देश में गुरुकुलों में पच्चीस वर्ष तक विद्यार्थियों को रखकर केवल किताबी शिक्षा नहीं, अपितु जीवन विज्ञान पढ़ाया जाता था, उस देश की स्वतंत्रता के 74 वर्ष में पहुंचतेपहुंचते हालत यह हो गई कि देश की बेटियां असुरक्षित हैं। इससे भी बुरी बात यह है कि हमारे देश की राजनीति इतनी नीचे गिर गई है कि विपक्षी दल यह देखते रहते हैं कि कहां कोई ऐसा वाकया हो जहां उनकी बंद पड़ी राजनीति की दुकान एक बार चल पड़े। भारत में अफसोसजनक स्तर तक महिलाओं के विरुद्ध अपराध हो रहे हैं।

चरित्र निर्माण की पाठशाला में समाधान

1 min

रुकना ही चाहिये नशे का कारोबार

तकरीबन एक अरब रुपए के भांग के सरकारी ठेके इस साल उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश को मिलाकर छूटे हैं। अकेले बागपत जिले में तीन ठेके 45 लाख रुपये से अधिक के छूटे जबकि उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले साल प्रदेश के लोगों के लिए जितनी भांग की व्यवस्था की थी, इस बार का टारगेट उससे डेढ़-दो प्रतिशत बढ़ा दिया है। मतलब, उत्तर प्रदेश में इस साल लोग और ज्यादा भांग खाएंगे। इतना ही नहीं, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ने भांग की खेती को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं बना रखी हैं। बगल में हिमाचल प्रदेश, जहां का गांजा विश्व प्रसिद्ध है और जिसे केंद्र में रखकर एक फिल्म 'चरस बन चुकी है, जिसमें मशहूर अभिनेता स्व. इरफान तस्कर की भूमिका में थे, वहां भी अब इसकी खेती बड़े पैमाने पर कराने की सरकारी तैयारी है।

रुकना ही चाहिये नशे का कारोबार

1 min

'शासन-प्रशासन स्वास्थ्य योद्धा मीडिया एंव नागरिक कटघरे में?

कोरोनाः गैर जिम्मेदारों का बेताज बादशाह'

'शासन-प्रशासन स्वास्थ्य योद्धा मीडिया एंव नागरिक कटघरे में?

1 min

रेप की घटनाओं पर लगे रोक

आशुतोष चतुर्वेदी हाथरस की बेटी के साथ दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने जिस असंवेदनशील तरीके से कार्रवाई की और मामले को दबाने-ढकाने की कोशिश की, वह दर्शाता है कि हमारे समाज का क्षरण हो गया है. हाथरस की घटना के बाद राजस्थान व मध्य प्रदेश सहित अनेक राज्यों से दुष्कर्म की संगीन घटनाओं की खबरें सामने आयी हैं.

रेप की घटनाओं पर लगे रोक

1 min

Read all stories from Open Eye News

Open Eye News Magazine Description:

PublisherOpen Eye Media Publications

CategoryNews

LanguageHindi

FrequencyMonthly

Open Eye News is an informative political, social and investigative news magazine published from Bhopal, Madhya Pradesh, that believes in journalism for public interest. The articles and reporting from different levels given in it are fascinating, insightful and packed with unique content. It is a purely unbiased feature of local influence with a national perspective. Our targeted readers are the common man, influential people, intellectuals and decision-makers of important segments of the state. Open Eye News fully perceives the local issues and provides comprehensive coverage on the same. A unique publication printed in both English and Hindi keeping the suitability and comfort of both kinds of readers in mind.

  • cancel anytimeCancel Anytime [ No Commitments ]
  • digital onlyDigital Only
MAGZTER IN THE PRESS:View All