वजूद बचाने की जंग
Outlook Hindi|May 13, 2024
तेलंगाना के चुनावी अखाड़े में सबके अपने भारी के बड़े-बड़े दावे
अनीशा रेड्डी
वजूद बचाने की जंग

स साल पहले 2 जून, 2014 को जब आंध्र प्रदेश को दो हिस्सों में बांटकर देश का 29वां राज्य तेलंगाना के रूप में जन्मा, तब तमाम छात्र नेताओं, राजनीतिक कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों की जबान पर एक ही नारा था, ‘गली में बोलो दिल्ली में बोलो, जय तेलंगाना जय तेलंगाना।' तब पूरा माहौल गुलाबी हो गया था और उस पर सवारी कर रहे थे कल्व कुंतला चंद्रशेखर राव उर्फ केसीआर। तीन पीढ़ियों ने उन्हें 'तेलंगाना टाइगर' और 'तेलंगाना के गांधी' का खिताब दिया था। लोगों के लिए तेलंगाना राष्ट्र समिति का मतलब था केसीआर गारु । आज दस साल बाद इस पार्टी की आगे की राह मुश्किल नजर आती है क्योंकि पिछले ही साल हुए असेंबली चुनाव में मतदाताओं ने अपने 'टाइगर' को सत्ता से बाहर ले जाकर छोड़ दिया है।

केसीआर ने 2001 में अपनी पार्टी टीआरएस बनाई थी (जो अब बीआरएस यानी भारत राष्ट्र समिति है।) अपनी पार्टी बनाने के पीछे उनका उद्देश्य था बंगारु तेलंगाना ( स्वर्णिम तेलंगाना) के लिए काम करना, जहां हाशिये के समुदायों की सामाजिक आकांक्षाओं को पूरा किया जा सके। 2004 में टीआरएस ने कांग्रेस नीत यूपीए से हाथ मिलाया, फिर 2009 में भाजपा नीत एनडीए के साथ आ गई। दोनों ही गठबंधनों से उसे कोई चुनावी लाभ नहीं मिला।

इसके बाद पार्टी ने अविवाहित औरतों, विधवाओं और बुजुर्गों के लिए पेंशन, पात्र परिवारों के लिए दो कमरे का मकान और किसानों के लिए बीमा जैसी योजनाओं के सहारे खुद को सामाजिक कल्याण का झंडाबरदार साबित करने की कोशिश की। स्थानीय भावनाओं के सहारे पार्टी ने 2014 और 2018 का असेंबली चुनाव लड़ा। गठबंधन से निकल कर अकेले लड़ने पर पार्टी को और कामयाबी मिली। 

केसीआर और उनकी पार्टी के नेता लगातार लोगों को याद दिलाते रहे हैं कि उन्होंने अपना राज्य दिलवाने के लिए क्या 'बलिदान' किए हैं।

विधानसभा चुनाव 2014 में पार्टी को 119 में से 63 सीटें मिली थीं, जिसे 2018 के चुनाव में उसने 88 तक बढ़ा लिया। दोनों बार इसने असदुद्दीन ओवैसी की मजलिसे इत्तेहादुल मुसलमीन के साथ मिलकर चुनाव लड़ा, जिसकी हैदराबाद सहित मुस्लिम बहुल जिलों में अच्छी पकड़ है।

भाजपा का प्रवेश

Bu hikaye Outlook Hindi dergisinin May 13, 2024 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.

Bu hikaye Outlook Hindi dergisinin May 13, 2024 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.

OUTLOOK HINDI DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
जाति और जनतंत्र
Outlook Hindi

जाति और जनतंत्र

पत्रकार और इतिहासकार अरविंद मोहन की जातियों का लोकतंत्र  शृंखला की महत्वपूर्ण पुस्तक है, जाति और चुनाव। विशेष कर 18वीं लोकसभा के चुनाव के मौके पर इसका महत्व और बढ़ जाता है।

time-read
4 dak  |
May 27, 2024
बिसात पर भारत की धाक
Outlook Hindi

बिसात पर भारत की धाक

देश के प्रतिभावान खिलाड़ी इस खेल में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं और नई-नई प्रतिभाओं की आमद हो रही है

time-read
5 dak  |
May 27, 2024
परदे पर राम राज की वापसी
Outlook Hindi

परदे पर राम राज की वापसी

आज राम रतन की चमक छोटे और बड़े परदे पर साफ दिख रही है, हर कोई राम नाम की बहती गंगा में हाथ धोना चाहता है

time-read
5 dak  |
May 27, 2024
ईवी बिक्री की धीमी रफ़्तार
Outlook Hindi

ईवी बिक्री की धीमी रफ़्तार

कीमतें घटने के बावजूद इलेक्ट्रिक गाड़ियों की उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़ी

time-read
6 dak  |
May 27, 2024
उखड़ते देवदार उजड़ती शिमला
Outlook Hindi

उखड़ते देवदार उजड़ती शिमला

पहाड़ों की रानी शिमला आधुनिक निर्माण के लिए पेड़ों की भारी कटाई से तबाह होती जा रही, क्या उस पर पुनर्विचार किया जाएगा

time-read
4 dak  |
May 27, 2024
कंगना का चुनावी कैटवॉक
Outlook Hindi

कंगना का चुनावी कैटवॉक

मंडी का सियासी अखाड़ा देवभूमि की गरिमा को ठेस पहुंचा रहा

time-read
3 dak  |
May 27, 2024
जोर दोनों तरफ बराबर
Outlook Hindi

जोर दोनों तरफ बराबर

दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक केंद्रीय मंत्री के लिए चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल, लेकिन मतदाताओं की उदसीनता बनी चुनौती

time-read
5 dak  |
May 27, 2024
बागियों ने बनाया रोचक
Outlook Hindi

बागियों ने बनाया रोचक

बागियों और दल-बदल कर रहे नेताओं के कारण इस बार राज्य में चुनाव हुआ रोचक, दारोमदार आदिवासी वोटों पर

time-read
5 dak  |
May 27, 2024
एक और पानीपत युद्ध
Outlook Hindi

एक और पानीपत युद्ध

भाजपा की तोड़ में हुड्डा समर्थकों और जाति समीकरणों पर कांग्रेस का दांव

time-read
5 dak  |
May 27, 2024
संविधान बना मुद्दा
Outlook Hindi

संविधान बना मुद्दा

यूपी में वोटर भाजपा समर्थक और विरोधी में बंटा, पार्टी की वफादारी के बजाय लोगों पर जाति का दबाव सिर चढ़कर बोल रहा, बाकी सभी मुद्दे वोटरों की दिलचस्पी से गायब दिख रहे

time-read
10+ dak  |
May 27, 2024