1. दिमागी कसरत कराता शतरंज
भारत के विश्वनाथ आनंद और प्रगनाननंदा को आप जानते ही होंगे जोकि चैस यानी शतरंज के एक्सपर्ट माने जाते हैं. हाल ही में 18 साल के प्रगनाननंदा भारत के नंबर 1 चैस प्लेयर बन गए हैं. इस से पहले विश्वनाथ आनंद नंबर 1 हुआ करते थे. यह मुकाम उन्हें वर्ल्ड चैंपियन डिंग लिरेन को हराने के बाद हासिल हुआ है.
शतरंज दुनिया के सब से ज्यादा दिमागी कसरत कराने वाले खेलों में से एक है. क्या आप जानते हैं कि शतरंज का आविष्कार भारत में हुआ था. मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि शतरंज खेलने से दिमाग की बौद्धिक क्षमता में सुधार आता है और जटिल प्रश्नों को सुलझाने की शक्ति बढ़ती है. आप को यह जान कर हैरानी होगी कि दुनिया में इंग्लिश भाषा में छपी दूसरी किताब शतरंज के बारे में थी.
2. सुबह की शुरुआत फोन के साथ
अधिकतर लोग सुबह उठते ही अपना फोन चैक करते हैं. यकीनन, आप भी करते ही होंगे. बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में लगभग 84 प्रतिशत स्मार्टफोन उपयोगकर्ता जागने के 15 मिनट के भीतर अपने फोन की जांच करते हैं. रिपोर्ट यह भी बताती है कि जागने के समय का लगभग 31 प्रतिशत हिस्सा स्मार्टफोन पर गुजरता है और लोग औसतन दिन में 80 बार अपने फोन को देखते हैं. भारत में लगभग एक व्यक्ति 3 घंटे औसत सोशल मीडिया पर बिताता है और फोन पर लगभग 4 घंटे से ज्यादा का समय बिताता है.
3. फुटबॉल और चीन
Bu hikaye Mukta dergisinin April 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Mukta dergisinin April 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 8,500+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
क्यों नहीं चल पातीं क्वीर फिल्में
समलैंगिकता हमेशा से समाज में रही है, लोगों ने बस स्वीकार करने में देरी की है. सिनेमा भी उसी अनुरूप ढलता रहा. आज क्वीर फिल्में बनाई तो जा रही हैं पर दर्शकों में शर्म और झिझक के चलते ये फिल्में चल नहीं पातीं. जानिए आने वाले समय में क्या है क्वीर फिल्मों का भविष्य.
इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स
हमारे आसपास बहुत सारी चीजें ऐसी हैं जिन की बारीक जानकारी हमें पता नहीं होती. जानिए दिमाग घुमा देने वाले ऐसे इंट्रैस्टिंग फन फैक्ट्स जो हैरान कर देंगे.
आए और गए इन्फ्लुएंसर्स
आजकल देश की लंबी चौड़ी यूथ फोर्स सोशल मीडिया पर ऊलजलूल रील्स बनाने में इस चाह से लगी हुई है ताकि उन्हें जल्दी फेम और झटपट पैसे मिलना शुरू हो जाएं. पढ़ने और अपने कैरियर पर काम करने की उम्र में वे सोशल मीडिया में रील बनाने जैसे अनप्रोडक्टिव काम में लगे हुए हैं. चलो इसे कैरियर मान भी लें तो सोशल मीडिया पर लंबे समय तक अपना कैरियर बचाए रखना कितना संभव है? रील्स के इस समुंदर में इन्फ्लुएंसर्स की उम्र 6 महीने से ले कर 1 साल से अधिक नहीं है, कई इन्फ्लुएंसर्स हैं जो कब आए कब चले गए पता नहीं चला.
क्यों फेल हुआ बौडी पौजिटिविटी मूवमेंट
तकरीबन 13 वर्षों पहले सोशल मीडिया पर शुरू हुआ बौडी पॉजिटिविटी मूवमैंट 'मी टू' मूवमैंट की तरह दम तोड़ चुका है. हां, अब युवा खुद को ज्यादा एक्सपोज करते हैं. सोशल मीडिया पर हो रही ट्रोलिंग कहती है कि लोगों की टैलिटी इस मामले में नहीं बदली है.
झमाझम सोशल मीडिया वायरल
सोशल मीडिया पर आएदिन कुछ न कुछ बवाल कटता ही रहता है, जो सुर्खियां बटोर जाता है. ऐसे ही कुछ बवाल चीजें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं.
स्टार किड्स लाइफस्टाइल
बौलीवुड में स्टार किड्स अपनी लाइफस्टाइल और सोशल मीडिया इन्ट्रैक्शन के लिए जाने जाते हैं. जानिए वे क्या कर रहे हैं.
नैक्स्ट जेन इंडियन स्टार प्लेयर्स
आईपीएल का क्रेज इस समय जोरों पर है. आईपीएल ने ऐसे प्लेयरों को पहचान दिलाई है जो भविष्य में इंडियम टीम के दावेदार हैं.
द आउटसाइडर औफ बौलीवुड
कहते हैं अगर आप में टैलेंट है और पूरी लगन से अपने काम पर फोकस्ड हैं तो मुकाम हासिल हो जाता है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है बौलीवुड के कुछ यंग आउटसाइडर्स ऐक्टरऐक्ट्रैस ने जी हां, हम बात कर रहे हैं उन ऐक्टरऐक्ट्रैस की जिन्होंने अपनी जबरदस्त ऐक्टिंग स्किल और टैलेंट के जरिए न सिर्फ बौलीवुड इंडस्ट्री में नाम कमाया बल्कि दर्शकों के दिलों पर राज भी किया. बौलीवुड के अलावा आज ओटीटी प्लेटफोर्म भी एक रंगमंच बन गया है जो यंग टैलेंटेड लोगों को उन की काबिलीयत दिखाने का मौका देता है. इन आउटसाइडर्स में कौन कौन हैं, आइए, जानते हैं.
रिस्क से अनजान यूथ के बीच बढ़ता फाइनैंस क्रेज
सोशल मीडिया में फाइनैंस इन्फ्लुएंसर्स के चलते यूथ में शेयर मार्केट और फाइनैंस की खासी नौलेज तो बढ़ी है पर अधिकतर इन्फ्लुएंसर्स अपनी वीडियो को ज्यादा से ज्यादा वायरल कराने के लिए इस से होने वाले खतरों को छिपा देते हैं.
यंग सक्सेसफुल एंटरप्रेन्योर
पिछले कुछ सालों में यंग एंटरप्रेन्योर की एक लहर सी दौड़ पड़ी है, जिसे देखो वह इस दौड़ में गोते लगा रहा है. यंग जनरेशन अपनी जौब छोड़ कर एंटरप्रेन्योर बन रही है. वहीं कुछ स्कूलकालेज में पढ़ने वाले स्टूडैंट ऐसेऐसे ऐप्स और बिजनैस क्रिएट कर रहे हैं जो न सिर्फ फ्यूचर में उन्हें एक अच्छी मार्केट देंगे बल्कि लोगों के लिए भी काफी यूजफुल होंगे. ऐसे ही कुछ यंग एंटरप्रेन्योर के बारे में यहां चर्चा करते हैं.